जालंधर (वीकैंड रिपोर्ट): एच.एम.वी. कॉलीजिएट सीनियर सेकेण्डरी स्कूल में कॉलेज प्राचार्या प्रो. डॉ. (श्रीमती) अजय सरीन के प्रोत्साहनात्मक दिशा-निर्देशन एवं श्रीमती मीनाक्षी स्याल (स्कूल कोआर्डिनेटर) के योग्य नेतृत्व अधीन महत्वाकांक्षी कैरियर प्राप्त करने के लिए सफलता का मंत्र विषय पर वेबिनार का सफलतापूर्वक आयोजन किया गया।
वेबिनार का शुभारंभ सर्वमंगल कामना हेतु ज्ञान का प्रतीक गायत्री मंत्र का गायन एवं प्रकाश की ज्योति प्रज्ज्वलित कर किया गया। तत्पश्चात् प्राचार्या प्रो. डॉ. (श्रीमती) अजय सरीन ने इस अवसर पर आमन्त्रित युवा दूरदर्शी नेता एवं बहुमुखी एंटरप्रेन्योर श्री उज्ज्वल चुघ (सी.ई.ओ., फाऊंडर, आई.एस.ओ.एल.एस. ग्रुप्स) का सह्रदय स्वागत किया एवं श्रीमती मीनाक्षी स्याल के इस प्रशंसात्मक कार्य की प्रशंसा करते हुए कहा कि वे स्वयं सफलता के एक प्रतिरूप हैं, जिन्होंने अपने परिश्रम द्वारा स्कूल को सफलता की ऊंचाईयों तक पहुंचाया है।
अपने वक्तव्य में प्राचार्या जी ने कहा कि प्रत्येक मनुष्य के लिए सफलता का अर्थ एवं महत्व अलग-अलग है। मनुष्य कड़ी मेहनत, दृढ़ता, समर्पण एवं डर को जीत कर ही जिंदगी में नियोजित लक्ष्य को प्राप्त करने में सफल हो सकता है। अंत में उन्होने कहा कि आदरणीय आर्य रतन पद्मश्री पूनम सूरी जी (प्रधान डीएवीसीएमसी) सदैव नारी शिक्षा पर जोर देते हुए कहते हैं कि यदि समाज को नई दिशा प्रदान करनी है तो नारी को शिक्षित करना आवश्यक है। मुख्य वक्ता श्री उज्ज्वल चुघ ने प्राचार्या प्रो. डॉ. (श्रीमती) अजय सरीन एवं श्रीमती मीनाक्षी स्याल की प्रशंसा करते हुए कहा कि वे एच.एम.वी. का हिस्सा बन कर सम्मान की भावना महसूस करते हैं।
उन्होंने पी.पी.टी. के माध्यम से छात्राओं को अपने अंदर छिपी प्रतिभा एवं क्षमता को प्रदर्शित करने के लिए प्रेरित किया और उन्हें विश्वास दिलाया कि वे अपने विचारों को क्रियात्मक रूप प्रदान कर जीवन में सफल हो सकती हैं। उन्होंने सफलता के सात मूल मंत्र- ध्यान केंद्रित करना, कार्य की प्रमाणिकता, स्पष्टता, ज्ञान, आत्मविश्वास, आत्मसमर्पण एवं दृढ़ता का ज्ञान छात्राओं के साथ सांझा किए।
अंत में उन्होंने छात्राओं को साधारण से असाधारण करने का संदेश देकर उनमें सफलता एवं लक्ष्य प्राप्ति की भावना जागृत की। इस संवादात्मक सत्र में छात्राओं द्वारा पूछे गए प्रश्नों के भी उत्तर दिए गए जिमसें छात्राओं ने उत्साहपूर्वक प्रतिभागिता की एवं बहुमूल्य ज्ञान अर्जित किया।
अंत में श्रीमती मीनाक्षी स्याल (कोआर्डिनेटर स्कूल) ने वेबिनार को सफल बनाने हेतु धन्यवाद ज्ञापन ज्ञापित करते हुए समस्त प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष सहयोगियों के प्रति हार्दिक आभार व्यक्त किया एवं छात्राओं को चार डी का मंत्र – इच्छा, समर्पण, सही दिशा, दृढ़ता दिया, जिसको अपनाकर विद्यार्थी अपने जीवन में सफल हो सकते हैं। वेबिनार के मध्यस्थ की भूमिका निभाते हुए मंच संचालन डॉ. अंजना भाटिया ने सफलतापूर्वक किया।