जालंधर (वीकैंड रिपोर्ट): हंस राज महिला महाविद्यालय की उपलब्धियों की फेहरिस्त में एक और उपलब्धि जुड़ गई है। एचएमवी को यूजीसी द्वारा नेशनल स्किल क्वालीफिकेशन फ्रेमवर्क के अन्तर्गत पीएचडी इन मल्टीमीडिया एंड डिजाइन प्रदान की गई है। इसी के साथ एनएसक्यूएफ के अन्तर्गत पीएचडी करवाने वाला एचएमवी उत्तर भारत का पहला कालेज बन गया है। प्राचार्या प्रो. डॉ. श्रीमती अजय सरीन जी ने इस उपलब्धि पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि एचएमवी अपने अस्तित्व के पहले दिन से ही नारी शिक्षा के क्षेत्र में अग्रसर है।
एचएमवी में लड़कियों को ग्यारहवीं कक्षा से लेकर पोस्ट ग्रैजुएशन तक शिक्षित किया जाता था लेकिन अब लड़कियां पीएचडी भी यहां से कर सकती हैं। उन्होंने बताया कि यूजीसी द्वारा कौशल केन्द्र और कम्युनिटी कालेज के अन्तर्गत जारी नई कोर्सों की लिस्ट में एचएमवी को छ: नए कोर्स दिए गए हैं। जिनमें पीएचडी इन मल्टीमीडिया एंड डिजाइन, एम. वॉक इन मेंटल हैल्थ काउंसलिंग, बी.वॉक इन मैनेजेमैंट एंड एंटरप्रेन्योरशिप, डिप्लोमा इन कुकिंग एंड केटरिंग मैनेजमैंट तथा डिप्लोमा इन कम्यूनिकेशन स्किल्स शामिल हैं। डीन अकादमिक डॉ. कंवलदीप कौर बताया कि कालेज में पहले से ही यूजीसी के कौशल केन्द्र के अन्तर्गत बी.वॉक इन फैशन टैक्नालोजी, जर्नलिजम एंड मीडिया, मैंटल हैल्थ काउंसलिंग, ब्यूटी एंड वैलनेस, फाइनेंशियल सर्विसिस, ई-कॉमर्स एंड डिजिटल मार्किटिंग, फिटनैस एंड योगा, ब्यूटी एंड वैलनेस तथा एम.वॉक इन वैब टैक्नालोजी एंड मल्टीमीडिया शामिल है। पीएचडी का मिलना कालेज के लिए गर्व की बात है।
कम्यूनिटी कालेज कोआर्डिनेटर श्रीमती मीनाक्षी स्याल ने बताया कि कम्यूनिटी कालेज के अन्तर्गत भी कालेज में एक व दो वर्षीय डिप्लोमा कोर्स चल रहे हैं जो कि एनएसक्यूएफ लैवल के अनुसार चलाए जा रहे हैं। इन डिप्लोमा कोर्सों की फीस काफी कम है तथा इन्हें सैक्टर स्किल काउंसिल की सर्टीफिकेशन प्राप्त है। इनके लिए कालेज ने इंडस्ट्री के साथ मिलकर इनका सिलेबस तैयार किया है ताकि छात्राओं को इंडस्ट्री की मांग के अनुसार काम सिखाया जा सके। इनमें मल्टी एंट्री व एग्जिट की सुविधा भी है। इन कोर्सों में दाखिला लेने के लिए कोई आयु सीमा भी नहीं है। +2 पास कोई भी छात्रा इन कोर्सों में दाखिला ले सकती है। प्राचार्या प्रो. डॉ. श्रीमती अजय सरीन जी ने फैकल्टी सदस्यों को नए कोर्स मिलने के लिए बधाई दी व उनकी हौसला अफजाई की।