जम्मू कश्मीर (वीकैंड रिपोर्ट) : Love Jehad With Sikh Sisters : आज पंडित दीनदयाल उपाध्याय स्मृति मंच की ओर से जम्मू कश्मीर में दो सिख बहनों के जबरन लवजीहाद के मामले को लेकर इन गुनाहगारों के ऊपर सख़्त से सख़्त कार्रवाई और लवजीहाद के ऊपर कानून बनाने को लेकर प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के नाम जालंधर के ए.डी.सी. जसबीर सिंह जी को मांग पत्र सौंपा गया।इस अवसर पर भारी संख्या में युवा उपस्थित थे जिन्होंने नारे लगाए कश्मीरी सिख बहनों के गुनहगारों को गोली मारो सालों को,हिंदू सिख भाई भाई मिलकर लड़ेंगे धर्म परिवर्तन करवाने वालों के विरुद्ध लड़ाई, भारत माता की जय,भोले ही सोनीहाल सासरीय काल के नारों से गूंजा डी.सी कॉन्प्लेक्स।
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इस अवसर पर पंडित दीनदयाल उपाध्याय स्मृति मंच के पंजाब प्रधान किशन लाल शर्मा ने कहा की जम्मू कश्मीर में सिख बहनों के ऊपर हुऐ जबरन धर्म परिवर्तन की पंडित दीनदयाल उपाध्याय स्मृति मंच निंदा करता है और कहा की बंदूक की नोक पर किसी को भी धर्म परिवर्तन करवाना गैर सविधानिक है।शर्मा ने कहा की पाकिस्तान के कट्टरपंथीयो की पर हमारे देश में भी संमप्रदाय विशेष के लोगो द्वारा सुनियोजित और प्रायोजित तरीके से बाकी धर्मों की कन्याओं और स्त्रियों को बहलाकर, फुसलाकर, या डराकर धर्मपरिवर्तन का कुत्सित प्रयास पिछले कुछ सालों से गति पकड़ रहा है।शर्मा ने कहा की हम इस मेमोरेंडम के जरिये आज हम लव जेहाद से वर्तमान में हो रही और आगे होने वाली और भी भयावह परिस्थितियों को माननीय प्रधानमंत्री के संज्ञान में लाना चाहते हैं।
Love Jehad With Sikh Sisters : इसी संदर्भ में फिलहाल कश्मीर से आ रही खबर विचलित करने वाली है, जहाँ हमारी दो सिख समाज की बेटियों को वहाँ के बहुसंख्यक समाज के लोगों द्वारा पहले अगवा किया गया और फिर जबरन अधेड़ उम्र के लोगों से उनकी शादी करके उनका धर्म परिवर्तन कर दिया गया। देश के बाकी हिस्सों से भी इस तरह की अनेकों घटनाएं रोज सुनने को मिल रही हैं। इस तरह के कुत्सित प्रयासों से केवल सामाजिक चेतना के आधार पर निपट पाना मुश्किल ही नही बल्कि असम्भव सा है। अतः हमारा माननीय प्रधानमंत्री जी से निवेदन है कि लव जेहाद की इस समस्या से निपटने के लिए राष्ट्रीय स्तर पर कानून बनाकर चुस्त-दुरुस्त और पुख्ता संवैधानिक व्यवस्था की जाय। विभिन्न धर्मों, और संप्रदाय के जनसंख्या ढांचे और अनुपात को बरकरार रखना किसी भी देश की संस्कृति को बचाने के लिए बेहद जरूरी है।
कश्मीर में बहुत पहले अल्पसंख्यक हो चुके सिख और हिन्दू भाइयों के मान-सम्मान और सुरक्षा को पुनर्स्थापित करना हम सब की सामूहिक जिम्मेदारी है। साथ ही देश के बाकी हिस्सों में ऐसा ना हो यह भी हमारी संवैधानिक व्यवस्था का तुरन्त अंग बन जाय ऐसी हमारी कामना है। किशन लाल शर्मा ने कहा की धर्मपरिवर्तन के खिलाफ एक राष्ट्रीय स्तर पर कानून बनाया जाय और बहला फुसला कर लालच देकर जबरन धर्मपरिवर्तन जैसे भी कोई धर्मपरिवर्तन करवाता है उसके खिलाफ कानूनी करवाई हो और सख्त से सख्त सजा मिले। इस अवसर पर पंडित दीनदयाल उपाध्याय स्मृति मंच के जालंधर जिला अध्यक्ष बोबीन शर्मा,गुरमीत सिंह औलख, अजमेर सिंह बादल,गुरजीत सिंह,वनीत शर्मा,संदीप तोमर,गुरदेव सिंह देबी, अमरजीत सिंह गोल्डी,यसपाल सिंह कंबोज, राम सिंह,हरप्रीत सिंह,तेज़ा सिंह,कुलविंदर सिंह जसविंदर सिंह,यादविंदर सिंह व अन्य उपस्थित थे।
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