Corona Virus Effect In Punjab, Kartarpur Corridor & Attari Wagah Border Closed
पंजाब में कोरोना का एक केस पॉजीटिव पाया गया, वहीं 2215 लोग निगरानी में रखे गए हैं। करतारपुर कॉरिडोर को भी कल से बंद किया जा सकता है। बीएसएफ के मुताबिक, कल से रजिस्ट्रेशन नहीं किए जाएंगे। फिलहाल कोरोना के खतरे को देखते हुए पाकिस्तान ने करतारपुर साहिब की एंट्री बंद कर दी है।पंजाब के स्वास्थ्य मंत्री बलबीर सिद्धू ने कहा कि यह मामला केंद्र सरकार के अधीन आता है और इस संबंध में कोई भी फैसला केंद्र सरकार द्वारा ही लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार इस मामले में केवल इतना कर सकती है कि कॉरिडोर के रास्ते हर आने-जाने वाले की मेडिकल जांच कर सुनिश्चित किया जाए।
अटारी-वाघा सीमा पर बिना दर्शकों के हुई रिट्रीट सेरेमनी
पाकिस्तान सरकार ने वाघा सीमा पर आयोजित रिट्रीट समारोह के दौरान पाकिस्तानी दर्शकों के प्रवेश पर पाबंदी लगा दी है। सूत्रों के अनुसार, पाकिस्तान रेंजरों ने कोरोना वायरस के कारण रिट्रीट समारोह के दौरान दीर्घाओं में पर्यटकों को न जाने देने का फैसला किया है। सीमा सुरक्षा बल के उप महानिरीक्षक पंजाब फ्रंटियर बीएस रावत ने इस बात की पुष्टि की है।
उन्होंने बताया की पाक रेंजरों ने शनिवार दोपहर बीएसएफ को सूचित किया था कि 14 मार्च से वाघा सीमा पर आयोजित रिट्रीट समारोह में किसी भी पाकिस्तानी व विदेशी नागरिक को नहीं आने दिया जाएगा। शनिवार को अटारी-वाघा सीमा पर बिना दर्शकों के परेड हुई है। पाक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार पाकिस्तान में कोरोना वायरस के मामले शनिवार को 29 हो गए। कराची में अकेले 14 लोगों की पुष्टि हुई है।
पंजाब में कोरोना वायरस (कोविड-19) के पहले केस की पुष्टि हो गई है। स्वास्थ्य मंत्री बलबीर सिंह सिद्धू ने बताया कि इटली से अमृतसर हवाई अड्डे पर उतरे इस व्यक्ति को अमृतसर के जीएमसी में भरती किया गया है। उन्होंने यह भी बताया कि इस व्यक्ति के परिवार के अन्य सभी सदस्य जांच में नेगेटिव पाए गए हैं। बता दें कि यह मामला पहले ही सामने आ गया था, लेकिन सरकार ने शनिवार को इस केस की पुष्टि की है।
पंजाब भवन में बुलाई प्रेस कांफ्रेंस में स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि राज्य में कोविड-19 का कोई भी संदिग्ध या लापता रोगी का केस नहीं है। उन्होंने लुधियाना में 7 संदिग्ध पीड़ितों की खबर का भी खंडन किया। सूबे में कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए सभी एहतियाती कदम उठाए जा रहे हैं और प्रदेश में आने वाले सभी यात्रियों पर नजर रखी जा रही है। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि बीते 14 दिन के दौरान 6850 यात्री पंजाब आए हैं, जिनमें से 6058 यात्रियों ने अपने इलाकों में सरकारी अस्पतालों में खुद पहुंचकर जांच कराई।
इनमें से 3754 यात्री पूरी तरह स्वस्थ पाए गए। वहीं 96 यात्रियों के सैंपल में से केवल एक मामला पॉजिटिव गया है। उन्होंने यह भी बताया कि इनमें 10 लोगों में साधारण कफ और बुखार के लक्षण थे। कुल 2215 लोगों को डाक्टरों की निगरानी में रखते हुए 2205 लोगों को अपने घरों में रहने की सलाह दी गई है, जबकि 10 लोग अस्पताल में दाखिल किए गए हैं।
विदेश से लौटे 335 लोगों के पंजाब में लापता हो जाने की खबरों का खंडन करते हुए स्वास्थ्य मंत्री बलबीर सिंह सिद्धू ने कहा कि यह सभी 335 लोग नई दिल्ली एयरपोर्ट पर उतरे थे और उनकी वहीं हवाई अड्डे पर जांच के बाद उन्हें घर जाने दिया गया था। उन्होंने कहा कि इन 335 लोगों को ढूंढने की जरूरत भी नहीं है, क्योंकि इनमें कोई भी व्यक्ति कोरोना वायरस का संदिग्ध भी नहीं पाया गया।
पत्रकारों के सवालों के जवाब में स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि जिन 335 लोगों के लापता होने की बात कही जा रही है, उनकी जांच केंद्र सरकार द्वारा नई दिल्ली में की गई थी और केंद्रीय बुलेटिन में पंजाब के इन लोगों का जिक्र किया था। उन्होंने स्पष्ट किया कि जो भी लोग विदेश से नई दिल्ली, अमृतसर और मोहाली के हवाई अड्डों पर उतर रहे हैं, उन सभी की जांच मौके पर ही की जा रही है।
इनमें जो लोग जांच में संदिग्ध पाए जाते हैं, केवल उन्हीं लोगों को रोका जाता है और बाकी लोग घर जा सकते हैं। यह पूछे जाने पर कि क्या 335 लोगों की तलाश का काम पुलिस को सौंपा गया है, सिद्धू ने कहा कि इन्हें ढूंढने की जरूरत ही नहीं है। नई दिल्ली में केंद्रीय टीम को जांच में सभी स्वस्थ मिले, इसलिए उन्हें रोका नहीं गया।
पंजाब में कोरोना संक्रमित पहला मरीज अमृतसर के गुरुनानक देव अस्पताल में उपचाराधीन है। मरीज की हालत में काफी सुधार आया है। इस मरीज को अभी आइसोलेशन वार्ड में ही रखा जाएगा। 14 दिन तक मेडिकल कॉलेज स्थित इंफ्लुएंजा लैब से जांच करवाई जाएगी। यदि जांच रिपोर्ट में कोरोना नेगेटिव पाया गया तो उसे छुट्टी दे दी जाएगी। इधर, इंफ्लुएंजा लैब में अब तक 11 संदिग्धों के सैंपलों की जांच की गई है। सभी की रिपोर्ट निगेटिव है।
अमेरिका से लौटे युवक में करोना के लक्षण, भर्ती
होशियारपुर। अमेरिका से लौटे 20 वर्षीय नौजवान कोरोना वायरस के लक्षण पाए गए है। उसे सिविल अस्पताल में बने आईसोलेशन वार्ड में भर्ती किया गया है। नौजवान के सैंपल लेकर जांच के लिए पीजीआई चंडीगढ़ भेजे जा रहे है। कोरोना वायरस का शकी मरीज 27 फरवरी को अमेरिका से टर्की होते हुए भारत लौटा था। उस वक्त तो जांच में उसमें कोरोना लक्षण नहीं पाए गए थे।
शनिवार को वह सिविल अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में पहुंचा। पिछले 4 दिनों से उसको तेज बुखार, खांसी व जुकाम आदि की शिकायत थी। जांच के दौरान ट्रैवल हिस्टरी पाए जाने के चलते उसे लक्षणों के आधार पर संदिग्ध मानते हुए आईसोलेशन वार्ड में भर्ती कर दिया गया।
सिविल सर्जन डा. जसवीर सिंह से ने बताया कि कोरोना के संदिग्ध मरीज को आईसोलेशन वार्ड में दाखिल किया गया है। रक्त के सैंपल लेकर पीजीआई से भेजा जा रहा है। उन्होंने बताया कि अमेरिका से लौटे उसे करीब 16 दिन हो गए है, फिर भी उसेो डाक्टरों की निगरानी में रखा जा रहा है।
पंजाब सरकार ने श्री गुरु राम दास इंटरनेशनल एयरपोर्ट में इटली, चीन, ईरान, जर्मनी, फ्रांस, स्पेन और कोरिया से पहुंचने वाले यात्रियों के लिए कैटेगरी तैयार कर दी है। उक्त सात देशों से आने वाले यात्रियों को कैटेगरी वाइज चिह्नित किया जाएगा। इन्हें ए, बी और सी कैटेगरी दी जाएगी।
ए कैटेगरी में उन लोगों को रखा गया है जो अमृतसर एयरपोर्ट पर स्क्रीनिंग के दौरान खांसीजुकाम से पीड़ित पाए जाएंगे। ऐसे लोगों को आइसोलेशन वार्ड में दाखिल करवाया जाएगा। बी कैटेगरी में उपरोक्त देशों से आने वाले शख्स को खांसी जुकाम नहीं है पर उसकी आयु साठ वर्ष है तो उसे फौरन आइसोलेशन वार्ड में पहुंचाया जाएगा।
14 दिन तक आइसोलेशन वार्ड में रखकर उसकी लगातार जांच की जाएगी। इसी प्रकार सी कैटेगरी में साठ साल से कम उम्र वाले शख्स को यदि खांसीजुकाम या बुखार नहीं है तो उसे एयरपोर्ट से घर भेजा जाएगा। इस दौरान उसे 14 दिनों तक घर के कमरे में रहना होगा। इस दौरान वह किसी से मिल नहीं सकता। उसकी निगरानी के लिए स्वास्थ्य विभाग की टीमें लगातार उसके घर जाएंगी।
मेडिकल कॉलेज में क्लासेज जारी
स्वाइन फ्लू की जांच एवं उपचार के काम में जुटा सरकारी मेडिकल कॉलेज ही सरकारी गाइडलाइन नहीं मान रहा हे। कॉलेज में एमबीबीएस छात्रों की थ्यूरी क्लासें लगाई जा रही हैं। 125-125 छात्रों का बैच दो क्लासों में बैठ कर पढ़ाई कर रहा है। कोई छात्र संक्रमित हुआ तो इससे कोरोना का खतरा बढ़ सकता है।
लोक संपर्क अधिकारी डॉ. कर्मजीत सिंह का कहना है कि प्रिंसिपल डॉ. सुजाता शर्मा ने बाबा फरीद यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर और मेडिकल शिक्षा खोज विभाग के सेक्रेटरी से इस संदर्भ में बात की है। जल्द ही छुट्टी के संदर्भ में गाइडलाइन जारी होगी। डॉ. कर्मजीत सिंह का कहना है कि थ्यूरी क्लासें दो घंटे ही लग रही हैं।
पंजाब में कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए सभी एहतियाती कदम उठा रही राज्य सरकार ने आगामी 31 मार्च हो रिटायर होने वाले सरकारी डाक्टरों और पैरा-मेडिकल स्टाफ का कार्यकाल 30 सितंबर तक बढ़ा दिया है। सरकार ने यह फैसला कोरोना वायरस के चलते राज्य में स्वास्थ्य सेवाओं को सुचारु बनाए रखने के उद्देश्य से लिया है।
शनिवार को इस संबंध पंजाब के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग द्वारा जारी आदेश में कहा गया कि कोविड-19 फैलने के कारण उत्पन्न हालात को ध्यान में रखते हुए, दि पंजाब सिविल सर्विसेज (पहला संशोधन) रूल्स 2020 के नियम-2 के प्रावधानों के तहत, एहतियाती कदम के रूप में, सरकार के अधीन स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग में कार्यरत डाक्टर्स और पैरा-मेडिकल स्टाफ, जो रिटायर होने वाले हैं, 30 सितंबर 2020 तक कार्य करते रहने के लिए कहा गया है।
साथ ही आदेश में यह भी स्पष्ट किया गया है कि इस फैसले के तहत जिन डाक्टरों और पैरा-मेडिकल स्टाफ को एक्सटेंशन दिया जा रहा है, वे एक्सटेंशन की अवधि में किसी प्रमोशन या अतिरिक्त भत्ते के लिए पात्र नहीं होंगे। इस फैसले को मुख्यमंत्री ने मंजूरी प्रदान कर दी है।
सभी को मास्क लगाना जरूरी नहीं: स्वास्थ्य मंत्री
स्वास्थ्य मंत्री ने यह भी कहा कि ज्यादातर मामलों में खांसी, बुखार और कप के पेशेंट को कोरोना के संदिग्ध रोगी के रूप में गिन लिया गया है, जबकि हालात ऐसे नहीं हैं। उन्होंने यह भी कहा कि राज्य में ड्रग इंस्पेक्टरों को मास्क और सेनेटाइजर्स की कालाबाजारी रोकने के निर्देश दिए गए हैं, फिर भी मास्क हर किसी व्यक्ति के लिए लगाना जरूरी नहीं है। केवल वही व्यक्ति इसका इस्तेमाल करें जो खांसी या जुकाम से पीड़ित हैं।
भारत सरकार ने अटारी सड़क सीमा के रास्ते पाकिस्तानी और विदेशी नागरिकों के भारत में प्रवेश पर रोक लगा दी है। लेकिन जो भारतीय नागरिक अपने सगे-संबंधियों से मिलने पाकिस्तान गए हैं, वे लौट सकते हैं। शनिवार को हरियाणा के यमुनानगर के सिंघोड़ा का रहने वाला एक परिवार भारत लौट आया। जबकि एक पाकिस्तानी परिवार को बीएसएफ ने भारत नहीं आने दिया।
पाकिस्तान से लौटे हरियाणा के यमुनानगर के सिंघोड़ा निवासी रंजन खान ने अटारी सड़क सीमा पर बातचीत करते हुए बताया की वह 17 फरवरी को परिवार के साथ पाकिस्तान गए थे। 17 मार्च तक वहां रिश्तेदारों के यहां रहना था। कोरोना वायरस के कारण भारत सरकार अटारी सीमा से प्रवेश करने पर पाबंदी न लगा दे यह सोच वे लौट आए।
आईसीपी में गहन जांच के बाद ही उन्हें हरियाणा लौटने की अनुमति मिली। इसके अलावा सहारनपुर निवासी एक महिला ने बताया कि उसे पाकिस्तान अथॉरिटी ने कहा कि जल्दी लौट जाओ। अटारी-वाघा सीमा कभी भी बंद हो सकती है। अभी कई भारतीय पाकिस्तान में हैं।
वहीं दूसरी तरफ पंजाब के अहमदगढ़ से एक परिवार लाहौर से आने वाले कुछ रिश्तेदारों अटारी सड़क सीमा पर घंटों इंतजार करने के बाद लौट गया। अटारी सड़क सीमा पर तैनात बीएसएफ के जवानों ने इस परिवार को पाकिस्तान सीमा से अटारी सीमा से प्रवेश करने से रोक दिया। इस परिवार के एक रिश्तेदार मोहम्मद मनीर ने बताया कि कई घंटे इंतजार के बाद रिश्तेदारों का फ़ोन आया कि अटारी सीमा पर उन्हें प्रवेश नहीं करने दिया गया।
केंद्र सरकार द्वारा कोरोना वायरस को देश के लिए आपदा घोषित करने के साथ ही पंजाब सरकार ने भी उससे निपटने के लिए अब राज्य के सभी सिनेमा हॉल, जिम, स्विमिंग पूल को अगले आदेश तक बंद करने का आदेश दिया है।
यह जानकारी स्वास्थ्य मंत्री बलबीर सिंह सिद्धू ने दी। पंजाब भवन में बुलाई प्रेस कांफ्रेंस में स्वास्थ्य मंत्री बलबीर सिद्धू ने बताया कि पंजाब सरकार सभी सरकारी और प्राइवेट स्कूल, कालेज और यूनिवर्सिटी को 31 मार्च तक बंद करने के आदेश पहले ही जारी कर चुकी है।
लोगों को भीड़भाड़ से दूर रहने की सलाह पहले ही दी जा चुकी है और उसी के मद्देनजर अब इन भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों को बंद किया गया है। सिनेमा हॉल, जिम, स्विमिंग पूल बंद करने के आदेश भी जारी कर दिए गए हैं।
प्रदेश में एहतियात के तौर पर सभी खेल प्रतियोगिताओं के आयोजन, सांस्कृतिक कार्यक्रमों और कांफ्रेंसों पर रोक लगी दी गई है। एक सवाल के जवाब में मंत्री ने कहा कि मैरिज पैलेस, शॉपिंग मॉल और रेस्टोरेंट पर रोक नहीं है, अगर जरूरी हुआ तो शॉपिंग मॉल को भी एहतियात के तौर पर बंद किया जाएगा।
फिलहाल ऐसे सभी कार्यक्रमों और स्थलों को बंद करने का फैसला लिया गया है, जहां लोग भारी संख्या में जुटते हैं। उन्होंने बताया कि अंबाला, लुधियाना और अमृतसर रेलवे स्टेशनों पर मेडिकल टीमें तैनात करने का सुझाव सरकार को दिया है। इस पर जल्द फैसला लिया जाएगा।
पंजाब सरकार ने आईके गुजराल पंजाब तकनीकी यूनिवर्सिटी जालंधर, महाराजा रणजीत सिंह पंजाब तकनीकी यूनिवर्सिटी बठिंडा, पंजाब के सभी सरकारी व गैर सरकारी इंजीनियरिंग कॉलेज, बहु-तकनीकी कॉलेज और औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थाओं को 31 मार्च तक बंद रखने का फैसला लिया है। इस संबंध में तकनीकी शिक्षा एवं औद्योगिक प्रशिक्षण मंत्री चरनजीत सिंह चन्नी ने बताया कि यह फैसला कोरोना वायरस (कोविड-19) के खतरे के मद्देनजर मुख्यमंत्री की ओर से जारी निर्देशों के तहत लिया गया है।
उन्होंने कहा कि यह वायरस विश्व भर में फैल रहा है। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए तकनीकी शिक्षा एवं औद्योगिक प्रशिक्षण विभाग को एहतियाती कदम उठाने के निर्देश जारी किये गए हैं। विभाग द्वारा जारी किये गए आदेशों के अनुसार, किसी भी तरह के प्रोग्राम, सैमीनार, मीटिंग, खेल समागम आदि भी मुलतवी किये गए हैं। उन्होंने बताया कि कोई भी टीचिंग और नॉन टीचिंग स्टाफ संस्थाओं में उपस्थित नहीं होगा, परंतु अपने पोस्टिंग वाले स्टेशन पर उपलब्ध रहेगा, ताकि जरूरत पड़ने और उनको बुलाया जा सके।
इस बीच, पंजाब की सामाजिक सुरक्षा, महिला एवं बाल विकास मंत्री अरुणा चौधरी ने कोरोना वायरस के संभावित खतरे के मद्देनजर राज्य के सभी आंगनबाड़ी केंद्रों के बच्चों के लिए 31 मार्च तक छुट्टियां करने का एलान किया है। चौधरी ने बताया कि इस समय के दौरान आंगनबाड़ी स्टाफ केंद्रों में उपस्थित रहेगा।
फतेहगढ़ साहिब। कोरोना वायरस के कारण शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अधीन चलने वाले सभी शैक्षिक विभागों स्कूल, कालेज, यूनिवर्सिटियों को 31 मार्च तक मुकम्मल बंद रखा जाएगा। शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान गोबिंद सिंह लौंगोवाल ने बताया कि कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए कमेटी ने यह फैसला लिया है। जहां पंजाब सरकार और केंद्र सरकार की तरफ से एडवाइजरी जारी की गई है।
वहीं कमेटी भी लोगों के सेहत के लिए फिक्रमंद है। कमेटी भी इसकी रोकथाम में योगदान दे रही है। यह जानकारी शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के सदस्य करनैल सिंह पंजोली ने दी। वहीं अमृतसर प्रशासन ने सचखंड श्री हरमंदिर साहिब एंट्री प्लाजा में दिखाए जाने वाले सभी शो आगामी आदेशों तक बंद करने के आदेश जारी कर दिए हैं।
सोमवार को ड्यूटी ज्वाइन करेंगे चारों अफसर
पंजाब सरकार ने कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए इटली और स्विट्जरलैंड से लौटे दो आईएएस और दो आईपीएस अधिकारियों को एहतियात के तौर पर 14 दिन तक अपने घरों में ही रहने के आदेश दिए थे। यह चारों अफसर अब सोमवार को ड्यूटी पर लौट आएंगे। यह जानकारी शनिवार को स्वास्थ्य मंत्री बलबीर सिंह सिद्धू ने दी। इस संबंध में पूछे गए सवाल पर सिद्धू ने कहा कि चारों अफसर पूरी तरह स्वस्थ हैं और उनमें कोरोना वायरस संबंधी कोई लक्षण नहीं मिले हैं। उन्होंने कहा कि इन अफसरों को एहतियात के तौर पर घर में रहने को कहा गया था।
उल्लेखनीय है कि संगरूर के आईपीएस अधिकारी एसएसपी संदीप गर्ग और उनकी पत्नी, पटियाला डेवलपमेंट अथॉरिटी की मुख्य प्रशासक सुरभि मलिक, मोहाली के डिप्टी कमिश्नर गिरीश दयालन और उनकी पत्नी व फतेहगढ़ साहिब की एसएसपी अमनीत कौंडल विदेश यात्रा पर गए थे। इनमें दोनों दंपत्ति तीन मार्च को भारत लौटे थे। उन्हें 14 दिनों के लिए एकांतवास (आइसोलेशन) में रहने को कहा गया था। दरअसल, राज्य सरकार ने छह मार्च को एक एडवाइजरी जारी की थी, जिसमें कहा गया था कि अवकाश पर विदेश गए सभी अधिकारियों को एहतियात के तौर पर 14 दिनों के लिए आइसोलेशन में रहना होगा।
चंढीगढ़ (वीकेंड रिपोर्ट) : पंजाब में कोरोना का एक केस पॉजीटिव पाया गया, वहीं 2215 लोग निगरानी में रखे गए हैं। करतारपुर कॉरिडोर को भी कल से बंद किया जा सकता है। बीएसएफ के मुताबिक, कल से रजिस्ट्रेशन नहीं किए जाएंगे। फिलहाल कोरोना के खतरे को देखते हुए पाकिस्तान ने करतारपुर साहिब की एंट्री बंद कर दी है।पंजाब के स्वास्थ्य मंत्री बलबीर सिद्धू ने कहा कि यह मामला केंद्र सरकार के अधीन आता है और इस संबंध में कोई भी फैसला केंद्र सरकार द्वारा ही लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार इस मामले में केवल इतना कर सकती है कि कॉरिडोर के रास्ते हर आने-जाने वाले की मेडिकल जांच कर सुनिश्चित किया जाए।
अटारी-वाघा सीमा पर बिना दर्शकों के हुई रिट्रीट सेरेमनी
पाकिस्तान सरकार ने वाघा सीमा पर आयोजित रिट्रीट समारोह के दौरान पाकिस्तानी दर्शकों के प्रवेश पर पाबंदी लगा दी है। सूत्रों के अनुसार, पाकिस्तान रेंजरों ने कोरोना वायरस के कारण रिट्रीट समारोह के दौरान दीर्घाओं में पर्यटकों को न जाने देने का फैसला किया है। सीमा सुरक्षा बल के उप महानिरीक्षक पंजाब फ्रंटियर बीएस रावत ने इस बात की पुष्टि की है।
उन्होंने बताया की पाक रेंजरों ने शनिवार दोपहर बीएसएफ को सूचित किया था कि 14 मार्च से वाघा सीमा पर आयोजित रिट्रीट समारोह में किसी भी पाकिस्तानी व विदेशी नागरिक को नहीं आने दिया जाएगा। शनिवार को अटारी-वाघा सीमा पर बिना दर्शकों के परेड हुई है। पाक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार पाकिस्तान में कोरोना वायरस के मामले शनिवार को 29 हो गए। कराची में अकेले 14 लोगों की पुष्टि हुई है।
कोरोना के मिले पहले केस की पुष्टि, 2215 लोग निगरानी में
पंजाब में कोरोना वायरस (कोविड-19) के पहले केस की पुष्टि हो गई है। स्वास्थ्य मंत्री बलबीर सिंह सिद्धू ने बताया कि इटली से अमृतसर हवाई अड्डे पर उतरे इस व्यक्ति को अमृतसर के जीएमसी में भरती किया गया है। उन्होंने यह भी बताया कि इस व्यक्ति के परिवार के अन्य सभी सदस्य जांच में नेगेटिव पाए गए हैं। बता दें कि यह मामला पहले ही सामने आ गया था, लेकिन सरकार ने शनिवार को इस केस की पुष्टि की है।
पंजाब भवन में बुलाई प्रेस कांफ्रेंस में स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि राज्य में कोविड-19 का कोई भी संदिग्ध या लापता रोगी का केस नहीं है। उन्होंने लुधियाना में 7 संदिग्ध पीड़ितों की खबर का भी खंडन किया। सूबे में कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए सभी एहतियाती कदम उठाए जा रहे हैं और प्रदेश में आने वाले सभी यात्रियों पर नजर रखी जा रही है। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि बीते 14 दिन के दौरान 6850 यात्री पंजाब आए हैं, जिनमें से 6058 यात्रियों ने अपने इलाकों में सरकारी अस्पतालों में खुद पहुंचकर जांच कराई।
इनमें से 3754 यात्री पूरी तरह स्वस्थ पाए गए। वहीं 96 यात्रियों के सैंपल में से केवल एक मामला पॉजिटिव गया है। उन्होंने यह भी बताया कि इनमें 10 लोगों में साधारण कफ और बुखार के लक्षण थे। कुल 2215 लोगों को डाक्टरों की निगरानी में रखते हुए 2205 लोगों को अपने घरों में रहने की सलाह दी गई है, जबकि 10 लोग अस्पताल में दाखिल किए गए हैं।
लापता 335 लोग संदिग्ध रोगी नहीं, ढूंढने की जरूरत नहीं
विदेश से लौटे 335 लोगों के पंजाब में लापता हो जाने की खबरों का खंडन करते हुए स्वास्थ्य मंत्री बलबीर सिंह सिद्धू ने कहा कि यह सभी 335 लोग नई दिल्ली एयरपोर्ट पर उतरे थे और उनकी वहीं हवाई अड्डे पर जांच के बाद उन्हें घर जाने दिया गया था। उन्होंने कहा कि इन 335 लोगों को ढूंढने की जरूरत भी नहीं है, क्योंकि इनमें कोई भी व्यक्ति कोरोना वायरस का संदिग्ध भी नहीं पाया गया।
पत्रकारों के सवालों के जवाब में स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि जिन 335 लोगों के लापता होने की बात कही जा रही है, उनकी जांच केंद्र सरकार द्वारा नई दिल्ली में की गई थी और केंद्रीय बुलेटिन में पंजाब के इन लोगों का जिक्र किया था। उन्होंने स्पष्ट किया कि जो भी लोग विदेश से नई दिल्ली, अमृतसर और मोहाली के हवाई अड्डों पर उतर रहे हैं, उन सभी की जांच मौके पर ही की जा रही है।
इनमें जो लोग जांच में संदिग्ध पाए जाते हैं, केवल उन्हीं लोगों को रोका जाता है और बाकी लोग घर जा सकते हैं। यह पूछे जाने पर कि क्या 335 लोगों की तलाश का काम पुलिस को सौंपा गया है, सिद्धू ने कहा कि इन्हें ढूंढने की जरूरत ही नहीं है। नई दिल्ली में केंद्रीय टीम को जांच में सभी स्वस्थ मिले, इसलिए उन्हें रोका नहीं गया।
भर्ती मरीज की सेहत में आया सुधार
पंजाब में कोरोना संक्रमित पहला मरीज अमृतसर के गुरुनानक देव अस्पताल में उपचाराधीन है। मरीज की हालत में काफी सुधार आया है। इस मरीज को अभी आइसोलेशन वार्ड में ही रखा जाएगा। 14 दिन तक मेडिकल कॉलेज स्थित इंफ्लुएंजा लैब से जांच करवाई जाएगी। यदि जांच रिपोर्ट में कोरोना नेगेटिव पाया गया तो उसे छुट्टी दे दी जाएगी। इधर, इंफ्लुएंजा लैब में अब तक 11 संदिग्धों के सैंपलों की जांच की गई है। सभी की रिपोर्ट निगेटिव है।
अमेरिका से लौटे युवक में करोना के लक्षण, भर्ती
होशियारपुर। अमेरिका से लौटे 20 वर्षीय नौजवान कोरोना वायरस के लक्षण पाए गए है। उसे सिविल अस्पताल में बने आईसोलेशन वार्ड में भर्ती किया गया है। नौजवान के सैंपल लेकर जांच के लिए पीजीआई चंडीगढ़ भेजे जा रहे है। कोरोना वायरस का शकी मरीज 27 फरवरी को अमेरिका से टर्की होते हुए भारत लौटा था। उस वक्त तो जांच में उसमें कोरोना लक्षण नहीं पाए गए थे।
शनिवार को वह सिविल अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में पहुंचा। पिछले 4 दिनों से उसको तेज बुखार, खांसी व जुकाम आदि की शिकायत थी। जांच के दौरान ट्रैवल हिस्टरी पाए जाने के चलते उसे लक्षणों के आधार पर संदिग्ध मानते हुए आईसोलेशन वार्ड में भर्ती कर दिया गया।
सिविल सर्जन डा. जसवीर सिंह से ने बताया कि कोरोना के संदिग्ध मरीज को आईसोलेशन वार्ड में दाखिल किया गया है। रक्त के सैंपल लेकर पीजीआई से भेजा जा रहा है। उन्होंने बताया कि अमेरिका से लौटे उसे करीब 16 दिन हो गए है, फिर भी उसेो डाक्टरों की निगरानी में रखा जा रहा है।
कैटेगरी में बांटकर होगा विदेश से पहुंचे लोगों का उपचार
पंजाब सरकार ने श्री गुरु राम दास इंटरनेशनल एयरपोर्ट में इटली, चीन, ईरान, जर्मनी, फ्रांस, स्पेन और कोरिया से पहुंचने वाले यात्रियों के लिए कैटेगरी तैयार कर दी है। उक्त सात देशों से आने वाले यात्रियों को कैटेगरी वाइज चिह्नित किया जाएगा। इन्हें ए, बी और सी कैटेगरी दी जाएगी।
ए कैटेगरी में उन लोगों को रखा गया है जो अमृतसर एयरपोर्ट पर स्क्रीनिंग के दौरान खांसीजुकाम से पीड़ित पाए जाएंगे। ऐसे लोगों को आइसोलेशन वार्ड में दाखिल करवाया जाएगा। बी कैटेगरी में उपरोक्त देशों से आने वाले शख्स को खांसी जुकाम नहीं है पर उसकी आयु साठ वर्ष है तो उसे फौरन आइसोलेशन वार्ड में पहुंचाया जाएगा।
14 दिन तक आइसोलेशन वार्ड में रखकर उसकी लगातार जांच की जाएगी। इसी प्रकार सी कैटेगरी में साठ साल से कम उम्र वाले शख्स को यदि खांसीजुकाम या बुखार नहीं है तो उसे एयरपोर्ट से घर भेजा जाएगा। इस दौरान उसे 14 दिनों तक घर के कमरे में रहना होगा। इस दौरान वह किसी से मिल नहीं सकता। उसकी निगरानी के लिए स्वास्थ्य विभाग की टीमें लगातार उसके घर जाएंगी।
मेडिकल कॉलेज में क्लासेज जारी
स्वाइन फ्लू की जांच एवं उपचार के काम में जुटा सरकारी मेडिकल कॉलेज ही सरकारी गाइडलाइन नहीं मान रहा हे। कॉलेज में एमबीबीएस छात्रों की थ्यूरी क्लासें लगाई जा रही हैं। 125-125 छात्रों का बैच दो क्लासों में बैठ कर पढ़ाई कर रहा है। कोई छात्र संक्रमित हुआ तो इससे कोरोना का खतरा बढ़ सकता है।
लोक संपर्क अधिकारी डॉ. कर्मजीत सिंह का कहना है कि प्रिंसिपल डॉ. सुजाता शर्मा ने बाबा फरीद यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर और मेडिकल शिक्षा खोज विभाग के सेक्रेटरी से इस संदर्भ में बात की है। जल्द ही छुट्टी के संदर्भ में गाइडलाइन जारी होगी। डॉ. कर्मजीत सिंह का कहना है कि थ्यूरी क्लासें दो घंटे ही लग रही हैं।
स्टाफ की रिटायरमेंट 30 सितंबर तक टली
पंजाब में कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए सभी एहतियाती कदम उठा रही राज्य सरकार ने आगामी 31 मार्च हो रिटायर होने वाले सरकारी डाक्टरों और पैरा-मेडिकल स्टाफ का कार्यकाल 30 सितंबर तक बढ़ा दिया है। सरकार ने यह फैसला कोरोना वायरस के चलते राज्य में स्वास्थ्य सेवाओं को सुचारु बनाए रखने के उद्देश्य से लिया है।
शनिवार को इस संबंध पंजाब के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग द्वारा जारी आदेश में कहा गया कि कोविड-19 फैलने के कारण उत्पन्न हालात को ध्यान में रखते हुए, दि पंजाब सिविल सर्विसेज (पहला संशोधन) रूल्स 2020 के नियम-2 के प्रावधानों के तहत, एहतियाती कदम के रूप में, सरकार के अधीन स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग में कार्यरत डाक्टर्स और पैरा-मेडिकल स्टाफ, जो रिटायर होने वाले हैं, 30 सितंबर 2020 तक कार्य करते रहने के लिए कहा गया है।
साथ ही आदेश में यह भी स्पष्ट किया गया है कि इस फैसले के तहत जिन डाक्टरों और पैरा-मेडिकल स्टाफ को एक्सटेंशन दिया जा रहा है, वे एक्सटेंशन की अवधि में किसी प्रमोशन या अतिरिक्त भत्ते के लिए पात्र नहीं होंगे। इस फैसले को मुख्यमंत्री ने मंजूरी प्रदान कर दी है।
सभी को मास्क लगाना जरूरी नहीं: स्वास्थ्य मंत्री
स्वास्थ्य मंत्री ने यह भी कहा कि ज्यादातर मामलों में खांसी, बुखार और कप के पेशेंट को कोरोना के संदिग्ध रोगी के रूप में गिन लिया गया है, जबकि हालात ऐसे नहीं हैं। उन्होंने यह भी कहा कि राज्य में ड्रग इंस्पेक्टरों को मास्क और सेनेटाइजर्स की कालाबाजारी रोकने के निर्देश दिए गए हैं, फिर भी मास्क हर किसी व्यक्ति के लिए लगाना जरूरी नहीं है। केवल वही व्यक्ति इसका इस्तेमाल करें जो खांसी या जुकाम से पीड़ित हैं।
पाकिस्तानी और विदेश नागरिकों की भारत में एंट्री बैन
भारत सरकार ने अटारी सड़क सीमा के रास्ते पाकिस्तानी और विदेशी नागरिकों के भारत में प्रवेश पर रोक लगा दी है। लेकिन जो भारतीय नागरिक अपने सगे-संबंधियों से मिलने पाकिस्तान गए हैं, वे लौट सकते हैं। शनिवार को हरियाणा के यमुनानगर के सिंघोड़ा का रहने वाला एक परिवार भारत लौट आया। जबकि एक पाकिस्तानी परिवार को बीएसएफ ने भारत नहीं आने दिया।
पाकिस्तान से लौटे हरियाणा के यमुनानगर के सिंघोड़ा निवासी रंजन खान ने अटारी सड़क सीमा पर बातचीत करते हुए बताया की वह 17 फरवरी को परिवार के साथ पाकिस्तान गए थे। 17 मार्च तक वहां रिश्तेदारों के यहां रहना था। कोरोना वायरस के कारण भारत सरकार अटारी सीमा से प्रवेश करने पर पाबंदी न लगा दे यह सोच वे लौट आए।
आईसीपी में गहन जांच के बाद ही उन्हें हरियाणा लौटने की अनुमति मिली। इसके अलावा सहारनपुर निवासी एक महिला ने बताया कि उसे पाकिस्तान अथॉरिटी ने कहा कि जल्दी लौट जाओ। अटारी-वाघा सीमा कभी भी बंद हो सकती है। अभी कई भारतीय पाकिस्तान में हैं।
वहीं दूसरी तरफ पंजाब के अहमदगढ़ से एक परिवार लाहौर से आने वाले कुछ रिश्तेदारों अटारी सड़क सीमा पर घंटों इंतजार करने के बाद लौट गया। अटारी सड़क सीमा पर तैनात बीएसएफ के जवानों ने इस परिवार को पाकिस्तान सीमा से अटारी सीमा से प्रवेश करने से रोक दिया। इस परिवार के एक रिश्तेदार मोहम्मद मनीर ने बताया कि कई घंटे इंतजार के बाद रिश्तेदारों का फ़ोन आया कि अटारी सीमा पर उन्हें प्रवेश नहीं करने दिया गया।
सिनेमा हॉल, जिम, स्विमिंग पूल बंद, कार्यक्रमों पर भी रोक
केंद्र सरकार द्वारा कोरोना वायरस को देश के लिए आपदा घोषित करने के साथ ही पंजाब सरकार ने भी उससे निपटने के लिए अब राज्य के सभी सिनेमा हॉल, जिम, स्विमिंग पूल को अगले आदेश तक बंद करने का आदेश दिया है।
यह जानकारी स्वास्थ्य मंत्री बलबीर सिंह सिद्धू ने दी। पंजाब भवन में बुलाई प्रेस कांफ्रेंस में स्वास्थ्य मंत्री बलबीर सिद्धू ने बताया कि पंजाब सरकार सभी सरकारी और प्राइवेट स्कूल, कालेज और यूनिवर्सिटी को 31 मार्च तक बंद करने के आदेश पहले ही जारी कर चुकी है।
लोगों को भीड़भाड़ से दूर रहने की सलाह पहले ही दी जा चुकी है और उसी के मद्देनजर अब इन भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों को बंद किया गया है। सिनेमा हॉल, जिम, स्विमिंग पूल बंद करने के आदेश भी जारी कर दिए गए हैं।
प्रदेश में एहतियात के तौर पर सभी खेल प्रतियोगिताओं के आयोजन, सांस्कृतिक कार्यक्रमों और कांफ्रेंसों पर रोक लगी दी गई है। एक सवाल के जवाब में मंत्री ने कहा कि मैरिज पैलेस, शॉपिंग मॉल और रेस्टोरेंट पर रोक नहीं है, अगर जरूरी हुआ तो शॉपिंग मॉल को भी एहतियात के तौर पर बंद किया जाएगा।
फिलहाल ऐसे सभी कार्यक्रमों और स्थलों को बंद करने का फैसला लिया गया है, जहां लोग भारी संख्या में जुटते हैं। उन्होंने बताया कि अंबाला, लुधियाना और अमृतसर रेलवे स्टेशनों पर मेडिकल टीमें तैनात करने का सुझाव सरकार को दिया है। इस पर जल्द फैसला लिया जाएगा।
सभी सरकारी व निजी तकनीकी संस्थान 31 मार्च तक बंद
पंजाब सरकार ने आईके गुजराल पंजाब तकनीकी यूनिवर्सिटी जालंधर, महाराजा रणजीत सिंह पंजाब तकनीकी यूनिवर्सिटी बठिंडा, पंजाब के सभी सरकारी व गैर सरकारी इंजीनियरिंग कॉलेज, बहु-तकनीकी कॉलेज और औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थाओं को 31 मार्च तक बंद रखने का फैसला लिया है। इस संबंध में तकनीकी शिक्षा एवं औद्योगिक प्रशिक्षण मंत्री चरनजीत सिंह चन्नी ने बताया कि यह फैसला कोरोना वायरस (कोविड-19) के खतरे के मद्देनजर मुख्यमंत्री की ओर से जारी निर्देशों के तहत लिया गया है।
उन्होंने कहा कि यह वायरस विश्व भर में फैल रहा है। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए तकनीकी शिक्षा एवं औद्योगिक प्रशिक्षण विभाग को एहतियाती कदम उठाने के निर्देश जारी किये गए हैं। विभाग द्वारा जारी किये गए आदेशों के अनुसार, किसी भी तरह के प्रोग्राम, सैमीनार, मीटिंग, खेल समागम आदि भी मुलतवी किये गए हैं। उन्होंने बताया कि कोई भी टीचिंग और नॉन टीचिंग स्टाफ संस्थाओं में उपस्थित नहीं होगा, परंतु अपने पोस्टिंग वाले स्टेशन पर उपलब्ध रहेगा, ताकि जरूरत पड़ने और उनको बुलाया जा सके।
इस बीच, पंजाब की सामाजिक सुरक्षा, महिला एवं बाल विकास मंत्री अरुणा चौधरी ने कोरोना वायरस के संभावित खतरे के मद्देनजर राज्य के सभी आंगनबाड़ी केंद्रों के बच्चों के लिए 31 मार्च तक छुट्टियां करने का एलान किया है। चौधरी ने बताया कि इस समय के दौरान आंगनबाड़ी स्टाफ केंद्रों में उपस्थित रहेगा।
एसजीपीसी 31 मार्च तक बंद रखेगी अपने शिक्षण संस्थान
फतेहगढ़ साहिब। कोरोना वायरस के कारण शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अधीन चलने वाले सभी शैक्षिक विभागों स्कूल, कालेज, यूनिवर्सिटियों को 31 मार्च तक मुकम्मल बंद रखा जाएगा। शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान गोबिंद सिंह लौंगोवाल ने बताया कि कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए कमेटी ने यह फैसला लिया है। जहां पंजाब सरकार और केंद्र सरकार की तरफ से एडवाइजरी जारी की गई है।
वहीं कमेटी भी लोगों के सेहत के लिए फिक्रमंद है। कमेटी भी इसकी रोकथाम में योगदान दे रही है। यह जानकारी शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के सदस्य करनैल सिंह पंजोली ने दी। वहीं अमृतसर प्रशासन ने सचखंड श्री हरमंदिर साहिब एंट्री प्लाजा में दिखाए जाने वाले सभी शो आगामी आदेशों तक बंद करने के आदेश जारी कर दिए हैं।
सोमवार को ड्यूटी ज्वाइन करेंगे चारों अफसर
पंजाब सरकार ने कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए इटली और स्विट्जरलैंड से लौटे दो आईएएस और दो आईपीएस अधिकारियों को एहतियात के तौर पर 14 दिन तक अपने घरों में ही रहने के आदेश दिए थे। यह चारों अफसर अब सोमवार को ड्यूटी पर लौट आएंगे। यह जानकारी शनिवार को स्वास्थ्य मंत्री बलबीर सिंह सिद्धू ने दी। इस संबंध में पूछे गए सवाल पर सिद्धू ने कहा कि चारों अफसर पूरी तरह स्वस्थ हैं और उनमें कोरोना वायरस संबंधी कोई लक्षण नहीं मिले हैं। उन्होंने कहा कि इन अफसरों को एहतियात के तौर पर घर में रहने को कहा गया था।
उल्लेखनीय है कि संगरूर के आईपीएस अधिकारी एसएसपी संदीप गर्ग और उनकी पत्नी, पटियाला डेवलपमेंट अथॉरिटी की मुख्य प्रशासक सुरभि मलिक, मोहाली के डिप्टी कमिश्नर गिरीश दयालन और उनकी पत्नी व फतेहगढ़ साहिब की एसएसपी अमनीत कौंडल विदेश यात्रा पर गए थे। इनमें दोनों दंपत्ति तीन मार्च को भारत लौटे थे। उन्हें 14 दिनों के लिए एकांतवास (आइसोलेशन) में रहने को कहा गया था। दरअसल, राज्य सरकार ने छह मार्च को एक एडवाइजरी जारी की थी, जिसमें कहा गया था कि अवकाश पर विदेश गए सभी अधिकारियों को एहतियात के तौर पर 14 दिनों के लिए आइसोलेशन में रहना होगा।
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