जालंधर (बंटी भगत) : Opposition to Khaira in Congress सुखपाल सिंह खैहरा के कांग्रेस में दोबारा शामिल होते ही हल्के के टकसाली कोंग्रेसियों के सुर बागी होने शुरू हो गए और खैहरा का कांग्रेस में शामिल होने पर जबरदस्त विरोध हो गया। शुक्रवार को पंजाब प्रेस क्लब में कांग्रेस के प्रवक्ता अमनदीप सिंह गोरा गिल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस को सम्बोधित करते हुए कहा की सुखपाल सिंह खैहरा कभी कांग्रेस पार्टी का वफादार नहीं बन सकता कैप्टन साहब अपने फैसले पर दोबारा बिचार करें। क्योंकि जो बार-बार दल बदलता है उस पर क्या विश्वास किया जा सकता है। खैहरा ने अपने इलाका वासियो के साथ साथ अपने निजी संबंधों में खालड़ा परिवार का भी भरोसा तोड़ा है।
गोरा गिल ने बतया खैरहा का इतिहास Gora Gill exposed Sukhpal Khaira’s Character
Opposition to Khaira in Congress गोरा गिल ने कहा कि खैहरा पहले 1995 कांग्रेस में शामिल हुए हुए थे इससे पहले खैहरा के पिता अकाली रहे हैं। खैहरा के पिता सुखजिंदर सिंह ने खालिस्तान का समर्थन करते हुए कपूरथला की कचहरी में खालिस्तान का झंडा भी लहराया था। खैहरा पहले 1997 फिर 2002 में कांग्रेस की तरफ से बीबी जागीर कौर के खिलाफ चुनाव लड़ा और हार गया। पर सरकार कांग्रेस की बन गई। 2007 में MLA तो बन गया लेकिन अकाली सरकार बन गयी। इस दौरान हलके का कोई विकास नहीं करवाया गया। 2012 के चुनाव में बीबी जगीर कौर जीत गए। सुखपाल सिंह खेरा को हार का सामना करना पड़ा था।
Opposition to Khaira in Congress
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क्या कांग्रेस में फिर से टिक पाएंगे खैहरा ?
कांग्रेस छोड़ कर आम आदमी पार्टी में गये फिर वहां से अपनी पंजाबी एकता पार्टी बना ली और अब फिर से कांग्रेस गए हैं। इस बात की क्या गारंटी है की अब कांग्रेस में टिक जायेंगे। उन्होंने कहा की आने वाले दिनों में जब लोगों ने ये तय कर लिया की किस की सरकार बनानी है तो ये फिर में चले जायेंगें। उन्होंने कहा की राजनीतिक लोगों को अगर आम जनता बुरा कहती तो ऐसे लोगों की वजह से ही कहती है क्यों की ऐसे लोगों कोई स्टैंड नहीं है।
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