आगरा (वीकैंड रिपोर्ट): मानवता को शर्मसार कर देने वाली घटना सामने आई है. जहां पर एक निजी अस्पताल में गरीब रिक्शाचालक डिलीवरी का बिल नहीं चुका पाया तो भगवान कहे जाने वाले डॉक्टर ने नवजात बच्चे को एक लाख में बिकवा दिया. अस्पताल में डिलीवरी का बिल 30 हजार रुपये था. जिसे चुकाने में दंपति ने असमर्थता जताई थी. तो डॉक्टर ने बच्चे की बोली ही लगवा दी.
जैसे ही नवजात के बिकने की खबर वायरल हुई आरोपी दिलीप मंगल ने बच्चे को गरीब दंपत्ति को वापस कर दिया. अपने मासूम बच्चे को खोद में देख दंपत्ति की आंखें भर आईं. प्रशासन ने इस मामले में एक्शन लेते हुए क्लीनिक को सील कर दिया है.
शंभू नगर में रहने वाले शिवनारायण रिक्शा चलाते हैं. लॉकडाउन में उनका काम बंद हो गया था. कर्ज चुकाने के लिए उन्होंने अपना घर तक बेच दिया था. 24 अगस्त को शंभू की पत्नी बबीता को प्रसव पीड़ा हुई. उसे जेपी अस्पताल में भर्ती कराया गया. महिला ने बेटे को जन्म दिया. लेकिन अस्पताल ने 35 हजार रुपयों का बिल थाम दिया. गरीब दंपति इस चुकाने में असर्मथ था उसने हाथ पैर जोड़ते हुए 500 रुपये होने की बात कही. लेकिन उसकी किसी ने नहीं सुनी.
डॉक्टर ने इस गरीब दंपति को डराया धमकाया और जबरन एक कागज पर अंगूठा लगवा लिया. जिसके बाद डॉक्टर ने बच्चे का सौदा एक लाख रुपये में किया और शंभू और उसकी पत्नी को कुछ पैसे देकर भगा दिया.
जब इस घटना की जानकारी स्वास्थ्य विभाग को लगी तो एक्शन लेते हुए अस्पताल पर छापा मारा गया और सील कर दिया गया. सीएमओ डॉक्टर आरसी पांडेय ने बताया कि नवजात बच्चे को बेचने की सूचना मिली थी. इसकी जांच पुलिस करेगी.