जालन्धर (वीकैंड रिपोर्ट) : फाल्गुन मास की कृष्ण पक्ष की एकादशी को विजया एकादशी कहते हैं. यह एकादशी हर साल फरवरी या मार्च के महीने में आती है. इस बार विजया एकादशी मंगलवार 9 मार्च 2021 को है. इस एकादशी के दिन श्री हरि विष्णु की पूजा का विधान है. हिन्दू पुराणों में विजया एकादशी का व्रत सर्वोत्तम माना जाता है. इस व्रत को करने से बहुत पुण्य मिलता है और सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं.
विजया एकादशी की तिथि और शुभ मुहूर्त
विजया एकादशी की तिथि: 9 मार्च 2021
एकादशी तिथि प्रारंभ- 08 मार्च 2021 को दोपहर 03.44 मिनट से
एकादशी तिथि समाप्त- 09 मार्च 2021 को दोपहर 03.02 मिनट पर
विजया एकादशी पूजा नियम
– एकादशी के दिन सुबह उठकर स्नान कर स्वच्छ वस्त्र धारण करें और व्रत का संकल्प लें.
– अब घर के मंदिर में पूजा से पहले एक वेदी बनाकर उस पर उड़द, मूंग, गेहूं, चना, जौ, चावल और बाजरा रखें.
– वेदी के ऊपर एक कलश की स्थापना करें और उसमें आम या अशोक के पांच पत्ते लगाएं.
– अब वेदी पर भगवान विष्णु की मूर्ति या तस्वीर रखें.
– इसके बाद भगवान विष्णु को पीले फूल, ऋतुफल और तुलसी दल समर्पित करें.
– फिर धूप-दीप से विष्णु की आरती उतारें.
– शाम के समय भगवान विष्णु की आरती उतारने के बाद फलाहार ग्रहण करें.
– रात्रि के समय सोए नहीं बल्कि भजन-कीर्तन करते हुए जागरण करें.
– अगले दिन सुबह किसी ब्राह्मण को भोजन कराएं और दान-दक्षिणा दे.
– इसके बाद आप भी भोजन कर व्रत का समापन करें.