मुंबई (वीकैंड रिपोर्ट): कोरोना (Coronavirus) ने मुंबई (Mumbai) में कृष्ण जन्माष्टमी (Krishna Janmashtami) के दिन होने वाले दही हांडी (Dahi Handi) उत्सव का मजा फीका सा कर दिया. इस साल कान्हा के जन्मदिन के मौके पर मुंबई में ना तो लाखों के इनाम वाली दही हांडी बंधी और ना ही फिल्मी सितारों का जमघट रहा. धूमधाम से इस पर्व को मनाने वाले मुंबई वालों ने आज कुछ ही जगहों पर बहुत छोटे पैमाने पर दही हांडी उत्सव का आयोजन किया.
गौरतलब है कि मुंबई में दही हांडी उत्सव का देखने लायक होता है. राजनेताओं से लेकर बड़ी-बड़ी फिल्मी हस्तियां भी इस मौके पर जरूर शामिल होती हैं. हर साल जन्माष्टमी के दिन मुंबई ‘गोविंदा आला रे’ से गूंज उठती थी. गोविंदाओं की टोलियां दही हांडी फोड़ने सड़कों पर निकलती थी. लेकिन कोरोना ने इस बार दही हांडी उत्सव को फीका कर दिया. ना तो लाखों की इनामी रकम वाली दही हांडी बंधी और ना ही फिल्मी सितारों का आना हुआ.
मुंबई के घाटकोपर में धूमधाम से दही हांडी का आयोजन करने वाले बीजेपी विधायक राम कदम ने भी इस बार छोटे पैमाने पर दही हांडी उत्सव मनाया. महज साढ़े पांच फुट पर दही हांडी बांधी गई और पूरा उत्सव सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए सादगी से मनाया गया. बताते चलें कि इस पर्व के लिए गोविंदाओं की टोलियां महीनों पहले से दही हांडी फोड़ने की तैयारियां करती है.
कृष्ण भक्तों को भी इसका बेसब्री से इंतजार होता है लेकिन ये शायद पहला मौका है जब मुंबई में दही हांडी का उत्सव इतना फीका रहा है. आंकड़ों पर गौर करें तो मुंबई में करीब 1200 मंडल दही हांडी उत्सव का आयोजन करते हैं. लेकिन इस बार ज्यादातर बड़े मंडलों ने कोरोना के मद्देनजर पहले ही दही हांडी नहीं मनाने का ऐलान कर दिया था. बाकी कुछ मंडलों ने दही हांडी मनाई तो सही लेकिन बेहद सादगी और कोरोना गाइडलाइन का पालन करते हुए.