लद्दाख में भारतीय सेना के तीन जवानों की शहादत के बाद कांग्रेस ने केंद्र सरकार पर हमला शुरू कर दिया है। कांग्रेस की ओर से प्रेस रिलीज जारी कर पीएम नरेंद्र मोदी और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने चुप्पी तोड़ने को कहा है।
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कांग्रेस ने कहा पिछले 5 दशकों में एलएसी पर एक भी दुर्घटना नहीं हुई
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लद्दाख सीमा पर हुई जवानों की शाहदत देश के लिए चिंता का विषय
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पीएम नरेंद्र मोदी और रक्षा मंत्री पूरे देश के सामने रखे अपना पक्ष
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कांग्रेस ने कहा देश को जानकारी दें कितने हिस्से पर चीन ने किया है कब्जा
नई दिल्ली (वीकैंड रिपोर्ट) : लद्दाख में चीनी सैनिकों के साथ झड़प में सेना के जवानों की शहादत के बाद केंद्र सरकार पर कांग्रेस ने हमला शुरू कर दिया है। कांग्रेस की ओर से केंद्र सरकार को घेरते हुए कहा गया है कि ऐसी घटना स्वीकार नहीं है। पीएम नरेंद्र मोदी और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को अपनी चुप्पी तोड़नी होगी। बता दें कि लद्दाख की गलवान घाटी में सोमवार रात चीनी सैनिकों के साथ हिंसक टकराव के दौरान भारतीय सेना का 1 अधिकारी और 2 जवान शहीद हो गए। सेना ने यह जानकारी दी है।
कांग्रेस ने जारी की प्रेस रिलीजपार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने प्रेस रिलीज जारी किया है। उसमें कहा गया है कि चीनी सेना द्वारा लद्दाख में 3 स्थानों पर अप्रैल ,मई के बाद भारतीय सीमा में की गई घुसपैठ की खबरों ने पूरे देश में गंभीर चिंता पैदा कर दी है। भारतीय की सुरक्षा व क्षेत्रीय अखंडता से कोई समझौता नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि पिछले पांच दशकों में एलएसी पर एक भी दुर्घटना नहीं हुई है। भारतीय सेना के जवानों की शाहदत भारत-चीन सीमा पर नहीं हुई है।
राहुल गांधी ने जाहिर की संवेदना
लद्दाख में हुई देश के जवानों की शहादत पर कांगेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने संवेदना व्यक्त करते हुए ट्वीट किया है। जिसमें उन्होंने लिखा है कि देश के लिए शहीद होने वाले जवानों के दर्द को शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता है। हमारे देश के लिए अपने जीवन का बलिदान देने वाले जवानों के चाहने वालों के प्रति मेरी संवेदना है। हम इस कठिन समय में उनके साथ खड़े हैं।
पार्टी के वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा ने ट्वीट कर कहा, यह गंभीर राष्ट्रीय चिंता का विषय है क्योंकि इसका राष्ट्रीय सुरक्षा पर गंभीर प्रभाव पड़ता है। सरकार को तत्काल देश को विश्वास में लेना चाहिए। उन्होंने कहा, संसदीय लोकतंत्र में सरकार से उम्मीद की जाती है कि वह राजनीतिक दलों को जमीनी स्थिति के बारे में जानकारी दे।
कई सवालों में सरकार को घेरा
कांग्रेस नेता ने सवाल किया, क्या यह सच है कि चीनी सेना ने गलवान घाटी में भारतीय सेना के एक अधिकारी और दो सैनिकों को मार डाला है? क्या यह सही है कि अन्य भारतीय सैनिक भी इस हमले में गंभीर रूप से घायल हुए हैं? यदि हां, तो प्रधानमंत्री मोदी और रक्षा मंत्री चुप्पी क्यों साधे हुए हैं? उन्होंने यह भी पूछा, क्या प्रधानमंत्री और रक्षा मंत्री इस बात पर राष्ट्र को विश्वास में लेंगे कि हमारे अधिकारी और सैनिक ऐसे समय में कैसे शहीद हो सकते हैं जबकि चीनी सेना गलवान घाटी के हमारे क्षेत्र से कब्जा छोड़ कथित तौर पर वापस जा रही थी?
बातचीत के बीच चीन का धोखा, लद्दाख बॉर्डर पर 45 साल बाद हिंसक झड़प
केंद्र सरकार बताए कि हमारे उच्च सेना अधिकारी और सैनिक कैसे और किन परिस्थितियों में शहीद हुए? सुरजेवाला ने सवाल किया, अगर हमारे अधिकारी और सैनिकों के शहीद होने का यह वाकया कल रात हुआ था, तो आज दोपहर 12.52 बजे बयान क्यों जारी किया गया और 16 मिनट बाद ही यानी दोपहर 1.08 बजे बयान क्यों बदला गया? उन्होंने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री और रक्षा मंत्री ने अप्रैल,मई, 2020 से चीनी सेना द्वारा हमारे क्षेत्र पर कब्जे के बारे में चुप्पी साध रखी है और सार्वजनिक पटल पर किसी भी सवाल का जवाब देने से इनकार कर दिया है।
कितने हिस्सों में चीन ने किया है कब्जा
सुरजेवाला ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी देश के सामने इस बात को रखेंगे कि अप्रैल और मई के महीनें में चीनी सैनिकों ने भारत के कितने हिस्सों में कब्जा किया है। पूरा देश इस बात को जानना चाह रहा है। उन्होंने कहा है कि पीएम नरेंद्र मोदी को देश को बताना होगा कि उनके पास इस मसले से निपटने के लिए क्या रणनीति है।
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