रुड़की (वीकैंड रिपोर्ट): कोरोना वायरस पूरी दुनिया में अब तक 11,18,059 लोगों को संक्रमित कर चुका है। इनमें 59,206 लोगों की मौत हो चुकी है। हालांकि, 2,29,153 लोग संक्रमण से उबरकर घर लौट चुके हैं। इलाज के दौरान बड़ी संख्या में लोगों को वेंटिलेटर की जरूरत पड़ी है। एक अनुमान के मुताबिक, भारत में इस समय केवल 48,000 वेंटिलेटर मौजूद हैं। इसमें भी ज्यादातर वेंटिलेटर्स का इस्तेमाल पहले से आईसीयू में भर्ती दूसरी बीमारियों के मरीजों के इस्तेमाल में हो रहा है। ऐसे में अगर देश में कोरोना वायरस तेजी से फैला तो वेंटिलेटर्स की किल्लत हो जाएगी। इसको ध्यान में रखते हुए देश के अलग-अलग हिस्सों में इंजीनियर्स और रिसर्चर्स सस्ते वेंटिलेटर्स बनाने में जुटे हैं। इस बीच आईआईटी रुड़की के शोधकतार्ओं ने कम कीमत वाला वेंटिलेटर तैयार कर लिया है।
आईआईटी रुड़की के बनाए क्लोज-लूप वाले इस वेंटिलेटर को कम्प्रेस्ड एयर की जरूरत नहीं होगी। इसकी वजह से जब आईसीयू में वार्ड बदला जाता है तो यह काफी आसान होता है यानी ये वेंटिलेटर पोर्टेबल होगा। आईआईटी रुड़की ने इस वेंटिलेटर का नाम प्राणवायु रखा है। यह कम कीमत वाला वेंटिलेटर एम्स के साथ मिलकर बनाया गया है। इसके फीचर्स काफी अच्छे हैं। आईआईटी रुड़की का कहना है कि इस वेंटिलेटर की रिमोट मॉनिटरिंग की जा सकती है। साथ ही इसमें टच स्क्रीन कंट्रोल भी दिया गया है। इसकी मदद से मरीज को दी जाने वाली एयर का तापमान भी कंट्रोल किया जा सकता है। इसके प्रेशर और फ्लो रेट को ऑटोमेटेड प्रोसेस से कंट्रोल किया जाता है। आईआईटी रुड़की के मुताबिक, इस वेंटिलेटर की कीमत सिर्फ 25,000 रुपये है।
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