जालंधर (वीकैंड रिपोर्ट) : कोरोना वायरस का संक्रमण दिनों दिन बढ़ता ही जा रहा है. सभी जानते हैं कि इसे साफ-सफाई से ही हराया जा सकता है. इसलिए इन दिनों में सैनिटाइजर की मांग काफी बढ़ गई है. लोग यह जाने बिना ही इसका इस्तेमाल कर रहे है कि इसका आपके स्वास्थ्य पर क्या असर होगा. लोगों को यह नहीं पता कि सैनिटाइजर के प्रयोग का सही तरीका क्या है. लोगों के बीच सैनिटाइजर को लेकर सही जानकारी आप तक पहुंचाई जाए.
- सैनिटाइजर को ओवर यूज करते हैं, तो यह पानी खींच लेता है, इससे स्किन ड्राई हो सकती है। इसलिए अल्कोहल में कभी-कभी ग्लिसरीन मिलाया जाता है, ताकि स्किन सूखे नहीं।
- कुछ खाने से पहले सैनिटाइजर का इस्तेमाल कर सकते हैं, यदि आपके पास हाथ धुलने का विकल्प नहीं है। या तब सैनिटाइजर का इस्तेमाल करें जब बस, ट्रेन या किसी सार्वजनिक वाहन में यात्रा कर रहे हैं, क्योंकि आप बार-बार हैंडल पकड़ते हैं, शीट टच करते हैं। आप घर में हैं तो सैनिटाइजर के इस्तेमाल की जरूरत नहीं है।
- सैनिटाइजर को हाथ या सतह में लगाने के साथ ही वहां मौजूद बैक्टीरिया और वायरस मर जाते हैं। लेकिन सैनिटाइजर का असर तीन से चार मिनट तक ही रहता है। इसके बाद इसमें मौजूद अल्कोहल उड़ जाता है।
- सैनिटाइजर को हाथ में रगड़ने के तुरंत बार हाथ को मुंह, नाक, आंख को न छुएं, इससे बॉडी को साइड इफेक्ट का खतरा ज्यादा रहता है।
- साबुन बैक्टीरिया या वायरस को मारने में ज्यादा बेहतर होता है, क्योंकि साबुन हथेली और उंगलियों के हर पोर में लगाया जा सकता है। फिर पानी से धुलने से हाथ पूरी तरह साफ हो जाता है, लेकिन सैनिटाइजर के साथ ऐसा नहीं है।
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