मेष: इस सप्ताह के शुरूआत से आपके लग्नभाव में सूर्य गोचर वश संचरण करेंगे। जिससे आपका तन पुष्ट एवं स्वस्थ बना हुआ रहेगा। साथ ही में विवेक और अच्छा रहेगा। हालांकि पत्नी एवं बच्चों के साथ कुछ मतभेद हो सकते हैं या उन्हें पीड़ा होने के आसार बने रहेंगे। धन भाव में शुक्र का गोचर आपको भूमि एवं भवन के मामलों में बढ़त देने वाला रहेगा या फिर कोई पद प्रतिष्ठा में वृद्धि की स्थिति रहेगी। त्रिक भाव में राहू का गोचर आपको पराक्रमी बनाने वाला रहेगा। जिससे तय समय में बहुत से कामों के पूरा होने के आसार बने हुये रहेंगे। किन्तु त्रिकोण में स्थिति केतु आपके धार्मिक एवं वैवहिक कामों को स्थगित करवा सकता है तथा घर परिवार एवं पड़ोस में झगड़े देता रहेगा। ऐसे में आपको सूर्य के द्वारा प्रदान किये गये विवेक का प्रयोग करने की जरूरत रहेगी।
वृषभ: इस सप्ताह वृष राशि वालो के व्यय भाव मे सूर्य का गोचर आपको अध्ययन, राजनीति में सफलता देता हुआ रहेगा। बहुत सम्भव है कि आपको उत्पादन एवं विक्रय को पुन: पटरी पर लाने के लिये संघर्ष की स्थिति बनी हुई रहेगी। हालांकि शरीर में कंधे, गर्दन आदि के दर्द जोर पकड़ते हुये रहेंगे। अत: अपने खान-पान का ध्यान रखें। वहीं लग्नभाव गत स्वगृही शुक्र का गोचर आपको सुख एवं सौभाग्य की स्थिति देता हुआ रहेगा तथा शरीर में उत्पन्न रोगों को दूर करने की भरपूर कोशिश मे में रहेगा। धन भाव गत राहू का गोचर आपकी धर्म एवं परोपकार के कामों की निष्ठा को गिरा सकता है। जिससे किसी से अकारण विरोध उत्पन्न होता रहेगा। वहीं केतू भी विदेश एवं निवेश में तथा प्रवास के मामलों में परेशानी खड़ी करता रहेगा। गुरू का गोचर आपके लिये लाभप्रद रहेगा।
मिथुन: इस सप्ताह मिथुन राशि वाले के लग्न भाव में राहू का गोचर रहेगा। जिसके कारण स्वास्थ्य में समस्याओं की स्थिति आ सकती है। जरूरी चिकित्सीय उपचार को लेने में कोताही न करें, अन्यथा हानि की स्थिति रहेगी। दारा भावगत केतू की स्थिति भी आपको पारिवारिक जीवन में कई तरह के तनाव को देने वाली रहेगी। अपने स्तर पर किसी को कटु शब्द न कहें, गुस्से से बचें, अन्यथा हानि की स्थिति रहेगी। शनि एवं गुरू अष्टम भाव में होकर गोचर में रहेंगे। आपको रोग एवं पीड़ाओं की स्थिति से गुजरना पड़ सकता है। यानी इस सप्ताह आप अपने सेहत के साथ लेन-देन का विशेष ध्यान रखेंगे। तो अच्छा रहेगा। क्योंकि लग्न से लेकर अष्टम भाव तक गोचरीय ग्रह अशुभ बना हुआ रहेगा। उच्च भावगत मंगल का गोचर चन्द्रमा के साथ होकर आपके लिये कल्याणप्रद रहेगा।
कर्क: इस सप्ताह कर्क राशि वालों के षष्ठम् भावगत केतू का गोचर बना हुआ रहेगा। जिससे आपको प्रवास एवं विदेश के मामलों में लाभ रहेगा। किसी मुकद्में एवं विवाद में आपको विजय मिलेगी। वहीं दारा भावगत शनि का गोचर आपके वैवाहिक जीवन एवं कारोबार को सुस्ती की तरफ ढकेलता हुआ रहेगा। जिसे आप कड़ी चुनौती के तौर पर देखेंगे। हालांकि वहां मौजूद गुरू का गोचर शनि की चाल को नाकाम करने में लगे हुये रहेंगे। जिससे आपका शुभ एवं मंगल होना तय रहेगा। अत: पूरे भाव से भगवान का स्मरण करते हुये रहेंगे तो अच्छा रहेगा। क्योंकि व्यापार एवं वैवाहिक सुख से मंगल ने उच्च होकर संबंध स्थापित किया है। जिससे आपको यहां चुनौती बनी हुई रहेगी। हालांकि बुध एवं सूर्य तथा शुक्र मिलकर आपका शुभ एवं हित करने में लगे हुये रहेगे। स्वास्थ्य भी अच्छा रहेगा।
सिंह: इस सप्ताह सिंह राशि वाले अपने घर परिवार के साथ तालमेल बनाने एवं कामों को गति देने में कुछ परेशान रहेंगे। पे्रम संबंधों में साथी की बातें आपके दिल को छूने वाली रहेगी। आर्थिक मोर्चे पर आपको इस सप्ताह और कड़े प्रयासों से रूबरू होने की जरूरत रहेगी। क्योंकि सुत भाव का केतू आपको परेशान करने के संकेत दे रहा है। वहीं रोग भावगत शनि का स्वगृही संचरण एवं मंगल का उच्च राशि में गोचर आपके लिये कानून, कारागार, जैविक रसायनों के उत्पादन एवं बाहर के कामों में अच्छी बढ़त देने वाला रहेगा। इस दौरान आपको धन लाभ मिलने एवं कामों के पूरा होने की स्थिति रहेगी। किन्तु गुरू का रोग भाव में गोचर आपको रोग एवं पीड़ाओं की तरफ ढकेल सकता है। भाग्यभाव गत सूर्य का गोचर आपकी बुद्धि को कुटिल करने वाला तथा परेशानियों को देने वाला रहेगा।
कन्या: इस सप्ताह कन्या राशि वालों के सुख भाव में केतु का गोचर रहेगा। जोकि सेहत संबंधी पीड़ाओं को देने वाला रहेगा। कार्य एवं व्यवसाय के क्षेत्रों में बढ़त अर्जित करने में संघर्षों से जूझना पड़ेगा। किसी पारिवारिक सदस्य की चिंतायें रहेगी। इसी प्रकार सुत भाव में मंगल, शनि एवं गुरू का गोचर सेहत में पीड़ा एवं रोगों को देने वाले रहेंगे। जिससे परेशान रहेंगे वहीं शनि अजनाजा भय एवं शंका की वृद्धि को देते रहेंगे। जिससे चेहरे की रौनकता कमतर होने के असार रहेंगे। वैवाहिक जीवन मे संतान पक्ष सामान्य तौर पर आपकी बातों में अमल करता हुआ रहेगा। किन्तु पाप ग्रही स्थिति कई बार यहां भी झगड़े की स्थिति को देने वाली रहेगी। हालांकि गुरू का मकर राशिगत गोचर आपके लिये राहत भरा रहेगा। क्योंकि शनि एवं मंगल की कारगुजारियों को वह निष्प्रभावी बनाने में लगे हुये रहेंगे।
तुला: इस सप्ताह तुला राशि वाले के पराक्रम भाव में केतु का गोचर अच्छे परिणामों को देने वाला रहेगा। जिससे आप अपने घर एवं परिवार के साथ कामों को अंजाम तक पहुंचाने में व्यस्त होंगे। आपके सुख एवं विवेक के स्तर को भी केतू उच्च करने के संकेत दे रहे है। वहीं सुख भावगत मंगल, शनि का गोचर आपकी सुख सुविधाओं को कमजोर करने वाला तथा शत्रु एवं विरोधी को बढ़ाने वाला बना हुआ रहेगा। जिससे आपकी परेशानी बढ़ सकती है। कायज़् एवं व्यापार के मामलों में आपको और अधिक मेहनत की जरूरत बनी हुई रहेगी। किसी अधिकारी एवं कर्मचारी से उलझने से बचने की जरूरत रहेगी। हालांकि गुरू का गोचर आपके लिये सुख एवं सुविधाओं को बढ़ाने तथा कार्य एवं व्यवसाय के क्षेत्रों में उन्नति देने वाला रहेगा। यानी शुभ एवं अशुभ दोनों ही तरह के परिणाम रहेंगे।
वृश्चिक: इस सप्ताह़ वृश्चिक राशि के धन भावगत केतू का गोचर भूमि एवं भवन के मामलों में चुनौती देने वाला रहेगा। जिससे आपकी चिंताये बढ़ी हुई रहेगी। विदेश एवं निवेश तथा प्रवास एवं यात्राओं में कष्ट की स्थिति बनी हुई रहेगी। इस सप्ताह आपका धन अधिक व्यय होने के संकेत दे रहा है। अत: प्रयसों को तीव्र करें, अन्यथा हानि की स्थिति हो सकती है। किन्तु मंगल एवं राहू का गोचर पराक्रम भावगत रहेगा। जिससे आप प्रसन्न रहेगे। काम एवं कारोबार को गति देने में लगे हुये रहेंगे। लेखन-फिल्म, प्रबंधन, एवं तकनीक के क्ष्ेात्रों में अच्छी बढ़ती की स्थिति रहेगी। जिससे आप खुश रहेंगे। आपके शारीरिक बल में बढ़त की स्थिति रहेगी। वहीं सूर्य का रोग भावगत गोचर आपको सुख बढ़ाने वाला रहेगा। शत्रुओं को पराजित करने में अच्छी प्रगति रहेगी।
धनु: इस सप्ताह धनु राशि में लग्न भावगत केतू का गोचर आपके शारीरिक बल को कमजोर करने वाला रहेगा। इस सप्ताह आपको रोग एवं पीड़ाओं से परेशानी की स्थिति हो सकती है। धन व्यय की स्थिति अधिक गति से होती रहेगी। इसी प्रकार धन भावगत शनि एवं मंगल का गोचर आपके लिये कठिनाइयों को देने वाला रहेगा। जिससे आप किसी अचल सम्पत्ति एवं परिवार की सेहत को लेकर चिंतित रहेगे। या फिर प्रवास एवं विदेश के मामलों में चिंताओं की स्थिति से परेशान रहेगे। हालांकि तमाम कठिनाइयों के बाद भी आपकी मुििश्कलों को धन भाव के गुरू का गोचर कम करने वाला रहेगा। जिससे आज राहत की सांस ले पायेंगे। इसी प्रकार सूर्य का षष्ठ भावगत गोचर आपको संतान के बारे में चिंताओं को देने वाला रहेगा। अत: सावधानी की जरूरत रहेगी।
मकर: इस सप्ताह मकर राशि में मंगल एवं शनि तथा गुरू का गोचर रहेगा। जिससे आपको तन को संवारने और उसे पुष्ट बनाने की चुनौती बनी हुई रहेगी। क्योंकि पाप ग्रहीय गोचर आपको कई प्रकार की आशंका एवं पीड़ाओं को देने वाला रहेगा। जिससे समय रहते आपको शारीरिक ताकत को और बढ़ाने की जरूरत रहेगी। इसी प्रकार सुख भाव गत सूर्य का गोचर भी रोग एवं पीड़ा देने की स्थिति को बयां कर रहा है। अत: सूझबूझ से चलने की जरूरत रहेगी। कायज़् एवं व्यवसाय को सुचारू रूप से जारी रखने के लिये आपको अधिक प्रयास इस सप्ताह करने की जरूरत रहेगी। वैसे पे्रम संबंध एवं अधिकारियों के साथ तालमेल बनाये रखने का क्रम गड़बड़ा सकता है। जिससे आपको अपने कार्य एवं व्यवसाय के क्षेत्रों में अपमानित होना पड़ सकता है। तथा जीवन साथी के सेहत को लेकर परेशान रहेंगे।
कुम्भ: इस सप्ताह कुम्भ राशि से व्यय भावगत स्वग्रही शनि का और पाप ग्रही मंगल का गोचर हो रहा है। जो आपके तन की तंदुरूस्ती को कमजोर करने वाला तथा कई तरह की पीड़ाओं एवं रोग तथा भय को देने वाला रहेगा। इसी प्रकार मंगल भी व्यय भाव में गोचर करते हुये सेहत के लिये पीड़ा दायक बना हुआ रहेगा। हालांकि बहुत सम्भव है कि आपको पूंजी निवेश एवं विदेश के कामों में अच्छी प्रगति हासिल होती रहेगी। जिससे आपका उत्साह बना हुआ रहेगा। इसी प्रकार गुरू भी इस भाव में पहुंचकर अरिष्ट कारी बना हुआ रहेगा। जिससे आपको अपने काम काज तथा सेहत का पूरा ध्यान देने की जरूरत रहेगी। किन्तु पराक्रम भाव में सूर्य का गोचर आपको बल एवं धैर्य दोनों देते हुये रहेंगे। और आपके मान प्रतिष्ठा तथा धन को बढ़ाते हुये रहेगे।
मीन: इस सप्ताह मीन राशि के धन भावगत स्वग्रही शुक्र का गोचर रहेगा। जो आपको धन एवं सम्मान दिलाने वाला रहेगा। आपके सुख के साधनों में वृद्धि की स्थिति रहेगी। वहीं भूमि एवं भवन के मामलों या फिर व्यापार एवं विदेश के मामलों में भी प्रगति की स्थिति बनी हुई रहेगी। जिससे आप खुश रहेगे। परिवार के साथ तालमेल गहरा रहेगा। किन्तु सुख भावगत राहू का गोचर आपकी तिकड़ी बिगाडऩे के पूरे प्रयास में रहेगा। जिससे शारीर में कष्ट रोग एवं पीडाओं की स्थिति रहेगी। कार्य क्षेत्र में विरोध एवं परस्पर मनमुटाव की स्थिति इस सप्ताह उभर सकती है। जिससे परेशान रहेंगे। क्योंकि कर्म भाव का केतु आपको भय एवं दु:ख दे सकता है। आय भावगत उच्च का मंगल आपका मंगल एवं कल्याण करने के लिये तत्पर रहेंगे। शनि एवं गुरू भी आमदनी बढ़ाने के संकेत दे दिये हैं।
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