जालंधर (वीकैंड रिपोर्ट) : रेकॉग्निसेड और एफिलिएटेड स्कूल एसोसिएशन (रासां ) पंजाब की एक अहम् मीटिंग डॉ : रविंदर सिंह मान की अद्दक्ष्ता के अधीन हुई। जिस में पंजाब सरकार की तरफ से प्राइवेट स्कूलों के प्रति अपनाई नीतिओ पर विचार की गई। मौजूदा शिक्षा नीतिओ के कारण पंजाबकी शिक्षा पर पड़ रहे बुरे प्रभाव की चिंता प्रगट की। रासा प्रधान रविंदर सिंह मान ने कहा की कोरोना की आड में शिक्षा विभाग की तरफ से पिछले साल की बोर्ड क्लासो की शिक्षा ऑन लाइन हुई ,ताकि स्कूलों में सी सी ई अंको के आधार पर ग्रेड दे कर नतीजे घोषित कर दिए थे।
उसी तर्ज पर इस बार भी स्कूल बंद करवा कर बच्चों के बोर्ड के नतीजे एलान करने की आशंका है। शिक्षा विभाग की तरफ से इस समय परबन रही नीतिया पंजाब के शिक्षा मियार को नींचा गिरा रहा है. रासा की तरफ से लिया गया फैसला रासा के समूह स्कूल 25 मार्च को अपने अपने स्कूल मे माँ-बाप अध्यापक और सेवादारों के साथ काली पट्टी , काले झण्डे के साथ रोष प्रदर्शन करेंगे। इस के बाद 30 मार्च को पंजाब के समूह डिपुटी कमिश्नर को मांग पत्र सौंपे जायेंगे। अगर सरकार ने 1 अप्रैल से स्कूल न खोले तो रासा रोष पंजाब पर संघर्ष करेगी।
इस मौके पर रासा प्रधान डॉ रविंदर मान, सुखविंदर सिंह भल्ला, सुजीत कुमार शर्मा, जगजीत सिंह, हरजीत ब्राड, सकतर संधू , चरणजीत पारोवाल, सुखमिंदर मौन, जगतपाल महाजन, बलकार, शिव कुमार गौतम, सवराज कुमार, परताप सिंह संधू, कुलदीप, हर्षदीप सिंह रंधावा, आदर्शप्रीत सिंह आदि मैम्बर शामिल रहे।