अहमदाबाद (वीकैंड रिपोर्ट) : Bridge Collapsed in Gujarat गुजरात के मोरबी में पुल गिरने से लगभग 400 से ज्यादा लोग नदी में बह गए। खबर लिखे जाने तक 78 लोगों के शव बरामद हो चुके हैं और बचाव कार्य जारी है। प्राप्त जानकारी के अनुसार हादसा उस वक्त हुआ जब लोग छठ पर्व मना रहे थे। बताया जा रहा है कि पुल पर सैंकड़ों लोग मौजूद थे। लोगों का वजन इतना था कि केबल पुल अचानक टूट गया और लोग सीधे नदी में गिर गए।
Bridge Fell in Gujarat प्राप्त जानकारी के अनुसार मुरम्मत के बाद पांच दिन बाद पुल आम जनता के लिए खोला गया था। स्क्यू टीम लोगों को बचाने में लगी है। पानी में डूबे लोगों को निकालकर उन्हें अस्पतालों में भेजा जा रहा है। बताया जा रहा है कि हादसे के समय करीब 400-500 लोग ब्रिज पर मौजूद थे। यह ब्रिज काफी पुराना था
युद्ध स्तर पर जारी है बचाव कार्य
बताया जा रहा है कि युद्ध स्तर पर बचाव कार्य चलाया जा रहा है और इसके लिए SDRF की 3 और राज्य रिजर्व पुलिस के 2 दस्ते भी बचाव और राहत कार्यों के लिए मोरबी पहुंच रही हैं। घायलों के इलाज के लिए राजकोट सिविल अस्पताल में एक आइसोलेशन वार्ड भी बनाया गया है। जानकारी देते हुए मुख्यमंत्री कार्यालय ने बताया कि भारतीय नौसेना के 50 कर्मियों के साथ NDRF के 3 दस्ते, भारतीय वायुसेना के 30 जवानों के साथ बचाव और राहत अभियान के लिए सेना के 2 कॉलम और फायर ब्रिगेड की 7 टीमें राजकोट, जामनगर, दीव और सुरेंद्रनगर से उन्नत उपकरणों के साथ मोरबी के लिए रवाना हुईं।
Bridge Fell in Gujarat : 2 करोड़ खर्च कर करवाई गई थी मुरम्मत
आपको बता दें कि हादसे का शिकार हुआ झूलता ब्रिज काफी पुराना है। आजादी से पहले 1887 के आसपास इस ब्रिज का निर्माण मोरबी के तत्कालीन राजा वाघजी रावाजी ठाकोर ने करवाया था। मच्छु नदी पर बना यह ब्रिज मोरबी के लोगों के लिए एक प्रमुख टूरिस्ट स्पॉट था। मोरबी के शासकों के जमाने में बने इस पुल की खासियत यह थी कि जब इसका निर्माण किया गया था तो यूरोप में मौजूद सबसे आधुनिक तकनीक इसके निर्माण में इस्तेमाल की गई थी।
इसके बाद अंग्रेजों के शासन काल में भी यह ब्रिज अच्छी इंजीनियरिंग का प्रतीक बना रहा। पिछले कई सालों से समय-समय पर इसकी मरम्मत की जा रही थी। दिवाली के पर्व पर खोले जाने से पहले यह पुल सात महीने तक मरम्मत के लिए बंद था। 1.25 मीटर चौड़ा यह ब्रिज दरबार गढ़ पैलेस और लखधीरजी इंजीनियरिंग कॉलेज को जोड़ता है। अभी इसकी मरम्मत पर 2 करोड़ रुपये खर्च किए गए थे।