नई दिल्ली (मोनिका धुन्ना): सैक्स एक ऐसा टॉपिक है जिसके बारे मे आज भी कोई खुल के बात नही करना चाहता है परिणाम स्वरूप हमारे पास जानकारी की कमी रहती है।
1.कुछ लोगो का मानना है कि 1 हफ्ते में 2 से 3 बार सैक्स करने से वो अपने आप को स्ट्रेस फ्री महसूस करते है।
2. सैक्स करने से पहले दारू या अफीम का सेवन करने से सैक्स पॉवर बढ़ती है और टाइम व ज्यादा लगता है ।
3. कुछ लोगो का मानना है कि हस्तमैथुन करने से कमजोरी और नामर्दी आती है परंतु ऐसा नहीं है जब सैक्स करने से कमजोरी नहीं आती है तो हस्तमैथुन करने से कमजोरी कहा आएगी।
4. बार-बार लगातार सैक्स करने से व्यक्ति में कमजोरी आ जाती है परिणाम स्वरूप अगली बार सैक्स करने के समय में व्यक्ति को टाइम कम लगता है और प्राइवेट पार्ट भी कमजोर हो जाता है।
5. कुछ विशेषज्ञों का कहना था कि पुरुष का प्राइवेट पार्ट जितना बड़ा होगा उतना ही अच्छा होता है परंतु कुछ शोध से पता लगा है कि ऐसा बिल्कुल सही नहीं है कि कितना लंबा वह व्यक्ति का पार्ट होगा उतना ही अच्छा होगा।
यह धारणा बिल्कुल गलत है क्योंकि शुरुआत के 2 इंच तक ही महिलाओं के प्राइवेट पार्ट में संवेदना रहती है।
6. सैक्स को लेकर लोगों का सबसे बड़ा भ्रम यही होता है कि जो लड़की कुंवारी होती है पहली बार सैक्स करने पर महिलाओं की योनि में से खून निकलता है परंतु यह धारणा बिल्कुल गलत है क्योंकि कई बार खेलकूद में साईकिल चलाने से, रस्सी कूदने, डांस करने, घर का काम करने पोंछा लगाने में ऐसे कई काम करने से लड़कियों का हाय मन टूट जाता है
जिसके कारण लड़की कुंवारी तो रहती हैं परंतु सैक्स के दौरान उनकी योनि में से खून नहीं निकलता तो यह धारणा बिल्कुल गलत है कि पहली बार यौन संबंध बनाने पर लड़की की योनि में से खून निकलता है।
7. यह माना जाता है कि जो सैक्स एजुकेशन होती है वह अगर बच्चों को कम उम्र में दे दी जाए तो बच्चे उस चीज को गलत दिशा से लेने लगते हैं गलत सोच रखने लगते हैं और सैक्स की तरफ आकर्षित होने लगते हैं और रेप जैसे अनचाहे गर्व जैसी चीजों होने लगती हैं।