क्या धूप में खड़े होने पर कोरोनावायरस से बचाव होता है या बिना खांसे 10 सेकंड तक सांस रोकना बताता है कि आपको संक्रमण नहीं हो सकता है… ऐसी कई भ्रमित करने वाली पोस्ट सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं, जिसका जवाब विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने दिया है।
अधिक ठंडा वातावरण और गर्म तापमान से वायरस के खत्म होने की बात सच नहीं है। अधिक तापमान वाले देशों में भी कोरोना के मामले मिले हैं, इसलिए धूप में खड़े होने से वायरस नहीं मरेगा। बाहरी वातावरण या तापमान के बजाय शरीर का सामान्य तापमान 36.5°C से 37°C होता है। कोरोना से बचने का सबसे बढ़िया तरीका अपने हाथों को धोते रहना है। बेहतर होगा, बार-बार हाथ साबुन से धोते रहें और मुंह, नाक व आंख को न छुएं।
0 सेकंड तक सांस रोकें, अगर कोई दिक्कत नहीं होती है तो कोरोना का संक्रमण नहीं हो सकता।
डब्ल्यूएचओ : यह एक तरह की ब्रीदिंग एक्सरसाइज है, कोरोना से बचाव की गारंटी नहीं। ऐसा मानना खतरनाक साबित हो सकता है। कोरोना संक्रमण के आम लक्षण हैं, सूखी खांसी, अधिक थकावट और बुखार। कुछ लोगों में निमोनिया के लक्षण भी दिखते हैं। इसलिए बेहतर होगा कि लक्षण दिखने पर कोरोना की जांच कराएं।
मच्छरों से भी कोरोनावायरस फैल सकता है।
डब्ल्यूएचओ : अब तक ऐसी कोई रिसर्च या प्रमाण नहीं मिले हैं जिससे ये साबित हो सके कि मच्छर से कोरोनावायरस फैल सकता है। नया कोरोनावायरस संक्रमित इंसान के छींकने या खांसने के दौरान निकली लार की बूंदों से फैल सकता है। बेहतर होगा ऐसे लोगों से दूरी बनाएं, मास्क का प्रयोग कर, बार-बार हाथ धोएं।
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