धर्म डेस्क (वीकैंड रिपोर्ट) : Shiv Ji Aarti : शिव जी की पूजा में उनकी आरती से उनकी महिमा गाई जाती है। शिव शंकर को भोलेनाथ, त्रिलोकीनाथ, नीलकंठ, महादेव आदि नामों से भी पुकारा जाता हैं। मान्यताओं के अनुसार शिव शंकर की पूजा आराधना करने से गृहस्थ जीवन में अनुकूलता प्राप्त होती है। माना जाता है शिव जी बहुत जल्द अपने भक्तों पर प्रसन्न होते हैं और सच्चे मन से की गई भक्ति पर उनके कष्टों को हर लेते हैं। सोमवार को, सावन में, महाशिवरात्रि पर आप शिव पूजा के समापन से पहले आरती जरूर करें।
जय शिव ओंकारा, ॐ जय शिव ओंकारा ।
ब्रह्मा, विष्णु, सदाशिव, अर्द्धांगी धारा ॥
ॐ जय शिव ओंकारा
एकानन चतुरानन पंचानन राजे ।
हंसासन गरूड़ासन वृषवाहन साजे ॥
ॐ जय शिव ओंकारा
ब्रह्मा विष्णु सदाशिव जानत अविवेका ।
प्रणवाक्षर में शोभित ये तीनों एका ॥
ॐ जय शिव ओंकारा
लक्ष्मी व सावित्री पार्वती संगा ।
पार्वती अर्द्धांगी, शिवलहरी गंगा ॥
ॐ जय शिव ओंकारा
त्रिगुणस्वामी जी की आरती जो कोइ नर गावे ।
कहत शिवानंद स्वामी सुख संपति पावे ॥
ॐ जय शिव ओंकारा।
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