नई दिल्ली (वीकैंड रिपोर्ट): साल का आखिरी सूर्य ग्रहण (Surya Grahan)14 दिसंबर, सोमवार यानी आज लग रहा है। ज्योतिष आचार्यों के अनुसार इस सूर्य ग्रहण (Surya Grahan) पर अशुभ गुरु चंडाल योग बन रहा है। राहु और गुरु के एक स्थान पर बैठने से गुरु चंडाल योग बन सकता है। ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक मेष, कर्क, मिथुन, कन्या, तुला और मकर राशि पर गुरु चंडाल योग का सबसे नकारात्मक असर पड़ सकता है।
किन देशों में दिखेगा सूर्य ग्रहण
यह सूर्य ग्रहण (Surya Grahan) भारत में नहीं दिखेगा। कहा जा रहा है कि इसका सूतक काल मान्य नहीं होगा। यह ग्रहण दक्षिणी अफ्रीका, अधिकांश दक्षिण अमेरिका, प्रशांत महासागर, अटलांटिक और हिंद महासागर और अंटार्टिका में दिखाई देगा। आमतौर पर सूर्य ग्रहण (Surya Grahan) लगने से 12 घंटे पहले सूतक काल शुरू हो जाता है।
क्यों खास है साल का आखिरी ग्रहण
आज सोमवती अमावस्या है। कहा जा रहा है कि सोमवती अमावस्या के दिन सूर्य ग्रहण (Surya Grahan) लगने से इस ग्रहण का प्रभाव शुभ हो सकता है। बताया जा रहा है कि सूर्य ग्रहण (Surya Grahan) बहुत प्रभावशाली होता है, इसलिए यह सत्ता, सत्ताधारी और घर के मुखिया के जीवन को बहुत ज्यादा प्रभावित कर सकता है।
ज्योतिष शास्त्र के जानकारों की मानें तो यह ग्रहण मिथुन लग्न और वृश्चिक राशि में लग रहा है। सूर्य ग्रहण (Surya Grahan) का समय शाम 07 बजकर 03 मिनट से रात 12 बजकर 23 मिनट तक लगा रहेगा। सूर्य ग्रहण (Surya Grahan) कुल 5 घंटे रहेगा। भारत में यह सूर्य ग्रहण (Surya Grahan) नहीं दिखेगा। बताया जा रहा है कि भारत में यह सूर्य ग्रहण (Surya Grahan) प्रभावहीन रहेगा लेकिन ज्योतिषीय गणनाओं को मानने वाले लोगों के लिए इसका विशेष महत्व होगा।
किन गतिविधियों के लिए है मनाही
सूर्य ग्रहण (Surya Grahan) के दौरान खाना बनाना और खाना मना होता है। कहते हैं कि सूर्य ग्रहण (Surya Grahan) के दौरान दीपक जलाकर पूजा-पाठ करने नहीं करनी चाहिए, ऐसा करने से मंदिर में नकारात्मक ऊर्जाओं का प्रवेश हो सकता है।