जालंधर (वीकैंड रिपोर्ट) Corruption in mc Jalandhar: शहर में सैकड़ों अवैध बिल्डिंगें बन रही हैं और नगर निगम इन बिल्डिगों को धड़ा-धड़ नोटिस भेज रहा है। पर इन नोटिसों पर कार्यवाही के नाम पर सिर्फ खाना पूर्ती की जा रही है। पिछले लगभग 6 माह से बदले एमटीपी और एटीपी की टीमों ने शहर में बहुत से अवैध निर्माणों को कार्यवाही के नाम पर नोटिस जारी किए पर इसके अलावा कुछ नहीं किया। एक दो जगह पर डिच्च मशीन चलाने का ड्रामा भी किया गया पर ये निर्माण निरंतर जारी रहे और निगम को चूना भी अविराम लग रहा है। नगर निगम में अवैध इमारतों के खिलाफ सैंकड़ों शिकायतें अभी धूल फांक रही हैं पर निगम अधिकारीयों को इसकी कोई परवाह नहीं है।
Corruption in corporation : हाल ही में एक अधिकारी ने तो पत्रकार की मोखिक शिकायात के जबाब में ये तक कह दिया कि जब टाईम होगा तब देखेंगे। अब स्वाल यह है कि क्या निगम के बिल्डिंग विभाग के अधिकारी दफ्तर में बैठ कर टाईम पास करने की तनख्वाह लेते हैं। क्यों शहर के अवैध निर्माणों पर तो खाना पूर्ती के इलावा कोई कार्यवाही होती नज़र नहीं आ रही है। एक तरफ यहां अवैध बिल्डिंगों को निटिस जारी करने का ड्रामा किया जा रहा है वहीं कई लंबित पड़ी शिकायतों पर कोई कार्यवाही नहीं की जा रही है। बिल्डिंग विभाग के कुछ अधिकारी नगर निगम को बाप की जागीर समझ कर सिर्फ अपने कमरों में आराम फर्मा रहे हैं और निगम के उच्च अधिकारी शायद उन पर कोई कार्यवाही करने से डरते हैं। फिर चाहे वह जालंधर के अवैध होटोलों का मामला हो, अवैध दुकानों का या शोरुमों का मामला हो। निगम में फैले भ्रष्टाचार पर आप सरकार भी लगाम लगाने में नाकाम साबित हो रही है।