एजुकेशन डेस्क (वीकैंड रिपोर्ट) : Celebrated Punjabi Mah-2022 : हंस राज महिला महाविद्यालय के पीजी विभाग पंजाबी की ओर से पंजाबी माह-2022 के अन्तर्गत भाषा विभाग के सहयोग से कवि दरबार का आयोजन किया गया। बतौर मुख्यातिथि एमएलए रमन अरोड़ा विशेष रूप से उपस्थित हुए। प्रधानगी मंडल में वरिष्ठ पत्रकार जतिंदर पन्नू शामिल थे। प्राचार्या प्रो. डॉ. अजय सरीन ने एमएलए रमन अरोड़ा, जतिंदर पन्नू, सहायक डायरेक्टर भाषा विभाग पटियाला सतनाम सिंह, प्रवीण कुमार, डॉ. संतोख सिंह, भगवान सिंह, नवनीत कौर, भाषा विभाग जालंधर, डॉ. नवजोत कौर, प्राचार्या खालसा कॉलेज फॉर वुमैन, डॉ. गोपाल बुटर, संधू वरियाणवी, कुलवंत सिंह औजला, सरदूल सिंह औजला, नवरूप, कुलजीत कौर, डॉ. संदीप कौर का प्लांटर भेंट कर स्वागत किया। उन्होंने कहा कि पंजाबी विभाग पंजाबी भाषा को और प्रोमोट करने के लिए जो कार्य कर रहा है, वह प्रशंसनीय है।
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उन्होंने उपस्थित गणों को बताया कि एचएमवी की ओर से भी पंजाबी भाषा को शिखर पर ले जाने के लिए निरंतर प्रयास किए जाते रहते हैं, जिनमें शुरूआती समय में एम.ए. पंजाबी मुफ्त करवाना, कॉलेज प्रांगण में सभी साइन बोर्ड पंजाबी में लगवाना शामिल हैं। उन्होंने कहा कि कवि अपनी रचना से समाज की नब्का पकड़ कर लिखे तो समाज को नई राह दिखा पाता है। कवि अपनी भाषा से समाज के हर वर्ग को प्रभावित करता है। मातृ भाषा में कही गई बात का प्रभाव सदा अधिक रहता है। मुख्यातिथि रमन अरोड़ा ने स्वरचित कुछ पंक्तियां गा कर सुनाई तथा कार्यक्रम का आगाका किया। उन्होंने कहा कि पंजाबी भाषा के प्रचार व प्रसार के लिए वह हर प्रकार का समर्थन देंगे। सभी उपस्थित कवियों ने अपनी रचनाएं सुनाईं जिनमें उन्होंने विभिन्न विषयों को छुआ जैसे पंजाब की वर्तमान स्थिति, नारी उत्थान, गुरु तेग बहादुर जी की शहीदी तथा पंजाबी भाषा का महत्त्व के बारे में बताया। इस अवसर पर सुखदेव तथा मनोज ने भी अपनी रचनाएं सुनाईं।
Celebrated Punjabi Mah-2022 : समारोह के प्रधान जतिंदर पन्नू ने एचएमवी के प्रयास की सराहना की तथा कहा कि हर क्षेत्र में एचएमवी ने सदा इतिहास रचा है। उन्होंने कहा कि भाषा ही सभी को एक बंधन में बांधती है। हम हर संस्कृति से सीखते हैं परंतु अपनी काड़ों से जुड़े रहना अति आवश्यक है। देश में प्रतिभा की कोई कमी नहीं है। भाषा को बचाना हमारी युवा पीढ़ी की जिम्मेदारी है। भाषा विभाग पंजाब की ओर से प्राचार्य डॉ. अजय सरीन को फुलकारी व सर्टीफिकेट देकर पंजाबी भाषा के प्रति उनके अमूल्य योगदान के लिए उन्हें सम्मानित किया गया। सभी कवियों को भी सम्मानित किया गया। सतनाम सिंह ने सभी का धन्यवाद किया। कार्यक्रम का सफलतापूर्वक संचालन विभागाध्यक्षा नवरूप, कुलजीत कौर व डॉ. संदीप कौर द्वारा किया गया। इस अवसर पर पंजाबी पुस्तकों की एक प्रदर्शनी भी आयोजित की गई थी।
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