
Love Jihad (वीकैंड रिपोर्ट): आजकल लव जिहाद हर कोई जानता है। लव जिहाद एक षड्यंत्र सिद्धांत है जो भारत में सबसे ज्यादा प्रचारित किया गया है। लव जिहाद षड्यंत्र सिद्धांत, मुस्लिम पुरुष जनसंख्या संरचना को बदलने और हिंदू संस्कृति को नष्ट करने के लिए हिंदू महिलाओं को बहकाकर, शादी करके और जबरन धर्मांतरण कराकर उनका धर्म परिवर्तन करने में विश्वास रखता है।
1920 के दशक से शुरूआत love jihad
तथ्यों के हिसाब से इस कथा का इतहास काफी पुराना है जो कि 1920 के दशक से प्रचलित है लेकिन आपको बता दें कि 2007 से इसने सांस्कृतिक और राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण महत्व प्राप्त करना शुरू किया।
इतिहास में लव जिहाद
इतिहास के मुताबिक, भारत में ब्रिटिश राज के दौरान 1919 में खिलाफत आंदोलन उभरा, ये एक अखिल-इस्लामी ताकत, मुस्लिम समुदाय के बीच एकता का प्रतीक था। वहीं, इस अवधि के दौरान मालाबार विद्रोह (1921-1922) ने केरल के मालाबार क्षेत्र में ब्रिटिश औपनिवेशिक शासन के खिलाफ व्यापक प्रतिरोध देखा और आपको बता दें कि विद्रोह का नेतृत्व मुसलमानों के एक समूह ने किया था, जो मुख्य रूप से कृषि श्रमिक थे और ब्रिटिश औपनिवेशिक अधिकारियों और हिंदू जमींदारों के खिलाफ थे।
हिंदुओं के खिलाफ हिंसा

इस विद्रोह में हिंदुओं के खिलाफ हिंसा, बलात्कार, जबरन धर्मांतरण और हिंदू महिलाओं के अपहरण की खबरें सामने आईं, जिसने धार्मिक समुदायों के बीच की खाई को और गहरा कर दिया। इस वजह से एकजुट और उग्र मुस्लिम आबादी द्वारा हिंदू धर्म और उनकी सांस्कृतिक विरासत को खत्म करने के कथित खतरे के प्रति प्रतिक्रिया व्यक्त की जा रही थी।
पहली बार हुआ 2009 में कुख्यात
तथ्यों के मुताबिक कथित लव जिहाज के कोई दावे नहीं थे लेकिन 2009 में ये वाक्यांश पहली बार साबित हुआ, जब विश्व हिंदू परिषद और श्री राम सेना जैसे समूहों ने दावा किया कि केरल में मुस्लिम पुरुषों से शादी के लिए महिलाओं का इस्लाम में धर्म बदला जा रहा है। फिर धीरे-धीरे इसके बाद तो केस बढ़ते चले गए।
फंसाया जाता है छोटी जात की लड़कियों को या सिर्फ हिंदू लड़कियों को?
ऐसे षड्यंत्रों पर अगर बात की जाए तो लगता है कि सिर्फ छोटी जात की लड़कियों को फंसाया जाता है लेकिन ऐसा नहीं है। हां, पर बात ये है कि फंसाया ज्यादातर हिंदू लड़कियों को जाता है, फिर चाहे वे छोटी जाती की हों, पढ़ी लिखी हों या न।
सोशल मीडिया लव जिहाद
क्या है सोशल मीडिया लव जिहाद? लव जिहाद की नींव तो वही है, लेकिन लड़कियों को निशाना बनाने का तरीका थोड़ा एडवांस हो गया है इसलिए इसका नाम सोशल मीडिया लव जिहाद है, यानि सोशल मीडिया के जरिए लड़कियों को फंसाना।

- कानपुर के ‘सरताज’ का ‘सोनू’ बनना
वहीं हाल ही की बात करें तो जून 2025 में कानपुर पुलिस द्वारा सरताज नाम के शख्स को गिरफ्तार किया गया जिसने सोशल मीडिया पर सोनू नाम से ID बनाई। उसने एक हिंदू लड़की से बातचीत शुरू की, प्यार का वादा किया, लेकिन बाद में उसे अश्लील वीडियो के जरिए ब्लैकमेल किया, लड़की से “OM” टैटू मिटाने और इस्लाम धर्म अपनाने की मांग की गई । इसके बाद लड़की ने FIR दर्ज कराई, जिसके चलते वे लड़का पकड़ा गया और बाद में पता चला कि सरताज ने अपनी फेक ID से बाकी लड़कियों को भी फंसाया था।
- भोपाल के Gym Trainers का सच
जून 2025 में भोपाल में पांच जिम ट्रेनर को पकड़ा गया, क्योंकि वे फेक हिंदू नामों के साथ हिंदू लड़कियों को ट्रेनिंग देते थे। ये जानकारी पुलिस को बजरंग दल वालों द्वारा दी गई थी। वहीं, जिम की एक लड़की ने बताया कि उसका ट्रेनर ( अमन, फेक हिंदू नाम) इश्तियाक अहमद ने उसे शादी के लिए भी कहा था।
- नोएडा:सचिन निकला‘मुबस्मिर’
सचिन नाम से इंस्टाग्राम पर ID बनाने वाला मुबस्मिर जून 9, 2025 को पकड़ा गया। इसने एक हिंदू लड़की से 2023 में दोस्ती करी, उससे शादी करी और फिर उसे धर्म परिवर्तन की मांग करने से पहले गर्भवती कर दिया, लेकिन जब उसे मना किया तो उसने लड़की से मार-पीट शुरू कर दी। लड़की के परिवार वालों की शिकायत के चलते पुलिस ने लड़के को गिरफ्तार किया और पता चला कि इसकी बहुत सी फर्जी प्रोफाइल थीं।
ये केस सिर्फ इतने ही नहीं है बल्कि हमारी सोच से भी बहुत आगे हैं और हो सकता है कि कुछ केस तो ऐसे भी होंगे जो कभी दर्ज ही नहीं हो पाए।
देश का डाटा

- केरल में बीजेपी नेता पीसी जॉर्ज का दावा है कि राज्य के सिर्फ मीनच्चिल में अब तक 400 से भी ज्यादा लड़कियां लव जिहाद का शिकार हो चुकी हैं।
- वहीं, 2024 में Organiser द्वारा रिपोर्ट किए गए अनुमानों के अनुसार कुछ 200 मामले लव जिहाद के सामने आए हैं, लेकिन माना गया है कि असलियत में इसकी संख्या इससे पांच गुना ज्यादा है।
- 2020 से 2025 तक मध्यप्रदेश में कुल 283 लव जिहाद के मामले सामने आए और वहीं आपको बता दें कि इनमें से 71 मामले नाबालिग लड़कियों से जुड़े थे।
- Times of India के मुताबिक इंदौर में कुछ 70 से ज्यादा और भोपाल में कुछ 30 मामले दर्ज हुए, जो कि सिर्फ 40% ही हैं।
- Reddit पर एक पोस्ट के अनुसार राजस्थान की बात करें तो वहां 2025 में नाबालिग हिंदू लड़कियों के साथ लव जिहाद के और शोषण के काफी मामले दर्ज किए गए हैं और इन केस में कुछ स्थानीय मुस्लिम लड़कों को गिरफ्तार भी किया गया।
सरकार की भूमिका
हिंदू महिलाओं की सुरक्षा- भारत सरकार को सोशल मीडिया लव जिहाद और वैसे भी लव जिहाद को रोकने के लिए कदम उठाने चाहिए। मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश जैसे राज्यों में धर्मांतरण विरोधी कानून हैं, लेकिन उनका क्रियान्वयन अलग-अलग है। 2025 में, नोएडा और इंदौर जैसे मामले राष्ट्रीय दिशानिर्देशों की आवश्यकता को दर्शाते हैं। सरकार को सोशल मीडिया अकाउंट्स के लिए पहचान सत्यापन अनिवार्य करना चाहिए और अपराधियों पर नज़र रखने के लिए साइबर अपराध इकाइयों को धन मुहैया कराना चाहिए।
सख्त कानूनों की आवश्यकता- धर्मांतरण विरोधी कानून पूरे भारत में एक समान होने चाहिए, जिसमें डिजिटल धोखाधड़ी के लिए स्पष्ट दंड का प्रावधान हो। X पोस्ट अपराधियों को रोकने और पीड़ितों की सुरक्षा के लिए राष्ट्रीय एक “लव जिहाद” कानून की मांग करता है।
लव जिहाद: क्या अभी भी एक मिथ?
जैसा कि आपको ऊपर इसके कई उदाहरण दिए गए हैं जो कि fact checked हैं तो इससे ये तो बात साबित होती है कि लव जिहाद कोई मिथ या किसी द्वारा बनाई गई कोई मनगढ़ंत कहानी नहीं है। इससे बहुत सी लड़कियों का और उनके परिवार वालों का नुकसान हो चुका है और अगर आगे भी इस पर रोक न लगाई तो बहुत सी दिक्कतें हो सकती हैं।
इस लेख में किसी एक धर्म या संप्रदाय पर कोई ठेस नहीं पहुंचाई गई है बल्कि जागरूकता प्रदान की गई है।
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