बठिंडा (प्रदीप वर्मा) Manpreet badal at Vigilance Bureau : पूर्व वितमंत्री मनप्रीत सिंह बादल मंगलवार को बठिंडा में विजिलेंस ब्यूरो के सामने पेश हुए। इस मोके उनके साथ उनके वकील सुखदीप सिंह भी मौजूद रहे। मनप्रीत बादल के पहुंचते हू विजिलैंस टीम ने दफ्तर के दरवाजे बंद कर दीए और मनप्रीत बादल से पूछताछ शुरु कर दी।
प्राप्त जानकारी के अनुसार प्लाट खरीद मामले में मनप्रीत बादल से पूछताछ करने के लिए विजिलेंस द्वारा कई सवालों की एक लिस्ट भी बनाई गई है जिसमें स. बादल से प्लाट खरीदने व कई अन्य मामलों से संबंधित पूछताछ भी की जाएगी। आपको बतादें कि विजिलेंस ब्यूरो बठिंडा ने पूर्व वित्तमंत्री व भाजपा नेता मनप्रीत बादल को दूसरी बार समन जारी किया था और उन्हें 31 अक्तूबर को विजिलेंस ब्यूरो के बठिंडा कार्यालय में पेश होने के आदेश दिए थे। इससे पहले मनप्रीत बादल को 23 अक्तूबर को पेश होने के लिए समन जारी किया गया था, लेकिन पीठ में दर्द होने के चलते वह पेश नहीं हुए थे।
Manpreet Badal at Vigilance Bureau
वहीं उन्होंने पीजीआई चंडीगढ़ की तरफ से जारी एक सप्ताह तक बैड रेस्ट करने का सार्टिफिकेट अपने एडवोकेट व ईमेल के जरिए विजिलेंस ब्यूरो को जमा करवाया था। इसके अलावा मनप्रीत बादल ने हाईकोर्ट के आदेशों पर अपना पासपोर्ट भी विजिलेंस ब्यूरो को जमा करवा दिया था। बादल के वकील ने ब्यूरो के अधिकारियों से अपील की थी कि वह चंडीगढ़ स्थित उनकी रिहायश पर जाकर पूछताछ कर सकते है। जबकि बीती 16 अक्तूबर को हाईकोर्ट ने मनप्रीत बादल को अग्रमित जमानत मिल गई थी, पर इस मामले में कई अहम तथ्य सामने आए हैं, जिसके बारे में मनप्रीत बादल से पूछताछ की जानी अति जरूरी है। विजिलेंस ब्यूरो ने दोबारा से उन्हें जांच में शामिल होने के लिए 31 अक्तूबर को पेश होने के आदेश दिए थे।
कहा मेरा केस सीबीआई को ट्रांसफर किया जाए
Manpreet Badal at Vigilance Bureau : इस मौके मनप्रीत बादल ने प्रैस से बात करते हुए कहा कि विजिलेंस विभाग ने मुझे बुलाया था और मै इसका स्वागत करता हुँ। जो लोग पब्लिक सर्वेंट या राजनिति में होते हैं उनकी कमाई का हिसाब लेना चाहिए पर इसके साथ ही अगर किसी पर पर्चा दर्ज हो तो वह उसे गुनाहगार साबित नहीं करता। इस समय सरकार के हाथ की घड़ी है और मुझे ये शक है कि विजिलेंस विभाग मेरे केस में मुझसे न्याए नहीं कर सकता इस लिए मेरा केस सीबीआई को दिया जाए। आज की राजनिति बहुत बेरहम हो गई है। आखिर में उन्होने कहा कि मुझे कानून पर पूरा यकीन है और मुझे जब भी विजिलेंस विभाग द्वारा बुलाया जाएगा तो मै जरुर आऊंगा।
जाने क्या है पूरा मामला
आपको बता दें कि विजिलेंस ब्यूरो बठिंडा ने 24 सितंबर 2023 को मनप्रीत बादल समेत लगभग आधा दर्जन लोगों के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया था। इस मामले में आरोप लगाया गया था वित्तमंत्री रहते हुए मनप्रीत बादल ने साल 2021 में अपने प्रभाव का इसतेमाल करते हुए शहर के पाश इलाके मॉडल टाउन फेस वन में 1560 गज के दो प्लॉट खरीदे थे। विजिलेंस जांच के मुताबिक इन प्लॉटों को खरीदते वक्त पूर्व वित्तमंत्री ने पंजाब सरकार को 65 लाख रुपये की चपत लगाई थी।
मनप्रीत बादल के तीन सहयोगी हैं जेल में
इस पूरे मामले में मनप्रीत बादल के तीन सहयोगी होटल व्यवसायी राजीव कुमार, कारोबारी विकास अरोड़ा और शराब ठेकेदार के कर्मचारी अमनदीप को विजिलेंस ने पहले ही गिरफ्तार कर लिया था, जो फिलहाल जेल में हैं। जबकि BDA (Bathinda Dvelopment Authority) के तत्कालीन अधिकारी बिक्रमजीत सिंह शेरगिल, सुपरिटेंडेंट पंकज कालिया अभी भी फरार चल रहे हैं और उनकी अग्रिम जमानत याचिका भी बठिंडा अदालत से रद्द हो चुकी है।