मां बगलामुखी जी को लगाए गए छप्पन भोग
जालंधर (वीकैंड रिपोर्ट) : Maa Baglamukhi ji Chhappan bhog : मां बगलामुखी धाम गुलमोहर सिटी नजदीक लम्मा पिंड चौक जालंधर में मां बगलामुखी जी के निमित्त सम्पूर्ण फलदाई मासिक हवन यज्ञ में आहुतियां डालकर महामाई से सभी की कुशलक्षेम की कामना की। हवन-यज्ञ उपरांत प्रत्येक वर्ष की भांति मां बगलामुखी जी को सावन माह के उपलक्ष्य पर छप्पन भोग लगाएं गए।
सिद्ध मां बगलामुखी धाम के प्रेरक प्रवक्ता नवजीत भारद्वाज जी ने अलौकिक हवन यज्ञ में उपस्थित प्रभु भक्तों को छप्पन भोग की बधाई देते छप्पन भोग के बारे विस्तारपूर्वक ब्याखान करते है कि जीवन में हमें जो कुछ मिला है, वस्तुत: वह हमारे कर्मो का फल होता है, परंतु जब हम उसे प्रभु का दिया हुआ प्रसाद मानकर ग्रहण करते हैं तो बात कुछ और होती है। हमारा हर कर्म पूजा बन जाता है।
यही बात भोजन के संदर्भ में भी लागू हो सकती है। कोई चीज जब हम खाने से पहले भगवान को चढ़ाकर यानी अर्पित करके खाते हैं तो वह भोजन भी प्रसाद बन जाता है। इसलिए जो भगवान के भक्त होते हैं वे भोजन से पहले कहते हैं-हे प्रभु, तुम्हारी दी हुई वस्तु पहले मैं तुम्हें समर्पित करता हूं। और भला वे ऐसा क्यों न करें, क्योंकि हमें यह जो मानव शरीर मिला है वह उसका दिया हुआ ही तो है। नवजीत भारद्वाज जी कहते है कि गीता में भगवान श्रीकृष्ण स्वयं कहते हैं कि कोई भक्त यदि प्रेमपूर्वक मुझे फल-फूल, अन्न, जल आदि अर्पित करता है तो उसे मैं प्रेमपूर्वक सगुण रूप में प्रकट होकर ग्रहण करता हूं।
Maa Baglamukhi ji Chhappan bhog : भक्त की यदि भावना सच्ची हो, श्रद्धा और आस्था प्रबल हो तो भगवान उसके भोजन को अवश्य ग्रहण करते हैं। जैसे भगवान राम ने शबरी के बेर खाए, भगवान श्रीकृष्ण ने सुदामा के तंदुल (चावल) खाए, विदुरानी का साग और मक्की की रोटी खाई। प्रभु की कृपा महान है। उसकी कृपा से जो कुछ भी अन्न-जल हमें प्राप्त होता है, उसे प्रभु का प्रसाद मानकर प्रभु को अर्पित करना, कृतज्ञता प्रकट करने के साथ एक मानवीय गुण भी है।
नवजीत भारद्वाज जी ने कहा कि कुछ लोग यह प्रश्न भी करते हैं कि जब भगवान चढ़ाया हुआ प्रसाद खाते हैं तो घटता क्यों नहीं? उनका कथन भी सत्य है। जिस प्रकार फूलों पर भौंरा बैठता है और फूल की सुगंध से तृप्त हो जाता है, किंतु फूल का वजन नहीं घटता उसी प्रकार प्रभु को चढ़ाया प्रसाद अमृत होता है। प्रभु व्यंजन की सुगंध और भक्त के प्रेम से तृप्त हो जाते हैं। वे भाव के भूखे हैं, भोजन के नहीं। जब भगवान भी तृप्त होते हैं, प्रसन्न होते हैं और अपनी कृपा बरसाते हैं।
Maa Baglamukhi ji Chhappan bhog : इस अवसर पर श्वेता भारद्वाज,पूनम प्रभाकर,सरोज बाला, जन्नत, मन्नत , गुरवीर, प्रिती ,मंजू, प्रिया , रजनी, सोनीया,नरेश,कोमल, अमरजीत सिंह, राकेश प्रभाकर,समीर कपूर, मनीष शर्मा,अमरेंद्र कुमार शर्मा, जोगिंदर सिंह,बलजिंदर सिंह,नवदीप, उदय , विशाल सोनी,गुरलाल,अजीत कुमार , नरेंद्र,रोहित भाटिया, अमरेंद्र सिंह,बावा खन्ना, गुरप्रीत सिंह,नवीन जी, प्रदीप, सुधीर, विशाल सुमीत, बावा हलचल ,जोगिंदर सिंह, मनीष शर्मा, डॉ गुप्ता,सुक्खा अमनदीप , अवतार सैनी,गौरी केतन शर्मा,सौरभ , नरेश,अजय शर्मा,दीपक
इंजिनियर किशोर,प्रदीप , प्रवीण,राजू, सोनू छाबड़ा, गुलशन शर्मा, संजीव शर्मा, भाटिया,मुकेश, रजेश महाजन ,अमनदीप शर्मा, ऋषभ कालिया,गुरप्रीत सिंह, विरेंद्र सिंह,दीपक सिंह, अमन शर्मा, जानू थापर, सभाष डोगरा,ऐडवोकेट शर्मा,वरुण, नितिश, भोला शर्मा, दीलीप, लवली, लक्की, विशाल , अश्विनी शर्मा , रवि भल्ला, भोला शर्मा, मंदीप कौर,जगदीश, सुनील जग्गी, नवीन कुमार, अनुज, अजय, विशाल कोहली, मनबीर सिंह, निर्मल,अनिल,सागर,दीपक, प्रिंस कुमार, पप्पू ठाकुर, बलदेव सिंह भारी संख्या में भक्तजन मौजूद थे।
-----------------------------------------------------------------
देश-दुनिया की ताजा खबरों के लिए >>>Join WhatsApp Group Join<<< करें। आप हमें >>>Facebook<<< फॉलो कर सकते हैं। लेटेस्ट खबरें देखने के लिए हमारे यूट्यूब चैनल को भी सबस्क्राइब करें।
-----------------------------------------------------------------