जालंधर (ब्यूरो): दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान ने नूरमहल आश्रम में विशाल एवं भव्य गुरु पूर्णिमा महोत्सव का आयोजन किया। जिसका शुभारंभ भारतीय संस्कृति के अनुसार वैदिक मंत्रों के साथ किया गया। कार्यक्रम में मंच का संचालन करते हुए आशुतोष महाराज के सेवक स्वामी ज्ञानेशानंद जी ने बताया कि आशुतोष महाराज धार्मिक ग्रंथों के आधार पर ब्रह्मज्ञान के प्रदाता एक पूर्ण गुरु हैं जो ब्रह्मज्ञान के द्वारा सोई हुई आत्मा को जाग्रत कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जो व्यक्ति आत्मिक शक्ति, धर्म की नींव, आध्यात्मिक प्रकाश, नैतिक आधार से विहीन होता है वह मात्र भौतिकता के बल पर अधिक समय तक जीवनयापन नहीं कर सकता। आज समाज में दिन-प्रतिदिन बढ़ रही सामाजिक समस्याओं का प्रमुख कारण ईश्वर से विमुख होना ही है। इसलिए एकता, सद्भावना, विश्वशांति को लक्ष्य बनाकर श्री महाराज जीने ब्रह्मज्ञान का प्रचार-प्रसार किया है।
मंच पर वाद्ययंत्रों के साथ उपस्थित शिष्य एवं शिष्याओं के द्वारा भावपूर्ण भजनों का गायन किया गया। इसके बाद पंडाल में उपस्थित सभी शिष्य एवं शिष्याएं और सात से आठ लाख की संख्या में पधारे श्रद्धालुगणों ने अपने गुरु की श्रद्धाभाव से पावन आरती की और सत्संग का आरंभ करते हुए स्वामी सज्जनानंद ने कहा कि गुरु पूर्णिमा में ‘गुरु’ शब्द का स्वत्वाधिकारी वही है जो जिज्ञासु को अंधकार से प्रकाश की ओर लेकर जाता है। गुरु ही है जो इन्सान की वेदना, व्यथा, रूदन, क्रंदन सब कुछ को हास-परिहास, आमोद-प्रमोद में बदल देता है। गुरु की कृपा के द्वारा ही भटका हुआ मन ध्यान की एकाग्रता को प्राप्त कर सकता है। क्यों कि जब तक व्यक्ति का मन शांत नहीं है तब तक समाज में सकारात्मकता का फैलाव नहीं हो सकता। साधवी कालिंदी भारती ने विश्वास से उपजते गुरु-प्रेम के प्रति रूबरू कराते हुए बताया कि भक्ति मार्ग पर विश्वास शिष्य के निर्माण की नींव है। इसी विश्वास से ही साधक के भीतर समर्पण, धैर्य, श्रद्धा एवं गुरु के प्रति लगन की डोरी बंधी रहती है जिसे संसार की कोई भी शक्ति तोड़ नहीं सकती। साधवी जी ने बताया कि धैर्य का पौधा कड़वा जरूर होता है किन्तु गुरु के प्रेम द्वारा सींचे गए इस पौधे का फल बहुत मीठा होता है। उन्होंने बताया कि धैर्य का एक पल हमें तबाह होने से बचा सकता है और अधीरता का एक पल हमें बर्बादी के कगार पर खड़ा कर सकता है। एक शिष्य के लिए सबसे बड़ी बर्बादी तभी होती है जब वह अपने गुरु एवं उनके सिद्धांतो और आदर्शों को छोड़ देता है। इसलिए धैर्यवान और विश्ववासी शिष्य बनकर अपने शिष्यत्व की पहचान को सदैव बनाए रखें। आगे साधवी सौम्या भारती ने कहा कि आज के समाज में आत्म विश्वासहीन एवं मानसिक दुर्बलता का शिकार व्यक्ति न तो अपनी व्यक्तिगत समस्याओं का सामना कर सकता है और न ही राष्ट्र विरोधी, असामाजिक तत्वों का परिष्कार कर सकता है। इसलिए प्रत्येक व्यक्ति के लिए ब्रह्मज्ञान से जुडऩा अति आवश्यक है ताकि वह इन समस्याओं का सामना करके समाज के उत्थान में अपना बहुमूल्य योगदान दे सके।
इस अवसर पर डा कृष्ण गोपाल (राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के सह-कार्यवाह ), श्री भरत भूषण आशु(कैबिनेट मंत्री , पंजाब), श्री विजय सांपला (पूर्व मंत्री, बी जे पी, पंजाब), डा वल्लभभाई कथीरिया (अध्यक्ष, राष्ट्रीय कामधेनु आयोग, भारतसरकार), श्री कबीर शंकर बोस(बैरिस्टर , भारतीय सर्वोच्च न्यायालय), श्री पवन राणा (संगठन मंत्री, भाजपा, हिमाचल प्रदेश), श्री राजीव कुमार वर्मा (वरिष्ठ मंडल सुरक्षा आयुक्त आरपीएफ), श्री सत्य पाल सिंह (इंडियन सिविल सर्वेंट आधिकारिक परिसमापक, दिल्ली), श्री रमन बहल (पंजाब अधीनस्थ सेवा चयन बोर्ड के अध्यक्ष), श्री राकेश पांडे (विधायक लुधियाना), गुरप्रताप सिंह वडाला (विधायक, नकोदर, शिरोमणि अकाली दल), प्रो लक्ष्मीकांत चावला, अनिल जोशी (पूर्व कैबिनेट मंत्री, पंजाब सरकार), श्रीमती रीना जेटली (भाजपा महिला मोर्चा, प्रदेश अध्यक्ष), जगदीश साहनी (पूर्व एम एल ए, बटाला), श्री हरप्रीत (पूर्व एम एल ए, शिरोमणि अकाली दल), श्री के डी भंडारी (पूर्व मुख्य संसदीय सचिव), श्रीमती बलबीर रानी सोढी (जिला अध्यक्ष, कांग्रेस, कपूरथला), श्री रमन प4बी (जिला अध्यक्ष, भाजपा, जालंधर), श्री मुरली मनोहर जी (आर एस एस, जालंधर), श्री निरजीत सिंह जी (नायब तहसीलदार, नूरमहल), अरविंद प्रकाश शर्मा (तहसीलदार, नवांशहर), श्री गुरबिंदर सिंह अटवाल (पूर्व एम एल ए), श्री रमेश शर्मा (पूर्व अध्यक्ष,भाजपा, जालंधर), श्री सुदेश लहरी (बॉलीवुड हास्य कलाकार),श्री के एस मक्खन (पंजाबी गायक), श्री जितेन्द्र जी (धर्म जागरण प्रमुख, पंजाब), श्री बी डी जग्गा इत्यादि अतिथिगण विशेष रूप में पधारे।
]]>
-----------------------------------------------------------------
देश-दुनिया की ताजा खबरों के लिए >>>Join WhatsApp Group Join<<< करें। आप हमें >>>Facebook<<< फॉलो कर सकते हैं। लेटेस्ट खबरें देखने के लिए हमारे यूट्यूब चैनल को भी सबस्क्राइब करें।
-----------------------------------------------------------------