जालन्धर (वीकैंड रिपोर्ट): इनोसैंट हाट्र्स कालेज ऑफ एजुकेशन, जालन्धर की एन.एस.एस. इकाई ने एड्स के बारे में जागरूकता फैलाने और एच.आई.वी. से पीडि़त लोगों के लिए समर्थन दिखाने के लिए विश्व एड्स दिवस मनाया। इस आयोजन का विषय था-‘एंडिंग द एच.आई.वी./ एड्स एपिडैमिक : रेसिलिएस एंड इम्पैक्ट’। सभी विद्यार्थी-अध्यापकों और स्टाफ सदस्यों ने एड्स के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए लाल रिबन पहना।
कोरोना महामारी के कारण कार्यक्रम आनलाइन मोड के माध्यम से आयोजित किया गया था जिसमें एन.एस.एस. स्वयंसेवकों ने एच.आई.वी. और एड्स के बारे में तथ्यों और चिकित्सीय सटीक जानकारी को साझा किया ताकि एच.आई.वी. कलंक और मिथकों को रोकने में सहायता मिल सके। कुछ एन.एस.एस. स्वयंसेवकों ने ‘लैट्स स्टॉप एच.आई.वी. टूगैदर’ और ‘ओपन योर ऑइका बीफोर एड्स क्लोका दैम’ जैसे नारों के साथ एड्स जागरूकता पोस्टर बनाए।
उन्होंने अपने पोस्टरों को समझाते हुए वीडियो तैयार किए और उन्हें एच.आई.वी. स्टिग्मा को कम करने और रोकथाम को बढ़ावा देने के तरीकों को उजागर करने के लिए आनलाइन व्हाट्स एप समूहों के माध्यम से साझा किया। प्रिंसीपल डा. अरजिन्दर सिंह ने इस तथ्य पर प्रकाश डाला कि दुनिया हर दिन नई बीमारियों का सामना कर रही है और कोविड-१९ इस श्रेणी में नवीनतम है। उन्होंने आगे कहा कि हम सभी को अपने ग्रह को सुरक्षित बनाने के लिए पुरानी बीमारियों को खत्म करने के लिए रचनात्मक कदम उठाने चाहिए और समुदायों में एड्स की बीमारी के बारे में जागरूकता फैलानी चाहिए, जो हमारे एन.एस.एस. इकाई के स्वयंसेवक काफी हद तक कर रहे हैं।