Gangwar in Amritsar KD Hospital, gangster Kandhowalia murdered, Hospital Security Gard Arun Kumar also injured by a bullet.
अमृतसर (वीकैंड रिपोर्ट) : पंजाब के अमृतसर में मंगलवार रात को गैंगस्टर राणा कांधोवालिया की गोली मारकर हत्या कर दी गई। वारदात को दो अज्ञात युवकों ने अंजाम दिया है। पता चला है कि कई मामलों में नामजद यह शख्स पिछले तीन दिन से यहां दाखिल अपनी एक रिश्तेदार महिला के पास रोज आता था और इसी दौरान उसकी रैकी की जा रही थी। आज मौका पाकर अस्पताल की तीसरी मंजिल पर उस पर गोलियां चला दी गई।
फायरिंग के बाद उपचार में जुटी मेडिकल टीम और मौके पर मौजूद पुलिस। बाद में उसकी मौत हो गई।
Amritsar KD Hospital Gangster Kandhowalia murdered
बताया जा रहा है कि इस वारदात में गैंगस्टर राणा कांधोवालिया की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि एक साथी को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया है। सूचना के बाद पुलिस बल मौके पर पहुंचकर मामले की जांच में जुटाा हुआ है। हालांकि अभी तक आधिकारिक रूप से गैंगस्टर की मौत की पुष्टि नहीं की जा रही।
अस्पताल का सिक्योरिटी गार्ड अरुण कुमार, जिसकी पीठ पर गोली लगी है।
रात 8 बजे के डी अस्पताल में दिया वारदात को अंजाम
वारदात मंगलवार रात करीब 8 बजे शहर के केडी अस्पताल की है। मिली जानकारी के अनुसार जिले के गांव कांधोवाल के राणा कांधोवालिया की एक करीबी रिश्तेदार पिछले 3 दिन से यहां उपचाराधीन है। अस्पताल की तीसरी मंजिल पर दाखाल अपनी पत्नी से मिलने पहुंचे राणा पर दो अज्ञात लड़कों ने गोलियां चला दी। उसे एक गोली सिर पर तो तीन छाती में लगी हैं, वहीं पास मौजूद उसके एक साथी (स्टूडेंट यूनियन के प्रधान तेजबीर सिंह तेजा) को भी दो गोलियां लगी। इसके बाद बदमाश जाते-जाते नीचे खड़े अस्पताल के गार्ड अरुण कुमार को भी पीठ पर गोली मार गए।
बताया जा रहा है कि गैंगस्टर राणा कांधोवालिया की मौत हो चुकी है, वहीं उसके साथी और गार्ड को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। सूचना पाकर पुलिस के आला अफसर मौके पर पहुंच गए हैं। हालांकि अभी तक आधिकारिक रूप से गैंगस्टर की मौत की पुष्टि नहीं की जा रही है।
घटनास्थल पर मौजूद आसपास के लोग।
जग्गू भगवानपुरिया गैंग पर है शक
हालांकि अभी तक इस घटना में किसी गैंग का नाम सामने नहीं आया है। किसी गैंग की तरफ से सोशल मीडिया वगैरह पर भी इसकी जिम्मेदारी नहीं ली गई है, लेकिन सूत्रों का कहना है कि यह हमला तिहाड़ जेल में बंद जग्गू भगवानपुरिया ने अपने गुर्गों की मदद से करवाया है। दरअसल, राणा कांधोवालिया संदीप नैय्यर उर्फ बब्बा का बेहद खास आदमी था और इससे पहले सितंबर 2014 में बब्बा की हत्या कर दी गई थी। उस मामले में जग्गू गैंग का खुलकर नाम आया था।
पुलिस का कहना-जांच जारी है…
उधर, इस बारे में पुलिस कमिश्नर पुलिस कमिश्नर सुखचैन सिंह गिल का कहना है कि घटना की जांच की जा रही है। प्राथमिक तौर पर लग रहा है कि इस वारदात को अंजाम देने के लिए राणा की रैकी की जा रही थी। इसके बाद यहां 5 युवक आए थे, जिनमें से 4 ऊपर पहुंचे थे। पुलिस ने सभी का पता लगा लिया है।