जालंधर (वीकैंड रिपोर्ट)- Religious News :सनातन धर्म का महत्वपूर्ण पर्व गीता जयंती मार्गशीर्ष मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी को मनाई जाती है। इस साल गीता जयंती 11 दिसंबर को मनाई जाएगी। गीता जयंती के दिन सुबह स्नान के बाद साफ वस्त्र धारण कर लें। उसके बाद मंदिर की साफ सफाई करके साफ चौकी के ऊपर गीता की पुस्तक रखें और उस पर फूल, चंदन अर्पित करें। फिर गीता की पुस्तक को धूप, दीप दिखाएं और नैवेद्य अर्पित करें। इस दिन भगवान विष्णु की भी विधिवत पूजा करें। गीता जयंती के दिन गीता का पाठ करना शुभ फलदायी माना जाता है।
एकादशी तिथि का प्रारंभ- 11 दिसंबर 2024 को सुबह 3 बजकर 42 मिनट से
एकादशी तिथि का समापन- 12 दिसंबर 2024 को सुबह 1 बजकर 09 मिनट तक रहेगा
ऐसे में उदयातिथि के अनुसार, गीता जयंती 11 दिसंबर 2024 को मनाई जाएगी।
वैदिक पंचांग के मुताबिक, गीता जयंती के दिन कई शुभ योग बन रहे हैं। इस दिन वरीयान, रवि और बद्रवास योग का निर्माण होने जा रहा है। धार्मिक मान्यता के मुताबिक इन शुभ योगों में भगवान विष्णु की पूजा करने से भक्तों को मन के मुराद पूरे होते हैं।
-----------------------------------------------------------------
देश-दुनिया की ताजा खबरों के लिए >>>Join WhatsApp Group Join<<< करें। आप हमें >>>Facebook<<< फॉलो कर सकते हैं। लेटेस्ट खबरें देखने के लिए हमारे यूट्यूब चैनल को भी सबस्क्राइब करें।
-----------------------------------------------------------------