जालंधर (वीकैंड रिपोर्ट): एचएमवी कालेजिएट सीनियर सेकेंडरी स्कूल में कालेज प्राचार्या प्रो. डा. (श्रीमती) अजय सरीन के उत्साहनात्मक दिशा-निर्देशन अधीन आशावादी विचारों के माध्यम से जीवन को संतुष्टि प्रदान करना शृंखला के अन्तर्गत सकारात्मक दृष्टिकोण और विश्लेषणात्मक सोच विषय पर व्याख्यान का आयोजन किया गया। व्याख्यान का शुभारंभ सर्वमंगल कामना हेतु ज्ञान का प्रतीक गायत्री मंत्र का गायन एवं प्रकाश की ज्योति प्रज्ज्वलित कर किया गया। प्राचार्या प्रो. डा. (श्रीमती) अजय सरीन ने मुख्य स्रोत वक्ता श्रीमती रश्मि विज (प्राचार्या, पुलिस डीएवी पब्लिक स्कूल, जालंधर) का सह्रदय स्वागत किया। प्राचार्या डॉ. अजय सरीन जी ने कहा कि सकारात्मक सोच मनुष्य को संसार का हर सुख एवं खुशी प्रदान करती है।
जीवन में आने वाली हर समस्या का समाधान विश्लेषणात्मक ढंग से एवं आत्म विश्लेषण करके ही हो सकता है। उन्होंने कहा कि किसी भी समस्या के हल के लिए जरूरी है कि उसे छोटे भागों में बांट दिया जाए जैसे यदि बड़ी सफलता प्राप्त करनी है तो रोजाना के उद्देश्य निर्धारित किए जाएं ताकि कार्य आसान हो जाएं जिससे सफलता एवं लक्ष्य की प्राप्ति हो जाती है।
इस अवसर पर श्रीमती रश्मि विज ने प्राचार्या प्रो. डा. (श्रीमती) अजय सरीन जी के कार्य की प्रशंसा की एवं इस शृंखलाबद्ध व्याख्यान का हिस्सा बनने पर गर्व महसूस करते हुए उनका धन्यवाद किया। उन्होंने कहा कि प्रत्येक मनुष्य अच्छा स्वास्थ्य, प्रेम, खुशी एवं सफलता हासिल करना चाहता है लेकिन जब उसको यह सब नहीं मिलता है तो वह निराश हो जाता है। इसके लिए आवश्यक है कि वो सकारात्मक सोच अपनाए। जो उसके पास है, उसे स्वीकारे, ईश्वर का ध्यान करे। जीवन में सुख एवं दुख आते-जाते रहते हैं। ये रथ के दो पहियों के समान है, इसका सामना करना चाहिए।
उन्होने कहा कि जो लोग सबसे उत्तम करने का लक्ष्य निर्धारित करते हैं, वे उसमें अवश्य सफल होते हैं। उन्होंने छात्राओं से यह शपथ ग्रहण करवाई कि वे जीवन में सकारात्मक सोच के माध्यम से निरंतर आगे बढ़ेंगी। उन्होंने कहा कि जो लोग सबसे उत्तम करने का लक्ष्य निर्धारित करते हैं, वे उसमें अवश्य सफल होते हैं। श्रीमती मीनाक्षी स्याल (स्कूल कोआर्डिनेटर) ने प्राचार्या एवं विशेषज्ञ द्वारा प्रदान किए गए ज्ञानवर्धक विचारों की तहे दिल से प्रशंसा की एवं धन्यवाद ज्ञापन ज्ञापित किया। उन्होंने कहा कि सूर्य अस्त के पश्चात् लोग अपने घरों के दरवाजे बंद कर लेते हैं। उसी प्रकार यदि मनुष्य में आशावादी विचारों का सूर्य अस्त हो जाए तो लोग उसे पसंद नहीं करते। इसलिए जीवन में आशावादी दृष्टिकोण एवं सकारात्मक सोच के महत्व को बनाए रखें। वेबिनार के मध्यस्थ की भूमिका श्रीमती जसप्रीत कौर ने निभाई।