
चंडीगढ़ (वीकैंड रिपोर्ट) – Chandigarh Municipal Corporation House Meeting : चंडीगढ़ म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन की हाउस मीटिंग के दौरान पंजाब के गवर्नर गुलाब चंद कटारिया ने कहा कि मेयर का टर्म 5 साल करने के फायदे और नुकसान दोनों हैं। जिसके साथ ही, मेयर कभी-कभी लंबे समय तक कमेटियां नहीं बनाते, जिससे डेवलपमेंट के काम पर असर पड़ता है। इसके अलावा, मेयर द्वारा काउंसलर्स की भी नहीं सुनी जाती, जिसके कारण सेंटर ने मेयर का टर्म बढ़ाने पर फैसला टाल दिया था।
गवर्नर कटारिया ने हाउस को भरोसा दिलाया कि वह इस बारे में सेंटर से बात करेंगे और हो सकता है कि मेयर का टर्म 5 साल या 2.5 साल हो सकता है। कम्युनिटी सेंटर इनकम का सोर्स है, लेकिन सुविधाएं देना भी जरूरी है, इसलिए जहां कम्युनिटी सेंटर की जरूरत है, उसे बजट में रखें। मनीमाजरा पॉकेट 6 के बारे में गवर्नर ने कहा कि वहां कई तरह के एनक्रोचमेंट हुए हैं। डिपार्टमेंट्स के हिसाब से कागजों में जमीन सही है। गवर्नर ने सदन को संबोधित करते हुए कहा कि हाउसिंग प्रोजेक्ट के लिए किसी एक व्यक्ति को ज़मीन देना गलत है, यह लोगों की समस्याओं को हल करने के बारे में नहीं है, बल्कि रेवेन्यू इकट्ठा करने के बारे में है। उन्होंने कहा कि पैसा ज़रूर आएगा, लेकिन अगर डेवलपमेंट नहीं होगा, तो यह भी गलत है।
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