नई दिल्ली (वीकैंड रिपोर्ट): सरकारी आंकड़ों की मानें तो भारतीय व्यस्कों में 12 से 18 प्रतिशत डायबिटीज (Diabetes) का खतरा बढ़ा है। ये आंकड़ा खासकर अर्बन इलाकों में रहने वाले लोगों को लेकर बताया गया है। वहीं, एक अन्य रिपोर्ट के अनुसार साल 2030 तक भारत में 9.8 करोड़ लोग टाइप 2 डायबिटीज (Diabetes) के घेरे में होंगे। स्वास्थ्य विशेषज्ञों का मानना है कि ये ऐसी बीमारी है जिसके गंभीर होने पर शरीर के दूसरे हिस्से भी इससे प्रभावित होने लगते हैं। मधुमेह को साइलेंट किलर भी कहा जाता है क्योंकि इसके लक्षणों को पहचानने से पहले ही शरीर पर धावा बोल देता है। ऐसे में जरूरी है कि इस बीमारी से जुड़े लक्षणों को शुरुआती समय में पहचान लिया जाए।
धुंधलापन: माना जाता है इस बीमारी से पीड़ित मरीजों की आंखें भी प्रभावित होती हैं। ब्लड शुगर के अनियमित होने पर लोगों को धुंधला दिखने की शिकायत होती है। इसके अलावा, आंखों में पीला धब्बा दिखना या फिर रेटिना में छोटे-छोटे आंसू निकले तो ये भी डायबिटीज का लक्षण हो सकता है।
फोड़े: ब्लिस्टर्स यानी कि फोड़े निकलना आम बात हैं मगर कुछ ही दिनों के अंतराल पर अगर आपको बार-बार ये परेशानी हो रही हो तो चौकन्ना हो जाएं। ऐसे में लोगों को अपना ब्लड शुगर का स्तर जांच करवाना चाहिए। मधुमेह के कारण मरीजों के हाथ-पैर पर फोड़े निकल आते हैं। हालांकि, माना जाता है कि ब्लड शुगर बढ़ने के कारण होने वाले इन फोड़ों में दर्द नहीं होता है लेकिन दिखने में ये फोड़े किसी जले हुए निशान की तरह लगते हैं।
मसूड़ों में सूजन: बार-बार मुंह में छाले व घाव निकलने पर भी डॉक्टर को दिखाने की सलाह दी जाती है। ये हाई ब्लड शुगर का एक लक्षण हो सकता है। मसूड़ों में लालीपन और सूजन भी मधुमेह का लक्षण है।
एथलीट फुट: पैरों में सूजन, जलन, दर्द, घाव और इंफेक्शन भी ब्लड शुगर बढ़ने का एक लक्षण माना जाता है। इसके अलावा, इन मरीजों में मौजूद ग्लूकोज की अधिक मात्रा, फंगल इंफेक्शन होने की संभावना ज्यादा होती है। एथलीट्स फुट यानी पैरों में दाद फंगस के द्वारा होने वाला इंफेक्शन है। इसके कारण खुजली होती है और स्किन की परतें निकलने लगती हैं।