मां बगलामुखी जी के निमित्त सप्ताहिक दिव्य हवन यज्ञ सम्पन्न
मां बगलामुखी धाम गुलमोहर सिटी मे आलौकिक मासिक हवन यज्ञ 23 नवंबर को
जालंधर (वीकैंड रिपोर्ट) : मां बगलामुखी धाम गुलमोहर सिटी नज़दीक लम्मापिंड चाैक जालंधर मे दिव्य हवन यज्ञ का आयोजन मदिंर परिसर में किया गया। सर्व प्रथम ब्राह्मणों द्वारा मुख्य यजमान अभिषेक भनोट से विधिवत वैदिक रीति अनुसार पंचोपचार पूजन, षोडशोपचार पूजन, नवग्रह पूजन उपरांत हवन-यज्ञ मे आहुतियां डलवाई गई।
सिद्ध मां बगलामुखी धाम के प्रेरक प्रवक्ता नवजीत भारद्वाज ने दिव्य हवन यज्ञ पर उपस्थित प्रभु भक्तों को अमृत वचनों का व्याख्यान करते हुए कहा कि जीवन में साधन संपन्न होने के कई अर्थ हैं। पहला साधन संपन्न व्यक्ति वह होता है, जो सिर्फ अपने हित की बात करता है। दूसरा वह जो अपने साधनों से दूसरों का भला करता है। ऐसा वह ही कर सकता है, जिसके मन में भलाई का भाव उपस्थित हो। उन्होंने कहा कि मनुष्य को अपने जीवन में भागवत को धर्म की तरह अपनाना चाहिए। भक्ति ज्ञान वैराग्य की त्रिवेणी ही भागवत है। मनुष्य ने भागवत धर्म नहीं अपनाया तो उसका इस धरती पर जीना बेकार है, क्योंकि दुनिया में तो जीने को पशु भी जीते हैं लेकिन वही, मनुष्य महान माना जाता है, जो परोपकार के लिए कार्य करे। परहित सरिस धर्म नहीं भाई पर पीड़ा सम नहीं अध माई अर्थात संसार का हित करना, कल्याण करना ही मनुष्य का सबसे बड़ा धर्म है।
उन्होंने कहा कि दूसरों की भलाई करने वाला उसी प्रकार से सुखी होता है जैसे दूसरों के हाथों पर मेहंदी लगाने वाले की उंगलियों खुद भी मेहंदी के रंग में रंग जाती है। जो इत्र बेचते हैं ,वह खुद उसकी खुशबू से महकती रहते हैं। जिस प्रकार एक फूल बेचने वाले के कपड़ों और बदन से फूलों की सुगंध नहीं जा सकती। उसी प्रकार दूसरों की भलाई करने वाले व्यक्ति का भी अहित नहीं हो सकता। दूसरों की मदद अथवा परोपकार नि:सन्देह बड़ा महत्व है । प्रत्यक्ष रूप से ही नहीं, परोक्ष रूप से भी इसका बड़ा महत्व है।
नवजीत भारद्वाज जी ने कहा कि इसके साथ ही हमें देखना होगा कि कहीं दूसरों का भला करते-करते हमारे अंदर अहंकार जन्म न ले ले। जो लोग झूठी वाहवाही में फूल कर अपने आपको बहुत बड़ा समझने लगते हैं, वे पतन की ओर बढऩा शुरू कर देते हैं। आजकल अक्सर देखा जाता है कि लोग भलाई भी जग दिखाई के लिए करते हैं। वास्तविक भलाई तो वह है, जो आप करें और किसी को उसका पता भी न चले।
उन्होंने कहा कि हमारा प्रयास होना चाहिए कि हमारे अंदर भी हमेशा दूसरों का भला करने की प्रवृत्ति जन्म ले और जीवन भर हम इस मार्ग पर चलते रहें।
नवजीत भारद्वाज ने बताया की 23 नवंबर शनिवार को शाम 6 बजे से मां बगलामुखी जी के निमित्त आलौकिक मासिक हवन यज्ञ का आयोजन किया जा रहा है उन्होने इस अवसर पर सभी भक्तजन को सादर सपरिवार आमंत्रित किया । हवन यज्ञ उपरांत विशाल लंगर भंडारे का आयोजन किया जाएगा। इस अवसर श्वेता भारद्वाज, सरोज बाला,गुरवीर, प्रिती ,मंजू, रजनी, सोनीया,नरेश,कोमल , कमलजीत, अमरजीत सिंह, समीर कपूर, अमरेंद्र कुमार शर्मा, नवदीप, उदय ,अजीत कुमार , नरेंद्र,रोहित भाटिया, अमरेंद्र सिंह,बावा खन्ना, विनोद खन्ना, नवीन, प्रदीप, सुधीर, सुमीत,जोगिंदर, मनीष,सुक्खा अमनदीप , अवतार सैनी, परमजीत सिंह,राज कुमार,गौरी केतन शर्मा,सौरभ , नरेश,अजय शर्मा,दीपक , किशोर,प्रदीप , प्रवीण,राजू, गुलशन शर्मा,संजीव शर्मा,मुकेश, रजेश महाजन ,अमनदीप शर्मा, गुरप्रीत सिंह, विरेंद्र सिंह, अमन शर्मा, ऐडवोकेट शर्मा,वरुण, नितिश, भोला शर्मा,दीलीप, लवली, लक्की, रोहित , मोहित , विशाल , अश्विनी शर्मा , रवि भल्ला, भोला शर्मा, जगदीश,ॠषभ कालिया, निर्मल,अनिल,सागर,दीपक, प्रिंस कुमार, पप्पू , बलदेव सहित भारी संख्या में भक्तजन मौजूद थे। हवन-यज्ञ उपरांत विशाल लंगर भंडारे का आयोजन किया गया।