अयोध्या (वीकैंड रिपोर्ट) : Ayodhya Ram Mandir : राम मंदिर के गर्भगृह में 15 से 24 जनवरी के बीच संयोजित प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव के बीच रामलला की एक मूर्ति स्थापित की जाएगी, किंतु स्थापना के लिए तीन मूर्तियां निर्मित हो रही हैं। इसमें से जो श्रेष्ठतम होगी, उसे गर्भगृह में स्थापित किया जाएगा। बाकी दो मूर्तियों का क्या होगा, इसके लिए बहुत चिंता किए जाने की जरूरत नहीं है। वहीं, रामलला की प्राण प्रतिष्ठा से पहले विहिप पूरे देश में शौर्य यात्राएं निकालेगी। इसकी शुरुआत 30 सितंबर से अयोध्या से हो चुकी है। इन यात्राओं के जरिये लोगों को गांव-गांव मंदिर आंदोलन का इतिहास बताया जाएगा। साथ ही मंदिर निर्माण की प्रगति की भी जानकारी दी जाएगी। सभी से प्राण प्रतिष्ठा समारोह के दौरान आनंदोत्सव मनाने की अपील की जाएगी। यात्रा के समापन पर सभाएं भी होंगी, जिसमें गो हत्या, धर्म परिवर्तन, लव जिहाद, बांग्लादेशी घुसपैठ आदि विषयों पर मंथन किया जाएगा।
Ayodhya Ram Mandir : रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य एवं विहिप के केंद्रीय उपाध्यक्ष कामेश्वर चौपाल कहते हैं, हम सनातनधर्मी हैं और श्रीराम के अनन्य अनुरागी हैं। ऐसे में इतने यत्न से तैयार की जा रहीं रामलला की मूर्तियों की अवमानना का कोई सवाल ही नहीं उठता। यह ठीक है कि तीन में से जो श्रेष्ठतम मूर्ति होगी, उसकी ही स्थापना गर्भगृह में संभव होगी। तथापि रामलला की बाकी दो मूर्तियों से भी पूरा न्याय होगा।