जालंधर (वीकैंड रिपोर्ट): सीटी इंस्टीट्यूट ऑफ आर्किटेक्चर एंड प्लानिंग ने लुधियाना के लोक्ल सेंटर इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियर्स (इंडिया) एवं सीटी यूनिवर्सिटी के सहियोग से वल्र्ड हैबिटेट डे के अवसर पर वैबिनार आयोजित करवाया।
यह वैबिनार हाउसिंग ऑफ ओल- ए बैटर अर्बन यूचर थींम पर करवाया गया। सीटी इंस्टीट्यूट ऑफ आर्किटेक्चर एंड प्लानिंग की प्रिंसिपल श्रुति.एच.कपुर ने कहा कि इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियर्स (इंडिया) और सीटी ग्रुप को जुड़े हुए लगभग 7 साल हो गए हैं। इसके साथ ही उन्होंने सारी आर्किटैक्चर से संबधित लोगों को वल्र्ड हैबिटेट डे की शुभकामनाएं दी।
इस दौरान लुधियाना लोक केंद्र के अध्यक्ष ई.आर आर.एल.महाजन ने कहा कि इंस्टीट्यूशंन ऑफ इंजीनियर्स तकनीकी गतिविधियों को बड़े पैमाने पर बढ़ावा दे रहा था। इसके साथ ही सेक्रेटरी इ.आर सुरजीत ने इंस्टीट्युशंस के इतिहास और वैबिनार की थींम के बारे में बताया। वहीं मु य स्पीकर फुल सर्कल की ए.आर जसप्रीतकौर रही। उन्होंने सभी को ह्युमन सैटलमैंट के लिए सामुहिक जि मेदारियों के बारे में बताया। भारत में बढ़ती आबादी और संसाधनों पर तनाव के साथ समूह आवास को प्रोत्साहित करने की आवश्यकता है ताकि मूल्यवान शहरी भूमि का अधिक कुशल उपयोग किया जा सके। इसके साथ ही उन्होंने इस तथ्य पर प्रकाश डाला कि आने वाले वर्षो में हमारी 40 प्रतिशत से अधिक आबादी शहरी क्षेत्रों में निवास करेगी और सभी के लिए मकान उपलब्ध कराना चुनौतीपूर्ण होगा।
इस ऑनलाइन कार्यक्रम में 300 से अधिक छात्रों और प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया। फैकल्टी एडवाइजर- स्टूडेंट्स चैप्टर, जीएनडीईसी एंड एगजीक्यूटिव मेंबर आईई डॉ.अरविंद ढींगरा के धन्यावाद प्रस्ताव को देते हुए एल.एल.सी ने कहा कि सभी की बढ़ती आवासी जरूरतों को पूरा करने के लिए टैक्नोक्रेट्स समाधान के साथ आना चाहिए।
सीटी ग्रुप के मैनेजिंग डायरैक्टर मनबीर सिंह ने कहा कि टैक्नॉलोजी की दुनिया में तेजी से बदलाव आर रहा है। इस प्रकार छात्रों को अपने आसपास की समस्याओं के सामाधान खोजने के लिए खासकर कोविड-19 से निपटने के लिए और अधिक मेहनत करने की जरूरत है