नई दिल्ली (वीकैंड रिपोर्ट): कोरोना संकट के बीच देश धीरे-धीरे अनलॉक की तरफ बढ़ रहा है। मंदिर, मॉल और रेस्त्रां आदि खुल गए हैं। ऐसे में अब स्कूल कब खुलेंगे यह सवाल हर किसी के मन में हैं। केंद्र सरकार के अनलॉक 4 के ऐलान किए जाने के बाद से कुछ राज्यों ने अपने यहां 21 सितंबर से स्कूल खोलने की घोषणा की है। अभी 9 से 12वीं की कक्षाएं लगाई जा रही हैं। हालात सामान्य रहे तो शेष कक्षाएं शुरू करने पर विचार होगा।
ये राज्य स्कूल खोलने के हक में
आंध्र प्रदेश
आंध्र प्रदेश में 21 सितंबर से स्कूल खोले जा रहे हैं। YSR जगन मोहन रेड्डी के नेतृत्व में आंध्र प्रदेश सरकार ने राज्य में स्कूलों को फिर से खोलने के लिए गाइडलाइन जारी कर दी है। राज्य सरकार के हालिया निर्देश के अनुसार, 50 प्रतिशत टीचिंग और 50 प्रतिशत नॉन टीचिंग स्टाफ कर्मचारियों को स्कूल जाने की अनुमति दी गई है। अनलॉक 4.0 दिशानिर्देशों के अनुसार, छात्रों को अपने अभिभावकों से लिखित सहमति के बाद स्कूल आने की अनुमति दी जाएगी।
झारखंड
झारखंड सरकार भी महामारी के बीच स्कूल खोलने के पक्ष में है। झारखंड के शिक्षा मंत्री वैद्यनाथ महतो ने कहा कि बच्चों की पढ़ाई का नुकसान हो रहा है। उन्होंने बताया कि एक सर्वे से हमें पता चला है कि शहरी क्षेत्रों में ऑनलाइन क्लास का महज 27 फीसदी छात्र ही लाभ ले पा रहे हैं। राज्य सरकार ने कक्षा 10 और 12वीं के छात्रों के लिए 21 सितंबर से स्कूलों को फिर से खोलने की योजना बनाई है।
मध्यप्रदेश
राज्य में 9वीं से 12वीं क्लास के लिए स्कूल 21 सितंबर से खुलने जा रहे हैं। इस संबंध में स्कूल शिक्षा विभाग ने केंद्र के मानक संचालन प्रक्रिया (SOP) का पालन करने के निर्देश दिए हैं। इसके लिए राजधानी भोपाल के कुछ स्कूलों ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। कोरोना से बचाव के लिए स्कूलों को सैनिटाइज करने साथ साफ-सफाई की जा रही है। स्कूल दो शिफ्टों में क्लासें शुरू होंगी, जिसमें अलग-अलग कक्षाओं के विद्यार्थियों को बुलाया जाएगा।
गोवा
गोवा की प्रमोद सावंत सरकार आंशिक रूप से स्कूल खोलने पर विचार कर रही है। बताया जा रहा है कि राज्य सरकार 2 अक्तूबर से 10वीं और 12वीं के छात्रों को स्कूल जाने की अनुमति दे सकती है। हालांकि, इस पर अंतिम फैसला नहीं लिया गया है।
इन राज्यों में नहीं खुलेंगे स्कूल
दिल्ली
राष्ट्रीय राजधानी में भी अभी स्कूल नहीं खुलेंगे। दिल्ली की अरविंद केजरीवाल सरकार ने कोरोना के कारण 30 सितंबर तक सभी स्कूल बंद रखने का फैसला किया है।
गुजरात
यहां 21 सितंबर से 9 से 12वीं तक के स्कूल अभी नहीं खुलेंगे। राज्य के शिक्षा मंत्री भूपेंद्र सिंह चूड़ास्मा ने कहा कि कोरोना की स्थिति को देखते हुए गुजरात सरकार ने 21 सितंबर से माध्यमिक और उच्चतर माध्यमिक स्कूलों को अभी नहीं खोलने का फैसला किया है। शिक्षा मंत्री ने कहा कि गांधीनगर में मुख्यमंत्री विजय रूपानी की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट बैठक के दौरान राज्य सरकार ने छात्रों के हित में यह निर्णय लिया है।
उत्तराखंड
कोरेाना संक्रमण को देखते हुए उत्तराखंड सरकार ने भी 21 सितंबर से स्कूल नही खोलने का निर्णय लिया है। प्रदेश के शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे ने कहा कि जिस तरह से कोरोना संक्रमण बढ़ रहा है, उस स्थिति में स्कूलों को खोलना उचित नहीं होगा। फिलहाल 30 सितंबर तक स्कूल पूरी तरह से बंद रहेंगे।
उत्तर प्रदेश
यूपी में लगातार बढ़ रहे कोरोना केस के चलते इस महीने से स्कूल खोलने को लेकर असमंजस है। डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा ने कहा कि 21 सितंबर से राज्य में आंशिक रूप से स्कूल खोलने की संभावना बहुत कम है क्योंकि प्रदेश में कोरोना के केस लगातार बढ़ रहे हैं।
असम
असम स्कूलों को फिर से खोलने पर विचार करने वाले पहले राज्यों में से एक था। यहां उन शिक्षकों के लिए परीक्षण अभियान भी शुरू कर दिया गया था, जिन्हें 1 सितंबर 2020 से ड्यूटी के लिए बुलाया जाना था। हालांकि, कोरोना मामलों की संख्या में अचानक आई तेजी और परीक्षण सुविधाओं की अनुपलब्धता के बाद उस निर्णय को रोक दिया गया है।
पंजाब
पंजाब सरकार का कहना है कि जब तब कोरोना वैक्सीन नहीं आ जाती और हालात सामान्य नहीं हो जाते, तब तक स्कूल नहीं खोले जाएंगे।
हरियाणा
हरियाणा सरकार स्कूल खोलने के पक्ष में है। हरियाणा के सोनीपत और करनाल में तो स्कूल का ट्रायल रन भी चल रहा है। यहां बबल्स सिस्टम से बच्चों को बैठाया जा रहा है। ये प्रयोग अगर सफल रहा तो पूरे प्रदेश में ही इस नियम को लागू किया जाएगा और स्कूल खोले जाएंगे।
महाराष्ट्र
महाराष्ट्र कोरोना से सबसे ज्यादा प्रभावित है। यही कारण है कि राज्य सरकार ने 30 सितंबर 2020 तक स्कूलों को बंद रखने का फैसला किया है। हालांकि, अनलॉक 4.0 दिशा-निर्देशों के अनुसार, कक्षा 9-12 से छात्रों को स्वैच्छिक आधार पर स्कूलों आने की अनुमति दे सकता है।
केंद्र सरकार की गाइडलाइंस
सिर्फ उन्हीं स्कूलों को खुलने की इजाजत है जो कंटेनमेंट जोन में नहीं हैं। इस जोन से बाहर स्थित स्कूलों में भी उन शिक्षकों, कर्मचारियों व विद्यार्थियों को प्रवेश नहीं दिया जाएगा जो कंटेनमेंट जोन में रहते हैं। वहीं, स्कूल जाने वाले स्टूडेंट्स, टीचर्स व स्टाफ को भी कंटेनमेंट जोन वाले क्षेत्रों में जाने की अनुमति नहीं होगी।
- एक-दूसरे से 6 फीट की दूरी।
- फेस कवर या मास्क पहनना जरूरी।
- समय-समय पर साबुन से हाथ धुलना (कम से कम 40-60 सेकंड) जरूरी है।
- समय-समय पर अल्कोहल बेस्ड सैनिटाइजर का इस्तेमाल (कम से कम 20 सेकंड) जरूरी।
- छींकते, खांसते समय मुंह व नाक को टिशु, रुमाल या कोहनी से ढकना जरूरी।
- किसी भी तरह बीमार महसूस करने पर तुरंत संबंधित अधिकारी को सूचित करना होगा।
- कैंपस में कहीं भी थूकना पूरी तरह वर्जित होगा।
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