
Russia Supports India (वीकैंड रिपोर्ट): अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के कोशिश करने के बाद भी भारत झुका नहीं। बल्कि हमारे देश के विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने इस मौके को एक कूटनीतिक मास्टरस्ट्रोक में बदला और रूस को भारत के साथ व्यापारिक रिश्ते मजबूत करने का न्योता दे डाला।
Make in India: ‘मेक इन इंडिया’ जैसी पहलें खोल रही विदेशी कारोबारियों के लिए दरवाजे
जानकारी के अनुसार जयशंकर का कहना है कि भारत की 4 ट्रिलियन डॉलर से ज्यादा GDP और 7% की तेज़ वृद्धि दर रूसी निवेशकों के लिए शानदार अवसर है। उनका रूस की कंपनियों से कहना है कि भारत में उर्वरक, रसायन, मशीनरी और बुनियादी ढांचा क्षेत्र में सहयोग की अपार संभावनाएं हैं, वहीं ये भी है कि भारत का आधुनिकीकरण और शहरीकरण एक नई मांग पैदा कर रहा है।
रूसी कंपनियों के लिए ये भारतीय साझेदारों के साथ जुड़ने का सुनहरा समय है, क्योंकि मेक इन इंडिया’ जैसी पहलें विदेशी कारोबारियों के लिए नए दरवाज़े खोल रही हैं। विदेश मंत्री का कहना है कि हाल के वर्षों में कारोबार बढ़ा है, लेकिन व्यापार घाटा भी हुआ है, इसी वजह से जरूरी है कि दोनों देश व्यापार को विविध और संतुलित करें।
भारतीय निर्यात का किया स्वागत
साथ ही रूसी दूतावास के प्रभारी रोमन बाबुश्किन द्वारा दिल्ली में प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए उन्होंने कहा कि अगर भारतीय उत्पादों को अमेरिकी बाजार में दिक्कतें आती हैं तो रूस भारतीय निर्यात का स्वागत करेगा। वहीं, उन्होंने अमेरिका और पश्चिमी देशों पर तीखा हमला किया और कहा कि ये ताकतें “नव-उपनिवेशवादी सोच” से काम करती हैं और सिर्फ अपने फायदे को देखती हैं।
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