नई दिल्ली (वीकैंड रिपोर्ट): पंजाब और हरियाणा के साथ-साथ उत्तर प्रदेश के भी कुछ इलाकों में पराली जलाने और स्थानीय कारकों की वजह से दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण लगातार बेहद खराब श्रेणी में बना हुआ है। भारतीय मौसम विभाग ने अनुमान जताया है कि मंगलवार को भी हवा की गति मंद रहेगी। इसके चलते प्रदूषक तत्व छंट नहीं पाएंगे और एयर क्वालिटी इंडेक्स में दोबारा इजाफा हो सकता है। सफर इंडिया ने भी अगले दो दिन दिल्ली एनसीआर के लिए रेड जोन वाले बताए हैं। वहीं, इससे पहले सोमवार को हवा की दिशा उत्तर-पश्चिमी और रफ्तार 10 से 12 किलोमीटर प्रति घंटे के लगभग रही। इससे कुछ हद तक राहत तो मिली, लेकिन वायु प्रदूषण का स्तर बेहद खराब श्रेणी में ही बना रहा। केंद्रीय पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के अधीन सफर इंडिया के मुताबिक सोमवार को दिल्ली के प्रदूषण में पराली के धुएं की हिस्सेदारी 16 फीसद रही। रविवार को पंजाब और हरियाणा में पराली जलने की 3,045 घटनाएं सामने आई।
राहत के बावजूद दिल्ली-एनसीआर में वायु गुणवत्ता स्तर 300 के पार ही बना हुआ है। दिल्ली के आनंद विहार, द्वारका, रोहिणी में वायु प्रदूषण का स्तर मंगलवार सुबह खराब ही है। लोगों ने सांस लेने में दिक्कत और आंखों में जलन की शिकायत की है। अगले दो दिनों के दौरान फिर से प्रदूषण बढ़ने के आसार हैं। वहीं, केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) द्वारा जारी एयर बुलेटिन के मुताबिक, सोमवार को राजधानी दिल्ली का वायु गुणवत्ता स्तर 293 के अंक पर रहा। सोमवार को दिल्ली का पीएम 2.5 जहां 133 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर रहा वहीं पीएम 10 का स्तर 251 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर दर्ज हुआ।
एनसीआर के शहरों का हाल, कितना रहा AQI
- फरीदाबाद- 298 (AQI)
- नोएडा का 299 (AQI)
- तरफ ग्रेटर नोएडा 310 (AQI)
- गाजियाबाद का 355 (AQI) गुरुग्राम का 304 (AQI)