



जालंधर (वीकैंड रिपोर्ट) : Shri Krishna Family Story : श्रीकृष्ण वासुदेव और देवकी की 8वीं संतान थे। वह प्यार, नटखटपन और शरारत के प्रतीक थे। कृष्ण भगवान के एक बहन और एक भाई थे। श्रीकृष्ण के भाई का नाम बलराम और बहन का नाम सुभद्रा था। कृष्ण ज्यादा समय अपने प्रिय सखी राधा के साथ बिताना पसंद करता था पर उनकी शादी नहीं हुई। राधा-कृष्ण का प्रेम ऐसा था जिसकी आज भी मिसाल दी जाती है। महाभारत के युद्ध में भगवान श्रीकृष्ण पांडवों के पक्ष में थे। इस महान युद्ध पर श्रीकृष्ण अर्जुन के सारथी बने थे। इस युद्ध में पांडव और कौरवों का आमना सामना हुआ था। महाभारत युद्ध 18 दिन तक चला था और अंत में जीत पांडवों की हुयी थी।
हिंदू मान्यताओं के अनुसार, भगवान विष्णु के केवल दो अवतारों को दुनिया में सबसे ज्यादा प्रसिद्धि मिली और वो है राम और कृष्ण। अन्य अवतार केवल वे लोग ही जानते हैं जिन्हें हिंदू पौराणिक कथाओं के बारे में बहुत गहरी समझ और ज्ञान है। भगवान श्री कृष्ण की 8 पत्नियां थी। प्रत्येक पत्नी से उन्हें 10 पुत्रों की प्राप्ति हुई थी इस तरह से उनके 80 पुत्र थे और श्री कृष्ण की 16 हजार 108 रानियां थीं। आज हम आपको श्री कृष्ण की 8 रानियों और 80 पुत्रों और के बारे में बताएँगे।
यह भी पढ़ें : Char Dham Yatra : चार धाम यात्रा कब, कैसे, क्यों शरू हुई जाने कुछ खास बातें
Shri Krishna Family Story : भगवान श्रीकृष्ण की आठ पत्नियां
आठ पत्नियां होने के कारण ही इन्हें अष्टा भार्या भी कहा जाता है। इनके नाम इस प्रकार है- रुक्मिणी, जाम्बवन्ती, सत्यभामा, कालिन्दी, मित्रबिन्दा, सत्या, भद्रा, लक्ष्मणा
भगवान श्रीकृष्ण के 80 पुत्रों के नाम
भगवान श्रीकृष्ण के 80 पुत्र थे. किस रानी ने किस पुत्र को जन्म दिया।
रुक्मिणी के पुत्र
प्रद्युम्न, चारुदेष्ण, सुदेष्ण, चारुदेह, सुचारू, चरुगुप्त, भद्रचारू, चारुचंद्र, विचारू और चारू थे।
जाम्बवती के पुत्र
साम्ब, सुमित्र, पुरुजित, शतजित, सहस्त्रजित, विजय, चित्रकेतु, वसुमान, द्रविड़ और क्रतु थे।
सत्यभामा के पुत्र
भानु, सुभानु, स्वरभानु, प्रभानु, भानुमान, चंद्रभानु, वृहद्भानु, अतिभानु, श्रीभानु और प्रतिभानु थे।
कालिंदी के पुत्र
श्रुत, कवि, वृष, वीर, सुबाहु, भद्र, शांति, दर्श, पूर्णमास और सोमक थे।
मित्रविन्दा के पुत्र
वृक, हर्ष, अनिल, गृध्र, वर्धन, अन्नाद, महांस, पावन, वह्नि और क्षुधि थे।
लक्ष्मणा के पुत्र
प्रघोष, गात्रवान, सिंह, बल, प्रबल, ऊध्र्वग, महाशक्ति, सह, ओज और अपराजित थे।
सत्या के पुत्र
वीर, चन्द्र, अश्वसेन, चित्रगुप्त, वेगवान, वृष, आम, शंकु, वसु और कुंति थे।
भद्रा के पुत्र
संग्रामजित, वृहत्सेन, शूर, प्रहरण, अरिजित, जय, सुभद्र, वाम, आयु और सत्यक थे।
Follow this link to join my WhatsApp Group
-----------------------------------------------------------------
देश-दुनिया की ताजा खबरों के लिए >>>Join WhatsApp Group Join<<< करें। आप हमें >>>Facebook<<< फॉलो कर सकते हैं। लेटेस्ट खबरें देखने के लिए हमारे यूट्यूब चैनल को भी सबस्क्राइब करें।
-----------------------------------------------------------------




