नई दिल्ली (वीकैंड रिपोर्ट): सरकार की रेलवे उपक्रम इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कॉरपोरेशन (IRCTC) में ऑफर फॉर सेल (OFS) के जरिये 20 फीसदी तक हिस्सेदारी बेचने की योजना है. यह ऑफर फॉर सेल आज गुरूवार यानी 10 दिसंबर को खुल रहा है. आज नॉन रिटेल इन्वेस्टर्स के लिए खुलेगा, जबकि दूसरे दिन रिटेल निवेशकों के लिए. डिपार्टमेंट आफ इन्वेस्टमेंट एंड पब्लिक एसेट मैनेजमेंट (DIPAM) के सचित तुहीन कांत पांडे ने एक ट्वीट के जरिए यह जानकारी दी है. सरकार इसमें 5 फीसदी ग्रीन शू विकल्प के साथ 15 फीसदी हिस्सेदारी बेचेगी.
1367 रुपये फ्लोर प्राइस
बिक्री पेशकश के लिए 1367 रुपये का फ्लोर प्राइस रखा गया है. आईआरसीटीसी का शेयर बुधवार को कारोबार के अंत में 1618 रुपये पर बंद हुआ था. सरकार इस बिक्री पेशकश के तहत कुल अपने 3.2 करोड़ शेयरों की बिक्री करेगी जिससे उसे 4,374 करोड़ रुपये मिलने का अनुमान है. बता दें कि सरकार ने मौजूदा वित्त वर्ष के दौरान विनिवेश के जरिए 2.10 लाख करोड़ रुपये जुटाने का लक्ष्य रखा है.
कितनी है सरकार की हिस्सेदारी
सरकार की आईआरसीटीसी में मौजूदा समय में 87.40 फीसदी हिस्सेदारी है. मार्केट रेगुलेटर सेबी की गाइडलाइंस के तहत सरकार को कंपनी में अपनी हिस्सेदारी घटाकर 75 फीसदी पर लानी है. आईआरसीटीसी के पास ट्रेन टिकटों की बुकिंग, ट्रेनों में कैटरिंग और बोतलबंद पानी बेचने के एक्सक्लूसिव राइट्स हैं.
पिछले साल अक्टूबर में आया था आईपीओ
पिछले साल अक्टूबर में आईआरसीटीसी ने अपना आईपीओ लॉन्च किया था. इस आईपीओ को निवेशकों ने हाथों हाथ लिया था और इसे जबरदस्त रिस्पांस मिला. कर्मचारियों के लिए यह शेयर 10 रुपये के डिस्काउंट पर 310 रुपये में ऑफर किए गए थे, जबकि बाकी निवेशकों को ये शेयर 320 रुपये के पड़े थे. आईपीओ के जरिए सरकार ने करीब 645 करोड़ रुपये जुटाए थे और 12.6 फीसदी की हिस्सेदारी बेची थी.
क्या होता है ओएफएस
ओएफएस शेयरों की बिक्री का ही तरीका है. यह पहले से लिस्टेड कंपनियों के प्रमोटर्स को आसानी से शेयर इश्यू करने का रास्ता देता है. यह इश्यू मौजूदा शेयरधारकों के बीच ही जारी होता है. रिटेल निवेशकों के अलावा म्युचुअल फंड निवेशक, विदेशी संस्थागत निवेशक, बीमा कंपनियां, कॉरपोरेट, एनआरआइ समेत हर तरह के निवेशकों को यह जारी किया जा सकता है. जो भी कंपनी ओएफएस जारी करना चाहती है उसे इश्यू के दो दिन पहले इसकी सूचना देनी पड़ती है.