जालंधर (प्रदीप वर्मा) : Corporation Ward Bandi : नई वार्डबंदी को लेकर नेताओं और अफसरों का मंथन जारी है। कुछ बैठकें हो चुकी हैं और कुछ होने वाली हैं। इसी बीच खबर है कि अप्रैल तक निगम चुनाव लटक सकते हैं। हर राजनीतिक दल अपने समर्थकों को चुनाव लड़वाने के लिए वार्डबंदी मेंं मनमाफिक बदलाव चाहता है। जिन समर्थकों ने विधानसभा चुनाव में बढ़चढ़कर काम किया उन्हें पार्षद टिकट से नवाजा जाना है। इसीलिए आप और कांग्रेस नेताओं की खिचखिच शुरू हो गई है। वैसे नगर निगम के 27 वार्डों के किए गए रैंडम सर्वे में गड़बड़ी मिली है।
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रिपोर्ट में पता लगा है कि वार्डों में पॉपुलेशन का डेटा सही नहीं है। अब शुक्रवार को चंडीगढ़ के लोकल बॉडी डायरेक्टर ऑफिस से टीम आएगी। टीम रैंडम सर्वे में मिलने वाली गड़बड़ियों की जांच करेगी। इसके बाद तय होगा कि वार्डबंदी का सर्वे दोबारा 80 वार्डों में कराया जाए या फिर 27 वार्डों में ही हो।
Corporation Ward Bandi : जिक्रयोग है कि नगर निगम ने वार्डबंदी के सर्वे की रेंडम जांच काे लेकर 27 टीमाें का गठन किया है। टीमों ने संदेह वाले वार्डों में एक ब्लाॅक का सर्वे पूरा किया है। हालांकि सभी संदेह मिलने वाले वार्डाें के रेंडम सर्वे में गड़बड़ी मिली है। रेंडम सर्वे में मिला कि कई वार्डों में आबादी कम हो गई। यहां तक की कई वार्डों में गलियों की गिनती ही नहीं की गई। शुक्रवार को चंडीगढ़ से वार्ड बंदी को लेकर अधिकारी आएंगे।