
नई दिल्ली (वीकैंड रिपोर्ट): भारत के तमाम राज्य इस समय कोरोना वायरस संक्रमण से तो लड़ाई लड़ ही रहे हैं, लेकिन देश के कई क्षेत्र इस समय एक अलग तरह की परेशानी से भी जुझ रहे हैं। ये परेशानी है टिड्डी दल के हमले की। देश के कई इलाकों में टिड्डी दल के हमलों पर पर्यावरण मंत्रालय ने चिंता जताई है और इसे गलत समय पर गंभीर हमला बताया।
पर्यावरण मंत्रालय के अधिकारी ने कहा कि इससे फसलों को बड़े पैमाने पर नुकसान हो सकता है, हालांकि राज्य अपने स्तर पर इसे लेकर अलर्ट जारी कर रहे हैं, लेकिन किसानों और लोगों को इससे काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। अधिकारी ने कहा कि यह बेहद चिंता की बात है कि टिड्डियों का हमला ऐसे समय में हो रहा है जब देश कोरोना जैसी महामारी से जूझ रहा है।
पर्यावरण मंत्रालय में महानिरीक्षक (वन्यजीव) सौमित्र दासगुप्ता ने कहा कि यह रेगिस्तानी टिड्डी है जिसने बड़ी संख्या में भारत में हमला बोला है। टिड्डी दल का भारत में आना सामान्य घटनाक्रम है, लेकिन इस बार यह हमला बड़ा है और लाखों की संख्या में ये टिड्डी दल देश के अलग-अलग क्षेत्रों में हमला बोल रहा है। उन्होंने बताया कि इन टिड्डी दलों में काफी बड़े टिड्डे हैं। इस प्रजाति के टिड्डे मुख्य रूप से ऊष्ण कटिबंधीय क्षेत्रों में मिलते हैं। इनमें उडऩे की अधिक क्षमता होती है। इन खासियत है कि बड़े झुंड में ही चलते हैं जिससे फसलों को काफी ज्यादा नुकसान होता है।
पयाज़्वरण मंत्रालय के अनुसार इस समय राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश में टिड्डी दलों का हमला जारी है। इनमें से राजस्थान सबसे ज्यादा प्रभावित नजर आ रहा है क्योंकि इन टिड्डी दलों ने ग्रामीण इलाकों के साथ ही शहरी इलाकों में भी कहर बरपाया है। इससे फसलें तो खराब हुई ही हैं, लेकिन शहरी क्षेत्र के रिहायशी इलाकों में भी इन टिड्डियों से काफी नुकसान हुआ है।
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