नई दिल्ली (वीकैंड रिपोर्ट) :
हमें तो लगता है भगवान ने खाली ही पैदा कर दिया, तकदीर लिखना भूल ही गया,
जिंदा है वो लोग जो मौत से टकराते हैं और मुर्दों से बत्तर हैं वो लोग जो मौत से घबराते हैं।
ऐसे हजारो डायलॉग जो कादर खान ने बोले वो आज भी अमर हैं। बॉलीवुड एक्टर कादर खान का 31 दिंसबर 2018 में निधन हो गया था। कादर खान 81 वर्ष के थे। कादर खान लंबे समय से बीमार थे और कनाडा के एक अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था । इससे पहले उनके बेटे सरफराज खान ने उनके निधन की खबरों पर लगाम लगाया था और कहा था कि यह सब अफवाह है।
लेकिन 31 दिसंबर 2018 को उनके बेटे सरफराज खान ने उनके मरने की खबर खुद ट्विटर पर पोस्ट की थी। कादर खान लंबे समय से बीमार थे और कनाडा में अपने बेटे के साथ रह रहे थे। कादर खान के बेटे सरफराज ने उनके निधन बारे में बात करते हुए पीटीआई को बताया था कि, ‘मेरे डैड हमें छोड़कर चले गएए हैं. कनाडा के टाइम के मुताबिक 31 दिसंबर शाम छह बजे उनका निधन हो गया। वे लंबे समय से बीमार चल रहे थे। वे दोपहर को कौमा में चले गए थे। वे 16-17 हफ्ते से अस्पताल में थे। उनका अंतिम संस्कार कनाडा में ही किया गया। इस वक्त कादर खान का पूरा परिवार यहीं पर था और यहां लंबे समय से रह रहा था।’
पकिस्तान में जन्में और बॉलिवुड में किया राज
कादर खान का जन्म 22 अक्टूबर, 1937 में अफगानिस्तान के काबुल में हुआ था. इंडो-कैनेडियन मूल के थे। कादर खान ने 300 से ज्यादा फिल्मों में काम किया है और 1970 और 1980 के दशक के जाने माने स्क्रीनराइटर भी रहे हैं। कादर खान ने फिल्मों में एंट्री करने से पहले सिविल इंजीनियरिंग के छात्रों को पढ़ाया भी था। कादर खान अपने संजीदा और कॉमेडी दोनों ही तरह के किरदारों के लिए खास पहचान रखते हैं। गोविंदा के साथ तो कादर की कमाल की ट्यूनिंग रही है।
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