हरिद्वार (वाीकैंड रिपोर्ट) : Sawan Kanwar Yatra : हरिद्वार में शिवभक्त कांवड़िये गंगाजल लेकर अपने गंतव्य की ओर बढ़ रहे हैं। इस मेले में शिव भक्तों की आस्था देखते ही बन रही है। पैदल मार्ग पर आस्था के कई रंग नजर आ रहे हैं। यहां कोई कंधे पर कांवड़ उठाकर मंदिर में जलाभिषेक के लिए पहुंच रहे हैं, तो कोई शरीर के बल रेंगते हुए मंदिर में पहुंच रहे हैं। इन्हीं के बीच एक कावड़िये का हैरतअंगेज कारनामा सभी को अपनी ओर आकर्षित कर रहा है. जिसने भी इस कावड़िये की आस्था देखी उसने ही दांतों तले अपनी उंगलियां दबा ली।
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Sawan Kanwar Yatra :
दरअसल, इस कावड़िये ने अपनी पीठ पर लोहे के कुंडे गुदवाए, जिसके सहारे वह भारी भरकम डेढ़ क्विंटल वजनी कांवड़ खींचकर अपने गंतव्य की ओर बढ़ रहे है। हरिद्वार से कैथल हरियाणा की पदयात्रा के लिए निकले जोगिंदर गुर्जर ने टीवी भारतवर्ष से खास बातचीत में बताते हुए कहा कि यह प्रेरणा उन्हें अपने उस्ताद देशराज से मिली, जो ताइक्वांडो कोच हैं, और वह उन्हें स्टंड सिखाते हैं। गुर्जर ने बताया कि जैसे बजरंग बली हनुमान ने अपना सीना चीरकर श्रीराम का वास अपने सीने में दिखाया था, उसी तरह भगवान शिव के प्रेम में वह अपनी पीठ पर लोहे के कुंड बीनकर कांवड़ खींच रहे है, ये सब वह भगवन शिव के प्रेम में कर रहे हैं।