नई दिल्ली (वीकैंड रिपोर्ट)- Rajoana mercy petition should be considered in two weeks… सुप्रीम कोर्ट ने भारत के राष्ट्रपति के सचिव से अपील की है कि वह मौत की सजा पाए कैदी बलवंत सिंह राजोआना की दया याचिका दो सप्ताह के भीतर राष्ट्रपति के समक्ष रखें और इस पर विचार करने का अनुरोध किया जाए। राजोआना को 1995 में पंजाब के तत्कालीन मुख्यमंत्री बेअंत सिंह की हत्या के लिए मौत की सजा सुनाई गई थी।
दरअसल घटना 31 अगस्त 1995 की है जब मुख्यमंत्री बेअंत सिंह रोज की तरह सचिवालय में थे। वह किसी काम से बाहर निकल रहे थे। सचिवालय से निकलते ही जैसे वह अपनी कार में बैठने वाले थे, वहां मौजूद पंजाब पुलिस के एक जवान दिलावर सिंह बब्बर ने खुद पर बंधे बम में विस्फोट कर लिया। इस विस्फोट में मुख्यमंत्री के साथ सत्रह लोग मारे गए थे। मंजर इतना दर्दनाक था कि देखना मुश्किल था। चारों पर लाशों को चीथड़े पड़े थे।