नई दिल्ली (वीकैंड रिपोर्ट)- Big decision of Supreme Court… सुप्रीम कोर्ट ने वीरवार को ‘जाति आधारित भेदभाव’ से जुड़ी याचिका पर ऐतिहासिक फैसला सुनाते हुए कहा कि जेल में निचली जातियों को सफाई और झाड़ू लगाने का काम सौंपकर और उच्च जाति को खाना पकाने का काम सौंपकर सीधे तौर पर भेदभाव किया जाता है। ऐसा करना अनुच्छेद 15 का उल्लंघन है। इसके अलावा शीर्ष अदालत ने कुछ राज्यों के जेल मैनुअल के भेदभावपूर्ण प्रावधानों को खारिज कर दिया तथा जाति आधारित भेदभाव, कार्य बंटवारे और कैदियों को उनकी जाति के अनुसार अलग वार्डों में रखने की प्रथा की निंदा की।
Big decision of Supreme Court… अपने फैसले में कोर्ट ने कहा, अनुच्छेद 17 ने सभी नागरिकों की संवैधानिक स्थिति को मजबूत किया है। कैदियों को सम्मान प्रदान न करना औपनिवेशिक काल की निशानी है, जब उन्हें अमानवीय बनाया गया था। संविधान में यह अनिवार्य किया गया है कि कैदियों के साथ मानवीयर व्यवहार किया जाना चाहिए और जेल प्रणाली को कैदियों की मानसिक और शारीरिक स्थिति के बारे में पता होना चाहिए।