जालंधर (वीकैंड रिपोर्ट) : बहुत से नेताओं का दोगलापन तो किसी से छुपा नहीं है और ऐसे नेता हर समय मोके को कैश करने की फ़िराक में आम देखे भी जाते है। पर ऐसे धर्म के पहरेदार बने नेता अपना धर्म ही बेच देंगे ये किसी ने सोचा भी नहीं होगा। ऐसा ही मामला जालंधर में देखने को मिला है कुश दिन पूर्व पंजाबी फिल्म ‘जट्ट जुगाड़ी हुंदे ने’ का रिलीज़ से पहले ही विरोध शुरू हुआ था। मामला था फिल्म में धर्म के खिलाफ डाले गये कुछ सीन जिनका कई हिन्दू संगठनों ने जमकर विरोध किया नारेबाजी की और धमकी दी कि अगर फिल्म से ये सीन नहीं हटाये गये तो फिल्म रिलीज़ नहीं होने दी जायेगी। उस समय फिल्म के डायरेक्टर अनुराग शर्मा ने माफ़ी मांगी और फिल्म से सीन हटाने की बात कही तो मामला कुछ शांत हुआ था। पर कुछ संगठनों ने इस माफ़ी को न मानते हुए डायरेक्टर पर FIR दर्ज करने की मांग की। इन नेताओं में कुणाल कोहली, आशीष अरोड़ा, नरिंदर थापर, आदि समेत कुछ हिन्दू नेताओं ने DCP को शिकायत देते हुए मीडिया को कहा कि माफी नही FIR की जाए। जब प्रशासन ने इन की एक न सुनी तो शुक्रवार को अल्टीमेटम देते हुए कहा गया कि अगर दो दिन में FIR नही की गई तो सोमवार को भूख हड़ताल पर बैठेंगे। लेकिन अचानक उसी रात अचानक फिरसे रहम जागना शुरू हो गया और शनिवार को बैठक के दौरान रोहित जोशी व PLN के मालिक अमन बग्गा ने FIR से पहले माफी देने पर साफ इनकार कर दिया। आखिरी सहमति ये बनी कि सोमवार को ही भूख हड़ताल करेंगे । लेकिन रविवार सुबह फिर वही माफी का राग आलाप शुरू कर दिया गया। शुक्रवार को फिल्म रिलीज़ एक सप्ताह लेट कर दी गई है। दूसरी तरफ हिन्दू संगठनों ने भी अनुराग शर्मा को माफ़ी देने का मन बना लिया पर इस सारे विवाद में हिन्दू नेता शिव सेना बालठाकरे के जिला प्रधान रोहित जोशी ने पर्चा दर्ज करने की मांग बरकरार राखी और सोमवार को सुबह डीसी दफ्तर के बहार भूख हड़ताल पर बैठ गए। सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार माफ़ी देने वाले नेताओं को फिल्म निर्माताओं द्वारा मोटा चढ़ावा चढ़ाया गया है जिस कारण इन धर्म के ठेकेदारों ने अपना धर्म बेच दिया है। पर रोहित जोशी जैसे धर्म के सिपाही अभी भी मैदान में हैं। जिन्हें खरीदने के लिए जोड़-तोड़ लगाये जा रहें। रोहित को शांत करवाने के लिए कई नेता व मीडियाकर्मी भी बिचोलिये की भूमिका निभाने की कोशिश कर रहे हैं। अब देखना ये है कि रोहित जोशी भी बाकियों की तरह बिक जायेंगे या अपने कहे वचनों पर अड़िग रहते हैं। रोहित जोशी के समर्थन में उनकी टीम के साथी धीरज शर्मा, योगराज जलोटा, मनदीप सिंह, प्रिंस बग्गा, रोबिन खन्ना, पंकज कालिया, सरबजीत, गौरव, मनी, सतपाल, संजीव वड़ैच आदि उन के साथ धर्म के सम्मान में डट गए है। अब इस भूख हड़ताल का प्रशासन पर क्या असर पड़ता है ये तो आने वाला समय ही बताएगा । ये भी आशंका है कि प्रशासन , हिन्दू नेता व कुछ पत्रकार बन्धु रोहित जोशी को मनाने के लिए पूरा दमखम लगा सकते है। देखना यह होगा कि रोहित जोशी FIR के फैंसले पर अडिग रहते है या फिर वो भी रहम दिली दिखाकर माफी देते है। हिन्दू समाज का कहना है कि रोहित जोशी बिकेंगे नही थकेंगे नही हारेंगे नही टूटेंगे नही और करनी व कथनी में फर्क नही रखेंगे। और जब तक FIR दर्ज न होगी तब तक सँघर्ष जारी रखेंगे।]]>
धर्म के सन्मान में रोहित जोशी मैदान में, पंजाबी फिल्म के डायरेक्टर पर FIR दर्ज करवाने के लिए भूख हड़ताल शुरू
By admin4dnr3 Mins Read