लुधियाना (वीकैंड रिपोर्ट): COVID-19 की वजह से जहां विश्व सहित पंजाब के कोने-कोने में हाहाकार मच गया था, साल पहले के इस दौर में पंजाब की जेलों पर भी कोरोना की बीमारी का भयंकर असर पड़ा था। उस दौर में जेल से पैरोल पर बाहर कैदियों को वापस जेलों में डालने के लिए आदेश पारित होने जा रहा है। इस संबंध में पंजाब के जेल प्रशासन (Jail administration) के सूत्रों ने बताया कि पिछले एक साल से पैरोल पर चल रहे सैंकड़ों कैदियों की पैरोल खत्म की जाएगी क्योंकि उनका असली घर जेल है और जब तक कैदियों की सजा नहीं पूरी हो जाती, उन पर कम की गई सख्ती को फिर से कसा जाएगा और उन्हें वापस जेल में डाला जाएगा।
600-700 पुरुष व 70 महिला कैदी हैं पैरोल पर
विभागीय सूत्रों ने आंकड़ों पर नजर डालते हुए बताया कि कोरोना काल में पंजाब की जेलों से करीब 600-700 पुरुष कैदी पैरोल पर छोड़े गए व ऐसी महिला कैदियों की संख्या 70 के करीब है जो कोरोना के समय छोड़े जाने के बाद अभी भी अपने घरों में हैं क्योंकि तब उन्हें कोरोना की बढ़ती तादाद को देखते हुए छोड़ा गया था लेकिन अब कोरोना वैक्सीन आने के बाद इन कैदियों की पैरोल खत्म की जा रही है।
विभाग को करनी पड़ सकती है मशक्कत
बेशक जेल प्रशासन यह दावा कर रहा है कि कोरोना के चलते पैरोल पर गंभीर अपराधियों को नहीं छोड़ा गया था, लेकिन विभाग के सूत्र बताते हैं कि पैरोल लेने में कुछ ऐसे कैदी भी कामयाब हो गए हैं, जो संगीन धाराओं के तहत जेल में बंद थे।
अब एकदम से उनकी पैरोल बंद होने से उन्हें वापस जेल में लाना भी जेल प्रशासन के लिए टेढ़ी खीर साबित हो सकता है क्योंकि इन कैदियों ने लगभग एक साल आजादी की फिजा का आनंद लिया है जो फिर से जेल में जाने से कन्नी कतरा सकते हैं और विभाग को भी इन्हें काबू करने में मशक्कत करनी पड़ सकती है।