नई दिल्ली (वीकैंड रिपोर्ट): सर्च इंजन गूगल आज नोबल पुरस्कार विजेता महान अर्थशास्त्री Sir W Arthur Lewis को याद कर रहा है. गूगल ने आज उनका डूडल (Google Doodle) बनाया है. Sir W Arthur Lewis को आज ही के दिन 1979 में संयुक्त रूप से अर्थशास्त्र का नोबल पुरस्कार दिया गया था. उन्होंने अपने शोध में एक ऐसा आर्थिक मॉडल बताया था जिससे कि विकासशील देशों को काफी फायदा हुआ. Sir W Arthur Lewis को मौजूदा आधुनिक विकासवादी अर्थव्यवस्था (modern development economics) का एक जनक माना जाता है.
Sir W Arthur Lewis का जन्म सैंट लुसिया के कास्ट्रीज में हुआ था. उस वक्त यह द्वीप ब्रिटेन के अधीन था. वह पांच भाई-बहनों में चौथे थे. मात्र सात साल की उम्र उनके सर से पिता का साया उठ गया था. उनकी मां ने उन्हें और उनके भाई-बहनों का पालन पोषण किया था.
Sir W Arthur Lewis के बारे में एक रोचक जानकारी है. वह बचपन से ही काफी मेधावी थे. उन्हें एक बार उनकी उम्र से दो साल के आगे के क्लास में प्रोमोट कर दिया गया था.
14 साल की उम्र में स्कूल की पढ़ाई खत्म करने के बाद उन्होंने पहले कलर्क के तौर पर काम किया. इसी दौरान उनकी मुलकात Eric Williams से हुई जो बाद में Trinidad and Tobago के प्रधानमंत्री बने. ये दोनों ताउम्र अच्छे दोस्त बने रहे.
Sir W Arthur Lewis ने University of Manchester में पढ़ाया था. वह 1957 तक वहां प्रोफेसर रहे. इसी दौरान उन्होंने विकासशील देशों में पूंजी और मजदूरी को लेकर अपना सिद्धांत विकसित किया. इन्हीं सिद्धांतों के आधार पर उन्हें नोबल पुरस्कार से सम्मानित किया गया.
उनका मुख्य योगदान विकासशील देशों की अर्थव्यवस्था को लेकर था. उनके इस सिद्धांत के आधार पर यूरोपी की अधीनता से मुक्त हुए देशों को काफी फायदा पहुंचा.
William Arthur Lewis के बारे में 5 खास बातें…
* सर लुईस का जन्म 23 जनवरी 1915 को कैरेबियाई द्वीप सेंट लुसिया में हुआ था. उनके माता-पिता, दोनों स्कूल शिक्षक, एंटीगुआ के अप्रवासी थे. उन्होंने 14 साल की उम्र में अपने स्कूल के पाठ्यक्रम को पूरा किया और सिविल सेवा में क्लर्क के रूप में काम करने के लिए चले गए.
* 1932 में, उन्होंने एक सरकारी स्कॉलरशिप जीती और लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स में अध्ययन के लिए चले गए. नस्लीय भेदभाव का सामना करने के बावजूद, 33 साल की उम्र में, वह एक पूर्ण प्रोफेसर बन गए.
* आधुनिक विकास अर्थशास्त्र के क्षेत्र में अग्रणियों में से एक, सर लुईस लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स में पहले ब्लैक फैकल्टी सदस्य थे. वह ब्रिटिश विश्वविद्यालय में पहले अश्वेत व्यक्ति और प्रिंसटन में पूर्ण प्रोफेसरशिप प्राप्त करने वाले पहले ब्लैक इंस्ट्रक्टर थे.
* सर विलियम आर्थर लुईस ने संयुक्त राष्ट्र में बहुत योगदान दिया. अफ्रीका, एशिया और कैरिबियन में सरकारों के सलाहकार के रूप में अपनी विशेषज्ञता साझा की. उन्होंने कैरेबियन डेवलपमेंट बैंक के पहले अध्यक्ष के रूप में भी स्थापित करने और सेवा करने में मदद की.