चंडीगढ़ (वीकैंड रिपोर्ट): कोरोना मरीज़ों की बढ़ती संख्या के मुकाबले सरकारी और निजी अस्पतालों में साधनों की कमी होने के मद्देनज़र सरकार ने घर में एकांतवास के नियमों को ओर आसान कर दिया है, जिसके लिए कोरोना के मामूली लक्षण होने पर भी मैडीकल चैकअप के झंझट से छुटकारा मिल गया है और सिर्फ़ टैस्ट के समय अंडरटेकिंग देनी पड़ेगी। यहाँ बताना ज़रूरी होगा कि शुरुआती दौर में किसी भी कोरोना पॉजिटिव को अस्पताल में लाया जाता था परन्तु जैसे-जैसे मरीज़ों की संख्या में विस्तार हो रहा है, उनके लिए अस्पतालों में बैड न मिलने की समस्या का हल करने के लिए उनको घर में एकांतवास की सुविधा दी जा रही थी परन्तु उससे पहले इन लोगों के लिए सरकारी सेहत केंद्र में आकर मैडीकल चैकअप करवाना ज़रूरी था और मरीज़ के फिट होने के अलावा उसके घर में अटेच बाथरूम वाला अलग कमरा होने की भी चैकिंग के बाद ही उसे घर में एकांतवास की मंज़ूरी दी जाती थी।
इस प्रक्रिया में लोगों को आ रही परेशानी के मद्देनज़र घर में एकांतवास के लिए अप्लाई करने के लिए ऑनलाइन एप लांच की गई थी, फिर भी मैडीकल चैकअप के नाम पर सरकारी सेहत केंद्र में भीड़ कम नहीं हो रही थी। इस के मद्देनज़र सेहत विभाग की तरफ से जो नयी हिदायत जारी की गई है, उसके मुताबिक अब टेस्ट करने दौरान लोगों से घर में एकांतवास संबंधी अंडर टेकिंग ले ली जायेगी। इसके अधीन नमूने लेने वाली मैडीकल टीम की तरफ से व्यक्ति की फिटनैस पहले ही चैक कर ली जायेगी और रिपोर्ट पॉजिटिव होने की हालत में उसे मामूली लक्षण होने पर भी घर में एकांतवास संबंधी मैडीकल चैकअप करवाने के लिए सरकारी सेहत केंद्र में आने की ज़रूरत नहीं होगी
इस तरह होगी चैकिंग
कोविड मरीज ट्रेकिंग टीम की लगाई जाएगी ड्यूटी
फोन पर ली जायेगी सेहत संबंधी जानकारी
तीन बार करना होगा घर का दौरा
होम आइसोलेशन संबंधी शर्तों का पालन होने की करनी होगी रिपोर्ट
अस्पताल में शिफ्ट होगा नियमों का उल्लंघन करने वाला मरीज
बुजुर्ग और गर्भवती महिलाओं को लेना होगा डॉक्टर का सर्टिफिकेट
सेहत विभाग की तरफ से अब तक कोरोना पॉजिटिव 60 साल से अधिक उम्र वाले बुज़ुर्ग और गर्भवती महिलाओं को घर में एकांतवास की मंज़ूरी देने से गुरेज़ किया जा रहा था, जिनके लिए अस्पताल में दाख़िल होने के अलावा सरकार ने सेहत केंद्र में मैडीकल चैकअप करवाने की शर्त लगाई थी परन्तु नई हिदायत में उनको भी राहत दी गई है, जिनको अब कोरोना संक्रमित होने पर डाक्टर की तरफ से घर में एकांतवास के लिए फिट होने संबंधी सर्टिफिकेट लेना होगा, उसी डाक्टर को उनकी मॉनिटरिंग की ज़िम्मेदारी भी लेनी होगी।