नई दिल्ली (वीकैंड रिपोर्ट): प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज स्वतंत्रता दिवस के मौके पर ऐतिहासिक लाल किले की प्राचीर से देश को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने बुनियादी ढांचे से लेकर सोशल वेलफेयर तक की कई घोषणाएं कीं. साथ ही पीएम मोदी ने देश को मेक इन इंडिया के साथ मेक फॉर वर्ल्ड का मंत्र दिया है.
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत को आधुनिकता की तरफ तेज गति से ले जाने के लिए देश के ओवरऑल इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट को एक नई दिशा देने की जरूरत है. ये जरूरत नेशनल इंफ्रास्ट्रक्चर पाइपलाइन प्रोजेक्ट से पूरी होगी. मोदी ने कहा कि इंफ्रास्ट्रक्चर पर देश 100 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा खर्च करने की दिशा में आगे बढ़ रहा है. अलग-अलग सेक्टर्स के लगभग 7 हजार प्रोजेक्ट्स को चिह्नित भी किया जा चुका है. ये एक तरह से इंफ्रास्ट्रक्चर में एक नई क्रांति की तरह होगा.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस दौरान आत्मनिर्भर भारत पर चर्चा की. उन्होंने कहा कि सिर्फ कुछ महीने पहले तक एन-95 मास्क, पीपीई किट, वेंटिलेटर ये सब हम विदेशों से मंगाते थे. आज इन सभी में भारत न सिर्फ अपनी जरूरतें खुद पूरी कर रहा है, बल्कि दूसरे देशों की मदद के लिए भी आगे आया है.
इन्फ्रास्ट्रक्चर और वेलफेयर की 10 बड़ी घोषणाएं
1. पीएम मोदी ने नेशनल डिजिटल हेल्थ मिशन का ऐलान किया. उन्होंने कहा कि आज से देश में एक और बहुत बड़ा अभियान शुरू होने जा रहा है. ये है नेशनल डिजिटल हेल्थ मिशन. नेशनल डिजिटल हेल्थ मिशन, भारत के हेल्थ सेक्टर में नई क्रांति लेकर आएगा.
2. देश की अर्थव्यवस्था को कोरोना के प्रभाव से जल्दी बाहर निकालना हमारी प्राथमिकता है, नेशनल इंफ्रास्ट्रक्चर पाइपलाइन प्रोजेक्ट पर 110 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा खर्च किए जाएंगे. लगभग 7 हजार प्रोजेक्ट्स को चिन्हित भी किया जा चुका है.
3.प्रधानमंत्री ने कहा कि 7 करोड़ गरीब परिवारों को मुफ्त गैस सिलेंडर दिए गए, राशनकार्ड हो या न हो, 80 करोड़ से ज्यादा लोगों को मुफ्त अन्न की व्यवस्था की गई, बैंक खातों में करीब-करीब 90 हजार करोड़ रुपये सीधे ट्रांसफर किए गए.
4.पीएम ने कहा कि विकास के मामले में देश के कई क्षेत्र भी पीछे रह गए हैं. ऐसे 110 से ज्यादा आकांक्षी जिलों को चुनकर, वहां पर विशेष प्रयास किए जा रहे हैं ताकि वहां के लोगों को बेहतर शिक्षा मिले, बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मिलें, रोजगार के बेहतर अवसर मिलें.
5. लाल किले से अपने भाषण में पीएम मोदी ने देश की बेटियों को भी सलाम किया. इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि लड़कियों की शादी की उम्र को लेकर सरकार समीक्षा कर रही है.प्रधानमंत्री ने कहा कि लड़कियों की शादी की सही आयु क्या हो, इसके लिए हमने कमेटी बनाई है. उसकी रिपोर्ट आते ही बेटियों की शादी की उम्र को लेकर भी उचित फैसले लिए जाएंगे.’
6. प्रधानमंत्री ने कहा कि महिलाओं के खातों में 30 हजार करोड़ रुपये डाले गए. उन्होंने कहा कि देश के जो 40 करोड़ जनधन खाते खुले हैं, उसमें से लगभग 22 करोड़ खाते महिलाओं के ही हैं. कोरोना के समय में अप्रैल-मई-जून, इन तीन महीनों में महिलाओं के खातों में करीब-करीब 30 हजार करोड़ रुपये सीधे ट्रांसफर किए गए हैं. आज भारत में महिलाएं अंडरग्राउंड कोयला खदानों में काम कर रही हैं तो लड़ाकू विमानों से आसमान की बुलंदियों को भी छू रही हैं.
7. मोदी ने कहा कि साल 2014 से पहले देश की सिर्फ 5 दर्जन पंचायतें ऑप्टिकल फाइबर से जुड़ी थीं. आने वाले 1000 दिन में देश के हर गांव को ऑप्टिकल फाइबर से जोड़ा जाएगा. पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि साल 2014 से पहले देश की सिर्फ 5 दर्जन पंचायतें ऑप्टिकल फाइबर से जुड़ी थीं. बीते पांच साल में देश में डेढ़ लाख ग्राम पंचायतों को ऑप्टिकल फाइबर से जोड़ा गया है. आने वाले एक हजार दिन में इस लक्ष्य को पूरा किया जाएगा. आने वाले 1000 दिन में देश के हर गांव यानी 6 लाख गांव को ऑप्टिकल फाइबर से जोड़ा जाएगा.
8. देश के किसानों को आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर देने के लिए इस कोरेाना काल में ही कुछ दिन पहले 1 लाख करोड़ रुपये का ‘एग्रीकल्चर इनफ्रास्ट्रक्चर फंड’ बनाया गया है.
9. पीएम मोदी ने कहा कि आज से देश में एक और बहुत बड़ा अभियान शुरू होने जा रहा है. नेशनल डिजिटल हेल्थ मिशन की शुरुआत आज हो रही है. नेशनल डिजिटल हेल्थ मिशन, भारत के हेल्थ सेक्टर में नई क्रांति लेकर आएगा. तकनीक के माध्यम से लोगों की परेशानियां कम होंगी. आपके हर टेस्ट, हर बीमारी, आपको किस डॉक्टर ने कौन सी दवा दी, कब दी, आपकी रिपोर्ट्स क्या थीं, ये सारी जानकारी इसी एक हेल्थ आईडी में होगी. नेशनल डिजिटल हेल्थ मिशन के माध्यम से लोगों को तमाम दिक्कतों से मुक्ति मिलेगी.
10. प्रधानमंत्री ने कहा कि देश के किसानों को आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर देने के लिए इस कोरोना काल में ही कुछ दिन पहले 1 लाख करोड़ रुपये का ‘एग्रीकल्चर इनफ्रास्ट्रक्चर फंड’ बनाया गया है. मेरे देश का किसान, जो उत्पादन करता था, वो न अपनी मर्जी से बेच सकता और न अपनी मर्जी के दाम प्राप्त कर सकता था. उसके लिए दायरा तय था. हमने उन सारे बंधनों से किसानों को मुक्त कर दिया है. अब हिंदुस्तान का किसान आजादी के साथ कहीं पर भी अपनी फसल बेच पाएगा.
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