नई दिल्ली (वीकैंड रिपोर्ट): भारत समेत दुनियाभर के 180 से ज्यादा देशों में कोरोनावायरस का खौफ देखने को मिल रहा है. अभी तक 2.81 करोड़ से ज्यादा लोग इस संक्रमण की चपेट में आ चुके हैं. यह वायरस 9.09 लाख से ज्यादा संक्रमितों की जिंदगी छीन चुका है. भारत में भी हर रोज COVID-19 के मामले बढ़ रहे हैं. स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा शनिवार सुबह जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार, देश में कोरोना संक्रमितों की संख्या 46,59,984 हो गई है. पिछले 24 घंटों में (शुक्रवार सुबह 8 बजे से लेकर शनिवार सुबह 8 बजे तक) कोरोना के 97,570 नए मामले सामने आए हैं. यह एक दिन में सामने आने वाले आंकड़ों की अभी तक की सबसे बड़ी संख्या है.
इस दौरान देश में 1201 कोरोना संक्रमितों की मौत भी हुई है. अब तक 36,24,196 मरीज ठीक हो चुके हैं और 77,472 लोगों की जान गई है. बीते 24 घंटों में अब तक सबसे ज्यादा 81,533 मरीज ठीक हुए हैं. देश में 9,58,316 एक्टिव केस हैं. रिकवरी रेट की बात करें तो यह मामूली बढ़ोतरी के बाद 77.77 प्रतिशत पर पहुंच गया है. पॉजिटिविटी रेट 8.94 प्रतिशत है. 11 सितंबर को 10,91,251 कोरोना सैंपल टेस्ट किए गए. अभी तक कुल 5,51,89,226 सैंपल टेस्ट किए जा चुके हैं. देश के लगभग सभी राज्यों से कोरोना मरीज सामने आ रहे हैं. कई राज्य ऐसे भी हैं, जो इस महामारी से मुक्त हो चुके थे लेकिन प्रवासियों के राज्य में दाखिल होने से वह फिर से इस संक्रमण की जद में आ गए.
कोरोना प्रभावित देशों में अर्थव्यवस्था पर भी खासा असर पड़ा है. भारत भी इससे अछूता नहीं रहा है. मूडीज इन्वेस्टर्स सर्विस ने चालू वित्त वर्ष में भारत के सकल घरेलू उत्पाद (GDP) में 11.5 फीसदी की कमी आने का नया अनुमान जताया है. इससे पहले मूडीज ने भारतीय अर्थव्यवस्था में चार प्रतिशत की गिरावट का अनुमान जताया था. रेटिंग एजेंसी ने शुक्रवार को कहा कि भारत का साख परिवेश निचली वृद्धि, ऊंचे कर्ज तथा कमजोर वित्तीय प्रणाली से प्रभावित हो रहा है. कोरोना महामारी की वजह से यह जोखिम और बढ़े हैं. मूडीज ने कहा, ‘अर्थव्यवस्था और वित्तीय प्रणाली में गहरे दबाव से देश की वित्तीय मजबूती में और गिरावट आ सकती है. इससे साख पर दबाव और बढ़ सकता है